O Basanti Pawan Pagal : Na Ja Re : Na Ja : Prakriti : Prem :
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ओ बसंती पवन पागल : न जा रे : ना जा : रोको कोई : आवरण पृष्ठ : विदिशा : नई दिल्ली. |
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ओ बसंती पवन पागल : आवरण पृष्ठ : कोलाज : विदिशा.
फोर स्क्वायर होटल : रांची : समर्थित : आवरण पृष्ठ : विषय सूची : मार्स मिडिया ऐड : नई दिल्ली.
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एम. एस. मीडिया. प्रस्तुति.
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त्रिशक्ति : शक्ति : सम्यक दृष्टि : नैनीताल डेस्क : पृष्ठ : १ / २.
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नैना देवी डेस्क /
नैनीताल.
प्रादुर्भाव वर्ष : १९७६.
संस्थापना वर्ष : १९९८. महीना : जुलाई. दिवस : ४.
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संपादन
शक्ति नैना देवी
डेस्क / नैनीताल.
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त्रिशक्ति : शक्ति : सम्यक दृष्टि : नैनीताल डेस्क : पृष्ठ : १ /२
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दिव्य शक्ति : दर्शन : वंदना :
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या देवी सर्वभूतेषु ' शक्ति ' रूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम
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महाशक्ति डेस्क : नैनीताल : शब्द चित्र विचार : पृष्ठ : १ / १.
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महाशक्ति : डेस्क.
नैना देवी. / नैनीताल डेस्क.
संपादन : शक्ति
जीवन शक्ति की प्रेरणा
शाश्वत ' प्रेम '
शाश्वत ' प्रेम ' में डूबा हुआ ' ह्रदय '
उतना ही पवित्र है जितना पवित्र ' गंगा जल ' से भरा हुआ ' कलश '
*
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अहंकार और ' संस्कार '
अहंकार दूसरों को झुका कर ' खुश ' होता है
संस्कार स्वयं झुककर ' ख़ुश ' होता है
जीवन शक्ति की प्रेरणा
शांति
जब तक हम अपने ' भीतर ' की ' शांति ' को समझ नहीं लेते
तब तक़ हम ' बाहर ' की ' दुनियाँ ' में शांति नहीं पा सकते
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शक्ति जीवन दर्शन
आत्म विश्वास.
दुनियाँ में सबसे कीमती गहना हमारा ' परिश्रम ' है
और जिंदगी में सबसे अच्छा ' साथी ' हमारा ' आत्म विश्वास ' है
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एम एस मीडिया सहयोगी ख़बर सच है :
नैनीताल : समर्थित : शक्ति विचार पृष्ठ : १ / १.
⭐
चालाकी : ' ईमानदारी '
' बुद्धि ' सबके पास है ' चालाकी ' करनी है या ' ईमानदारी '
ये तो आपके ' संस्कारों ' पर निर्भर करता है
चालाकी चार दिन चमकती है ईमानदारी ' जिंदगी भर ' निखरती हैं
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' कमाना '
मांगना नहीं ' कमाना ' सीखिए
फिर चाहे ' पैसे ' हो या ' इज्ज़त '
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कर्म
' कर्म ' कहता है तुम मुझ पर ' भरोसा ' करो
मैं तुम्हारे ' जीवन ' में लौट कर जरूर आऊंगा
' सही ' या ' बुरा ' वह तुम्हारे ' कर्मों ' का ही ' प्रतिफल ' होगा.
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प्रथम मीडिया प्रस्तुति.
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त्रिशक्ति : सरस्वती : नर्मदा डेस्क : सम्यक कर्म : पृष्ठ : १ / ३.
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नर्मदा डेस्क : जब्बलपुर.
प्रादुर्भाव वर्ष : १९८२.
संस्थापना वर्ष : १९८९. महीना : सितम्बर. दिवस : ९.
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संपादन.
शक्ति अनीता.
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भारती : श्वेतपद्मासना : दर्शन पृष्ठ : १ / ३.
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शारदा भवानी.
या देवी सर्वभूतेषु ' बुद्धि ' रूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम
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प्रथम मीडिया प्रस्तुति.
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त्रिशक्ति : सम्यक आचरण : दृश्यम विचार : नर्मदा डेस्क : पृष्ठ : १ / ३.
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नर्मदा डेस्क : जब्बलपुर.
संपादन : शक्ति : अनीता.
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महासरस्वती : जीवन : दर्शन.
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प्रतिक्रिया
प्रतिक्रिया.
हमारे ' जीवन ' की सबसे बड़ी ' गलती ' हम ' आधा ' सुनते है
' चौथाई ' समझते है तथा ' शून्य ' सोचते है लेकिन ' प्रतिक्रिया ' ' दुगनी ' करते है
*
वाणी
कबीर
बोली एक अनमोल है, जो कोई बोलै जानि,
हिये तराजू तौलि के, तब मुख बाहर आनि..
*
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महाशक्ति : सम्यक कर्म : पृष्ठ : १ / ४.
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प्रादुर्भाव वर्ष : १९७०.
संस्थापना वर्ष : १९९९. महीना : जनवरी. दिवस : ६
नैनीताल डेस्क :
संपादन
. ' शक्ति ' डॉ. सुनीता ' शक्ति ' प्रिया.
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महाशक्ति : दर्शन. दृश्यम : पृष्ठ : १ / ४.
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या ' देवी ' सर्व भूतेषु ' महा शक्ति ' रूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
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महाशक्ति : जीवन दर्शन : शब्द चित्र : पृष्ठ : १ / ४.
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महा ' शक्ति ' : जीवन दर्शन
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*
*
*
' समय ' ,' सत्ता ' ,सम्पति और ' शरीर ' चाहे साथ दें या न दें
लेकिन दिव्य ' स्वभाव ' ,' समझदारी ' और ' सच्चे सम्बन्ध ' हमेशा साथ देते हैं
*
समय* और समझ
' समय ' और ' समझ ' दोनों एक साथ बस ' किस्मत ' बालों को ही मिलते है
क्योंकि अक्सर ' समय ' पर ' समझ ' नहीं आती और समझ आने पर ' समय ' निकल जाता है
*
©️®️डॉ. सुनीता मधुप शक्ति* प्रिया अनुभूति
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महाशक्ति : जीवन दर्शन. दृश्यम : पृष्ठ : १ / ४.
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@M.S.Media.
*
मौन
' मौन ' उत्तम है लेकिन
' निर्णय ' के समय यदि आप मौन हैं,
तो यह मौन का नहीं, बल्कि ' विनाश ' का प्रतीक है.
*
©️®️शक्ति. डॉ.सुनीता मधुप शक्ति* प्रिया
प्रेम प्रकृति
जो कुछ भी ' कर्म ' आपको करना है वह ' लालच ' के साथ नहीं,
अहंकार के साथ नहीं परन्तु ' प्रेम ' ,' करुणा ' , ' विनम्रता' और ' भक्ति ' के
साथ करना है
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शक्ति : भारती मीना बीना जोशी.
नैनीताल.
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हार्दिक शुभकामनायें
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आर्य समाज के संस्थापक दयानन्द सरस्वती : जयंती
के शुभ उपलक्ष्य पर
वेदों की तरफ़ लौट चलो.
आर्य समाज के संस्थापक दयानन्द सरस्वती : जयंती
दयानन्द सरस्वती का जन्म १२ फरवरी, १८२५ ई. को टंकारा में हुआ था जो वर्तमान में गुजरात के राजकोट जिले में आता है.
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हम देव - शक्ति मीडिया
यथा शिव - शक्ति. श्री लक्ष्मी - नारायण परिवार. की तरफ़ से
आप सभी को बसंत पंचमी : शक्ति शारदा भवानी पूजा
की अनंत हार्दिक शुभकामनायें
शक्ति शारदा : भवानी वंदना
*
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।
या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता
सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा।
शुक्लां ब्रह्मविचार सार परमामाद्यां जगद्व्यापिनीं
वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम्।
हस्ते स्फाटिकमालिकां विदधतीं पद्मासने संस्थिताम्
वन्दे तां परमेश्वरीं भगवतीं बुद्धिप्रदां शारदाम्।
*
प्रस्तुति : शक्ति शालिनी. संयोजिका
*
शिव लोक : हॉस्पिटल : बिहार शरीफ : नालन्दा : डॉ. ब्रज भूषण सिन्हा.समर्थित.
संपादकीय शक्ति समूह.
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प्रधान संपादिका. ⭐
शक्ति : रेनू ' अनुभूति ' नीलम.
नव शक्ति. श्यामली डेस्क. शिमला.
संस्थापना वर्ष : १९९९. महीना : जनवरी. दिवस : ५.
---------
कार्यकारी संपादक.
प्रादुर्भाव वर्ष : १९७०.
संस्थापना वर्ष : १९९६. महीना : जनवरी : दिवस : ६ .
संस्थापना वर्ष : १९९६. महीना : जनवरी : दिवस : ६ .
⭐
सहायक. कार्यकारी संपादक.
शक्ति. सीमा वाणी अनीता.
कोलकोता डेस्क
संस्थापना वर्ष : १९९९.महीना : जून. दिवस : २.
---------
विशेषांक संपादक.
⭐
शक्ति : मानसी शालिनी कंचन.
नैनीताल डेस्क .
नैनीताल डेस्क .
शक्ति : बीना मीना भारती.
नैनीताल.
---------
कला संपादिका.
⭐
मीडिया शक्ति संयोजन.
नैनीताल डेस्क
शिमला डेस्क
जयपुर डेस्क.
इंद्रप्रस्थ डेस्क
पाटलिपुत्रा डेस्क.
शक्ति.
शालिनी स्मिता शबनम वनिता.
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क़ानूनी संरक्षण.
' शक्ति '
⭐
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शक्ति. सुषमा कुमारी.चीफ लीगल एड डिफेंस काउंसिल.
शक्ति.सीमा कुमारी.डिप्टी चीफ लीगल एड डिफेंस काउंसिल.
शक्ति. विदिशा.अधिवक्ता.विधिवक्ता.
शक्ति.लीना शक्ति. अधिवक्ता. उच्च न्यायलय. रांची.
शक्ति.लीना शक्ति. अधिवक्ता. उच्च न्यायलय. रांची.
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दिग्दर्शिका शक्ति.
शक्ति.डॉ. मीरा श्रीवास्तवा.पुणे.
शक्ति. दया जोशी. सम्पादिका
केदार दर्शन.दैनिक भास्कर.नैनीताल.
शक्ति. रंजना.स्वतंत्र लेखिका.हिंदुस्तान.नई दिल्ली.
शक्ति.जया सोलंकी.जयपुर.
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एम. एस. मीडिया. प्रस्तुति.
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संपादकीय शक्ति समूह. जीवन दर्शन : दिव्य विचार : दृश्यम लिंक समूह : पृष्ठ : २ / ०
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©️®️Shakti's Project.
संपादन शक्ति समूह
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प्रथम मिडिया. संपादन : शक्ति.डॉ.नूतन माधवी सुष्मिता वाणी अनीता
एम. एस. मीडिया. संपादन : शक्ति.डॉ.सुनीता. मंजिता शक्ति * प्रिया
ए. एंड. एम. मीडिया. संपादन : शक्ति. रेनू अनुभूति नीलम अंजू.
टाइम्स मिडिया. संपादन : शक्ति.डॉ.अनुपम.मीना.सीमा.रीता
नवीन समाचार : संपादन : शक्ति : बीना नवीन जोशी
केदार दर्शन : संपादन : शक्ति : दया जोशी.
ख़बर सच है : शक्ति : स्मृति
समर सलिल : शक्ति : नीरजा चौहान.
शालिनी मीडिया : शक्ति : शालिनी .तनु.
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सम्पादकीय : शक्ति समूह : दिव्य विचार : लिंक पृष्ठ : आज कल तक : २ / ०
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सम्पादित.
शक्ति.डॉ.सुनीता सीमा शक्ति* शालिनी प्रिया रेनू मीना अनुभूति.
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पृष्ठ में नीचे दिए गए उपलब्ध शक्ति लिंक २ / ०.
सिर्फ दिए गए उपलब्ध शक्ति समूह : दिव्य विचार : उपलब्ध लिंक को दबाएं,देखें और पढ़ें.
सम्पादकीय : शक्ति समूह : दिव्य विचार :
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अद्यतन*
सम्पादकीय : शक्ति समूह : महाशक्ति दिव्य दर्शन : विचार : आज : पृष्ठ : ३ / २.
सम्बन्ध : सहन और समझ शक्ति :
कोई भी रिश्ता तभी बचता है.....
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सम्पादकीय आलेख गद्य पद् संग्रह : मुझे भी कुछ कहना है : शक्ति लिंक : आज : पृष्ठ : २ / १.
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सम्पादित.
शक्ति.डॉ.सुनीता सीमा शक्ति* शालिनी प्रिया अनीता अनुभूति.
अद्यतन*
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प्रधान सम्पादिका. शक्ति.नीलम :
वाराणसी.
सम्पादकीय शक्ति आलेख लिंक :
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प्रधान सम्पादिका. शक्ति : नीलम : मुझे भी कुछ कहना है
दिल क्या करें : लघु फिल्में : प्रस्तुति : पृष्ठ : ४.
रिंकू झा : शॉर्ट फिल्म : कब के बिछड़ें हम कहाँ आ के मिले
रिंकू झा : शॉर्ट रील : जीना किए दुश्वार सपने साजन के
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सम्पादकीय आलेख गद्य पद् संग्रह : मुझे भी कुछ कहना है : शक्ति लिंक : आज : पृष्ठ : २ / २
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सम्पादित.
शक्ति.डॉ.सुनीता सीमा शक्ति* शालिनी प्रिया मीना अनुभूति
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प्रधान सम्पादिका.शक्ति रेनू शब्द मुखर.
जयपुर.
प्रधान सम्पादिका. शक्ति रेनू शब्द मुखर.
ओ बसंती : सम्पादकीय पृष्ठ : में उपलब्ध. सम्पादकीय शक्ति आलेख लिंक : २ /२.
प्रधान सम्पादिका. शक्ति रेनू शब्द मुखर : मुझे भी कुछ कहना है.
press the shakti link : 2/2
*
अद्यतन*
लघु कविता. पृष्ठ : ३.
लघु कविता. ३ / ७
उम्मीद की मुस्कान
दिल क्या करें : लघु फिल्में : प्रस्तुति : पृष्ठ : ६ .
शक्ति पारुल* : लख़नऊ : शॉर्ट रील.
लिखा है तेरी आँखों में किसका अफ़साना
अगर इसे समझ सको तो मुझे भी समझाना
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सम्पादकीय आलेख गद्य पद्य संग्रह : मुझे भी कुछ कहना है : शक्ति लिंक : आज : पृष्ठ : २ / ३.
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सम्पादित.
शक्ति.डॉ.सुनीता सीमा शक्ति* शालिनी प्रिया अनीता अनुभूति
©️®️Shakti's Project.
संयोजिका शक्ति शालिनी.
उत्तर प्रदेश.
*
संयोजिका शक्ति शालिनी.
ओ बसंती : सम्पादकीय पृष्ठ : २/ ३ में उपलब्ध.
सम्पादकीय शक्ति आलेख लिंक : संयोजिका शक्ति शालिनी : मुझे भी कुछ कहना है
में आगे पढ़ने के लिए सिर्फ दिए गए उपलब्ध लिंक को दबाएं और पढ़ें.
press the shakti link : 2/3.
अद्यतन*
सम्पादकीय : शक्ति आलेख : पद्य संग्रह. पृष्ठ : १
लघु कविता.संयोजिका. शक्ति. शालिनी. लघु कविता १ / ५
तपती रही लौ सी रात्रि भर,
दिल क्या करें : लघु फिल्में : प्रस्तुति : पृष्ठ : ४ .
शक्ति. खुशी : देहरादून : शॉर्ट रील.
बड़ी खूबसूरत शिकायत है वो
*
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सम्पादकीय आलेख गद्य पद् संग्रह : मुझे भी कुछ कहना है : शक्ति लिंक : आज : पृष्ठ : २ / ४
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सम्पादित.
शक्ति.डॉ.सुनीता सीमा शक्ति* शालिनी प्रिया अनीता अनुभूति.
©️®️Shakti's Project.
अद्यतन*
मुझे भी कुछ कहना है : ढ़ाई अक्षर प्रेम का : दिव्य शब्द विचार : पृष्ठ : ५ / २.
*
ढ़ाई अक्षर प्रेम का : दिव्य शब्द विचार :
*
कोई जिद्दी था जिद छोड़ कर चला गया
*
उसने कहा था : शॉर्ट रील : संदेशें आते हैं : चलते चलते : पृष्ठ : ८.
पूजा : शॉर्ट रील : बेहद खास है
*
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सम्पादकीय आलेख गद्य पद् संग्रह : मुझे भी कुछ कहना है : शक्ति लिंक :पृष्ठ : २ / ५
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सम्पादित.
शक्ति.डॉ.सुनीता सीमा शक्ति* शालिनी प्रिया अनीता अनुभूति
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अद्यतन*
डॉ आर के दुबे.
सम्पादकीय शक्ति आलेख लिंक : डॉ. आर. के. दुबे. : मुझे भी कुछ कहना है
ओ बसंती : सम्पादकीय पृष्ठ : २ /५ में उपलब्ध.
सम्पादकीय आलेख शक्ति लिंक में पढ़ने के लिए उपलब्ध नीचे दिए गए लिंक को दबाएं और पढ़ें.
*press the shakti link : 2/5
अद्यतन*
सम्पादकीय. शक्ति : गद्य संग्रह : आलेख : पृष्ठ : १.
डॉ. आर के दुबे. राधा कौन ? : सम्पादकीय : आलेख : ४
डॉ. आर के दुबे : सम्पादकीय : पद्य संग्रह. आलेख .पृष्ठ : २
कजरी. २ / २. राधा कृष्ण की होली.
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सम्पादकीय आलेख गद्य पद् संग्रह : मुझे भी कुछ कहना है : शक्ति लिंक :पृष्ठ : २ / ६
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सम्पादित.
शक्ति.डॉ.सुनीता सीमा शक्ति* शालिनी प्रिया अनीता अनुभूति
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अद्यतन*
अरुण कुमार सिन्हा.
लेखक कवि विचारक दिग्दर्शक.
ओ बसंती : सम्पादकीय पृष्ठ : २ /६ में उपलब्ध.
सम्पादकीय आलेख शक्ति लिंक में : अरुण : मुझे भी कुछ कहना है
सम्पादकीय आलेख शक्ति लिंक में पढ़ने के लिए उपलब्ध नीचे दिए गए लिंक को दबाएं और पढ़ें.
press the shakti link : 2/6
अद्यतन*
*
सम्पादकीय. शक्ति : गद्य संग्रह : आलेख : पृष्ठ : १
परीक्षा और परीक्षार्थी : सम्पादकीय आलेख : २३ .
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पहाड़ और पेड़. लघु कविता : ०३.
फोटो : मीना : मुक्तेश्वर.
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सम्पादकीय आलेख गद्य पद् संग्रह : मुझे भी कुछ कहना है : शक्ति लिंक :पृष्ठ : २/७.
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सम्पादित.
शक्ति.डॉ.सुनीता सीमा शक्ति* शालिनी प्रिया अनीता अनुभूति.
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अद्यतन*
डॉ. रेणु.राँची.
सम्पादकीय आलेख शक्ति लिंक में पढ़ने के लिए उपलब्ध नीचे दिए गए लिंक को दबाएं और पढ़ें.
press the below given shakti link : 2/7.
*
मंत्रमुग्ध करने वाला दक्षिणेश्वर काली मंदिर पृष्ठ : आलेख : ३ / २
तस्वीरें : अशोक करण.कोलकोता डेस्क : स्तंभ संपादन : सज्जा : शक्ति माधवी सीमा रश्मि वाणी
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सम्पादकीय आलेख गद्य पद् संग्रह : मुझे भी कुछ कहना है : शक्ति लिंक :पृष्ठ : २ /८ .
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सम्पादित.
शक्ति.डॉ.सुनीता सीमा शक्ति* शालिनी प्रिया अनीता अनुभूति.
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शक्ति. दया जोशी.
*
एम. एस. मीडिया समर्थित सहयोगी
शक्ति मीडिया. केदार दर्शन. नैनीताल.शक्ति दया. प्रस्तुति.
आज का पचांग / राशि फल / सम्यक वाणी : सम्पादकीय / शक्ति लिंक :पृष्ठ : २ /८.
आज का' पचांग : अन्य के शक्ति विचार
२३.फरवरी. ग्रेगोरीयन २०२५ / विक्रम संवत. २०८१ / शक संवत १९४६.
आज का पचांग / राशि फल / ऋषि चिंतन :
देखने के लिए नीचे दिए गए लिंक को दबाएं.
अद्यतन*
press the below given shakti link : 2/8 .
२३.फरवरी. आज का पचांग / राशि फल / ऋषि चिंतन :
शक्ति .डॉ. ममता. सुनील. ममता हॉस्पिटल : बिहार शरीफ समर्थित.
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प्रेम के सात रंग.
डॉ. मधुप.
अति लघु कवितायें.
पहली.
समर्पण.
तुम्हारी,
लरजती आँखों की
उठती गिरती पलकों में
हमेशा मैंने केवल
' हां ' ही देखा.
' न ' कहाँ था ?
बोलो न ?
--------
⭐
दूसरी लघु कविता.
साहस.
साहस.
डॉ. मधुप.
फोटो : साभार
घर छोड़ा,
द्वार छोड़ा,
नाता तोड़ा,
आप से जोड़ा.
लो रंग गयी तेरे श्याम रंग में,
बनकर मीरा बावली हो गयी मैं,
लो मैं तेरे वास्तें,
सब छोड़ के
आ गयी मैं.
द्वार छोड़ा,
नाता तोड़ा,
आप से जोड़ा.
लो रंग गयी तेरे श्याम रंग में,
बनकर मीरा बावली हो गयी मैं,
लो मैं तेरे वास्तें,
सब छोड़ के
आ गयी मैं.
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लघु कविता.
लघु कविता.
संयोजिका.
शक्ति शालिनी.
⭐
रुत आई बसंती बहार,
रुत आई बसंती बहार,
बयार बहुरंगी बहे
देखो टूटे ना नेहिया की तार,
बयार बहुरंगी बहे,
मह-मह महकेला,
फूल-फुलवरिया,
आसमान छाए काहे,
काली रे बदरिया,
मनवा बसन्त भइल,
पिरितिया में तोहरे,
कुहुक उठी रे हमरे,
मन की कोइलिया.
बनल रहे सनेहिया हमार,
बयार बहुरंगी बहे,
देखो टूटे ना
नेहिया की तार,
बयार बहुरंगी बहे.
रुत आई बसंती बहार,
बयार बहुरंगी बहे,
देखो टूटे ना नेहिया की तार,
बयार बहुरंगी बहे.
चहक-चहक नाचे,
मन के मयूरवा,
रात भर चाँदनी,
निहारेला चकोरवा,
विरह में तोहरे,
जिनिगिया ई पतझड़,
हमरे जिनिगिया में,
तोहइँ अंजोरवा.
अब तोहइँ बसन्त हमार,
बयार बहुरंगी बहे,
देखो टूटे ना नेहिया की तार,
बयार बहुरंगी बहे.
रुत आई बसंती बहार,
बयार बहुरंगी बहे,
देखो टूटे ना नेहिया की तार,
बयार बहुरंगी बहे.
संपादन : शक्ति. डॉ.सुनीता शक्ति* प्रिया
पृष्ठ सज्जा : शक्ति. अनुभूति मंजिता
शिमला डेस्क.
----------
लघु कविता.
शक्ति. रेनू शब्द मुखर.जयपुर.
⭐
नाम का प्रारम्भ.
लिखने बैठती हूं तुम्हें
तो शब्द खुद-ब-खुद
मेरे मन से रिसते हैं।
तुम्हारे होने का आभास,
जैसे शून्य में अनुगूंज या
अनहद नाद
तुम सागर हो,
हर लहर में समेटे
अनगिनत रहस्यों की कहानी.
तुम आसमान हो,
जिसका विस्तार हर दिन
नई परिभाषा मांगता है.
सांवरे तुम मेरे
विचारों के बीज,
जो हर कविता में
फूटतें हैं नए रूप में.
तुम मेरी पहली रेखा,
और आखिरी विराम चिह्न.
मैं लिखती हूं तुम्हें
तो लगता है जैसे
स्वयं को लिख रही हूं.
तुम्हारे नाम का प्रारम्भ
मेरे शब्दों की इति है.
तुममें सिमटना
जैसे कण-कण में बिखर जाना,
और फिर हर जगह
तुम्हारा होना.
हा तुम्हीं से मेरा आरम्भ है
तुम्हीं में मेरी समाप्ति
ओमकार की गूंज हो तुम,
हर रचना का मूल.
आज लिख रही हूँ
कल भी यही लिखूंगी.
*
संपादन : डॉ.सुनीता शालिनी शक्ति* प्रिया
पृष्ठ सज्जा : शक्ति. अनुभूति मंजिता
शिमला डेस्क.
*
मैं बसंत हो जाती हूं.
फोटो : डॉ. सुनीता.
ओ मेरे बसंत
जब तुम आते हो
दिल को लुभाने वाली
पवन बहाते हो और
मैं मस्तमौला हो
सारी चिंताओं को
विस्मृत कर निडरता से
जिधर रुख कर जाना चाहती हूं
उधर चली जाती हूं.
क्योंकि मन बसंत हो जाता है
और बसंत होना
तुम जानते हो न ?
खुशी,उमंग और उत्साह से
रोम-रोम का पुलकित हो जाना
अप्रतिम खुशी का एहसास
जो प्रकृति के कण-कण में जर्रे-जर्रे में समा जाता है
तो मैं कैसे अधूरी रह सकती हूँ
और मैं बसंत हो जाती हूं
बसंत हो जाती हूं...
⭐
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-----------
लघु कविता.
आया बसंत
शक्ति नीलम.
आया बसंत
आया बसंत, मन भाया बसंत,
मस्ती के रंग ले आया बसंत।
रंग-बिरंगे फूलों से सज गई धरा,
खुशबू से देखो महक उठा है गगन।
मतवाली कोयल भी गा उठी है,
भौरों- सा गुंजार कर रहा है मन।
मां शारदे के पड़ते पावन चरण,
ज्ञान ज्योति से पुलकित मन।
बज उठे ढोल, उड़े गुलाल,
पिया की याद से हुए गुलाबी गाल।
मंजरी से भर गई आम की डाल,
फैलाया है मदन ने ऐसा जाल।
पसरा है प्रेम ,पड़ती नज़र जिधर ,
जब से किया है बसंत ने असर।
रितुराज ने कर दिया कमाल,
मचा दिया चहुंओर धमाल।
काश! हो सकता नफ़रत का अंत,
आया बसंत, मन भाया बसंत।
शक्ति नीलम.
वाराणसी
-------
दूसरी लघु कविता.
बसंती हवाएं.
बसंती गुलाबी हवाएं,
तन में ऐसी अगन लगाए ,
बंद आंखों की नींद उड़ाए,
हौले से थपथपाए,
छू के यूं ही गुजर जाए,
कभी लुभाए,
कभी गुदगुदाए,
कभी मन को उड़ा ले जाए,
ना कोई रोक,
ना कोई टोक,
प्रीत के रंग में सबको डुबाए.
होंठ गुनगुनाए,
प्यार लुटाए,
मन ही मन में कभी मुसकाए.
दिल के दरवाज़े पर,
आ के चुपके से,
दस्तक बेखुदी का फिर दे जाए.
रंगीन पंखों वाली,
मनमोहक और प्यारी,
तितलियां ढेर सारी जैसे लुभाए.
ऐसी बेसुध ,
ऐसी अलबेली,
गुलदस्ता हैं फूलों का गुलाबी हवाएं.
*
शक्ति * नीलम पाण्डेय
वाराणसी
*
लघु कविता संपादन : शक्ति * सीमा शक्ति अनीता.
पृष्ठ सज्जा : शक्ति *. डॉ. सुनीता शक्ति प्रिया
फोटो : डॉ. मधुप.
*
ए. एंड. एम. प्रस्तुति.
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तारे जमीन पर : गद्य संग्रह : शक्ति : सम्पादकीय : प्रस्तुति. पृष्ठ : ४.
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संपादन.
शक्ति. नीलम पांडेय.
वाराणसी.
प्रधान सम्पादिका.
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नव वर्ष बसंत २०२५ : सम्पादकीय आलेख : प्रस्तुति. पृष्ठ : ४ / ०.
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सम्पादकीय आलेख : पृष्ठ : ४ / ०.
प्रेम मोह और भक्ति के बीच की अवस्था है.
आलेख.
नीलम पांडेय.वाराणसी.
बसंत ऋतु का आगमन प्रकृति में व्याप्त वह संजीवनी बूटी है जो उस प्रेममय ऊर्जा की ओर संकेत करती है किसका अनुभव सृष्टि की सबसे श्रेष्ठ अनुभूति है। सौन्दर्य मनुष्य के व्यक्तित्व को प्रभावित करता है, और प्रेम उस सौन्दर्य में समाया रहता है। प्रेम में आसक्ति होती है। यदि आसक्ति न हो तो प्रेम प्रेम न रहकर केवल भक्ति हो जाती है।
प्रेम मोह और भक्ति के बीच की अवस्था है। प्रेम के फूल जिसके पास भी बरसते हैं, वही सम्राट हो जाता है। गोपियों के श्री कृष्ण प्रेम की एक झलक श्रीमद् भागवत महापुराण में देखिए -
अटति यद् भवानह्नि कानने, त्रुटिर्युगायते त्वामपश्यताम्।
कुटिल कुन्तलं च श्रीमुखं च ते, जड़ उदीक्षतां पक्ष्मकृद् दृशाम्।
भाग १०.३१.१५ दर्शन करती हुई गोपियाँ “ ओ श्यामसुंदर ! जब तुम सुबह गायों को चराने जाते हो तो तुम्हारी दिव्य छवि को निहार कर तुम्हारे दर्शन की प्यास को शांत करते हैं। तुम्हारी उस अति सुंदर दिव्य छवि को मन में बसा कर किसी प्रकार दिन व्यतीत करते हैं । गौचारण के उपरांत तुम्हारे वन से लौटने वाली
छवि के दर्शन की लालसा में एक-एक क्षण युग के समान व्यतीत होता है ।
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फोटो : साभार |
जब तुम सयंकाल को वापस आते हो तो हम तुम्हारे अत्यंत मनोहर मुख कमल व घुँघराली अलकावली का रसपान करते नहीं अघाते ।
किंतु हमें ब्रह्मा पर क्रोध आता है कि पूरे शरीर में केवल दो ही आंखें बनाई और उन आँखों पर पलक बना दी जो कि लगातार झपकती है । ब्रह्मा ने इस बात पर विचार ही नहीं किया कि ये पलकें तुम्हारे दर्शनों का सुख प्राप्त करने में बाधा हैं । "
गोपियों के अतिशय प्रेम की इस अवस्था की कल्पना कौन कर सकता है ?
प्रेम या प्यार एसा शब्द है जिसका नाम सुनकर ही हमें अच्छा महसूस होने लगता है, इस शब्द में वो एहसास है जिसे हम कभी नहीं खोना चाहते। इस शब्द में ऐसी पॉजिटिव एनर्जी है जो हमें मानसिक और आंतरिक खुशी प्रदान करती है। कभी कभी कष्टदेय भी होती है ......।
स्तंभ संपादन : शक्ति शालिनी अनीता सीमा.
स्तंभ सज्जा : शक्ति अनुभूति सुष्मिता मंजिता.
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सम्पादकीय आलेख : पृष्ठ : ४ / ०.
प्रेम मोह और भक्ति के बीच की अवस्था है.
गतांक से आगे : १ : प्रेम समर्पण का नाम है.
तेरी मेरी कहानी.
तो यह है 'प्रेम' जहां कि सबकुछ समाप्त हो जाने के बाद भी जो कुछ बचा रहता है वही देने के लिए तत्परता है। यही प्रेम है । प्रेम समर्पण का नाम है । त्याग करने का कारण है। अपने प्रिय के लिए कुछ कर के देखें एक सुखद अनुभूति होगी। प्रेम देने मात्र का नाम है लेने का नहीं । हम आजकल बच्चे की तरह का प्रेम करते हैं। हम सिर्फ लेना जानते हैं, देना नहीं । और यही स्वार्थ पूर्ण प्रेम जो बिकाऊ है, प्रेम का सबसे निचला स्तर है। इस स्तर पर पहुंच कर मानव फिर अपनी सारी अस्मिता ही खत्म कर डालता है।
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फोटो ; साभार |
बसंत उत्सव प्रेम की वह उर्वर भूमि है जहां सृष्टि का प्रत्येक जीव आनंद की चरम-सीमा तक पहुंच सकता है। प्रेम की अनुभूति हर कोई नहीं कर सकता तभी तो कहा गया है :-
प्रेम न बाड़ी उपजे, प्रेम ना हाट बिकाए,
राजा परजा जेहि रुचे, सीस देई ले जाए.
मैंने इक कथा पढ़ी थी एक बच्चे से एक वृक्ष को प्रेम हो गया वह बच्चा रोज उसके नीचे आकर खेलता। वृक्ष काफी खुश होता। वह जब भी बच्चे कोअपने पास पाता ,उसके सुख का सुख की कोई सीमा नहीं होती। वह खुशी में डूबा रहता । बच्चा उस वृक्ष के नीचे काफी समय बिताता। वह अपने छोटे हाथों से वृक्ष की टहनियों को पकड़ने की चेष्टा करता और जब वह पकड़ नहीं पाता वृक्ष अपनी टहनी झुका लेता और जब बच्चा उसकी टहनी से झूलता तो उसे अपूर्व आनंद का अनुभव होता धीरे-धीरे समय बीतता गया वह बच्चा बड़ा होता गया ।
अब वह पहले से भी ज्यादा समय वृक्ष के नीचे बिताता । उस पेड़ पर चढ़ता, फलों को तोड़ता फूल से खेलता। कभी-कभी उस फूल का मुकुट बनाकर राजा बन बैठता । वृक्ष जब यह सब देखता है तो उसे मन ही मन अपूर्वानंद की प्राप्ति होती। किंतु समय के साथ साथ वह बच्चा बड़ा और बड़ा हुआ और फिर उसे पढ़ाई के सिलसिले में बाहर जाना पड़ा। अब वृक्ष और बच्चे के बीच मिलने की का जो समय था वह काफी लंबा होता गया ।लेकिन जब कभी भी वह बच्चा वृक्ष के नीचे आकर बैठता या उसके पास से गुजरता तो उस बच्चे के के पास से गुजरती हवा वृक्ष को आनंद विभोर कर देती ।
बच्चा और बड़ा हुआ । काम के सिलसिले में उसे दूर जाना पड़ा। वह पैसे कमाने, जीवन को अच्छा बनाने के चक्कर में पड़ा तो फिर वृक्ष से मिलने का समय और लंबा हो गया। धीरे-धीरे वर्ष बीत गए जब वहां आया तो वृक्ष ने कहा कि मैं तुम्हारा साथ चाहता हूं तुम्हारी प्रतीक्षा करता हूं और जब तुम मेरे पास कुछ पल के लिए आ जाते हो तो मुझे उस सुख का अनुभव होता है जो कहीं और प्राप्त नहीं हो पाता। किंतु बच्चा तो अब पैसा कमाने की होड़ में था । पेड़ से या उसकी भावनाओं को समझने से बिल्कुल परे था। धीरे-धीरे समय
बीतता गया और फिर एक समय ऐसा आया जब वह बच्चा गांव वापस आया ।
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फोटो ; साभार |
एक दिन पेड़ के नीचे बैठा, काफी चिंतित था। वृक्ष ने उससे पूछा कि क्या मैं तुम्हारी मदद कर सकता हूं ? तब उसे उसने कहा कि मुझे घर बनाना है और इसके लिए बहुत सारी लकड़ी चाहिए । पेड़ ने अपने कहा कि मेरी टहनियां काट लो और तुम अपना घर बना लो। बच्चे ने टहनिया काट डाली। अपने घर में लगाए तब भी वृक्ष खुश था कि वह किसी न किसी तरह से उस बच्चे के काम आया ।
समय बीतता गया और फिर एक दिन वह लड़का उस पेड़ के नीचे बैठा काफी चिंतित दिख रहा था। पेड़ ने कहा कि तुम इतने चिंतित क्यों हो? क्या मैं तुम्हारी कुछ मदद कर सकता हूं? तब उस लड़के ने कहा कि मुझे दूर देश जाना है जहां जाने के लिए मुझे एक नाव चाहिए । वृक्ष ने कहा कि मेरे तने को तुम काट लो और उससे नाव बना लो ।और फिर लड़के ने ऐसा ही किया उस वृक्ष के तने से नाव बनाए और दूर देश चला गया ,पैसे कमाने। अब एक छोटा सा पेड़ बन के रह गया था वह वृक्ष ।
समय बीतता गया बच्चा वृद्ध हो गया । और फिर एक समय ऐसा आया जब वह उस पेड़ के नीचे आकर रूका तो उसने देखा कि अब तो पेड़ के पास कुछ भी नहीं है। फिर भी पेड़ ने कहा क्या मैं तुम्हारी कुछ मदद कर सकता हूं ?
तो यह है 'प्रेम' जहां कि सबकुछ समाप्त हो जाने के बाद भी जो कुछ बचा रहता है वही देने के लिए तत्परता है। यही प्रेम है । प्रेम समर्पण का नाम है । लेने का नहीं ।
प्रेम. संदर्भित गीत.
फिल्म : आरोप.१९७४.
सितारे : विनोद खन्ना. सायरा बानू. विनोद मेहरा.
गाना : नैनों में दर्पण दर्पण में कोई
देखूं जिसे मैं सुबह शाम
गीत : माया गोविन्द. संगीत : भूपेन हजारिका. गायक : किशोर कुमार
गाना सुनने व देखने के लिए नीचे दिए गए लिंक को दवाएं.
स्तंभ संपादन : शक्ति शालिनी अनीता सीमा.
स्तंभ सज्जा : शक्ति अनुभूति सुष्मिता मंजिता.
गीत संकलन संपादन / डॉ. सुनीता मधुप.शक्ति प्रिया
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प्रेम और जीवन : सम्पादकीय : आलेख : ४ / १
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अरूण कुमार सिन्हा
कवि, साहित्यकार, चिन्तक,आलेखक.
प्रेम गली अति सांकरी जामे दोउ न समाए
जब मैं था तब हरि नहीं जब हरि है मैं नाय।
कबीर
प्रेम और जीवन : प्रेम तभी तक सरल सहज और सुग्राह्य होता है जबतक मनुष्यों का मन हृदय और मस्तिष्क में सरलता सहजता और निश्छलता होती है।
यही वजह है कि बच्चे प्रेम और मित्रता को जानते हैं समझते हैं और उसे जीते और भोगते हैं।
मनुष्य ज्यों ज्यों बौद्धिक तार्किक होता जाता है, प्रेम कलुषित और कारणिक होता जाता है।मनुष्य जिज्ञासु और अर्थसाधक होता जाता है और भावनात्मक संवेदनशीलता उपयोगिता और उपादेयता आधारित होती जाती है जो संवेदना को ही संवेदनहीन कर देती है।
प्रेम ही सृजन है प्रेम ही शिवत्व है : प्रेम ही सृजन और जीवन के लय और प्रलय के मूल में है। प्रेम जब शिवत्व को धारण करता है तो शिव के तांडव को धारण कर लेता है और जैसे तांडव की प्रकृति और प्रवृत्ति होती है वैसे ही प्रेम हो जाता है जो शिव के सृजन लय और प्रलय से जुड़ा हुआ है।
शिव जब आनन्द तांडव करते हैं तब सृजन होता है,स्थिर होकर भावविभोर होकर स्वयं में स्थित हो जाते हैं तो लय की स्थिति बनती है, संसार चक्र चलने लगता है और जब रुद्र तांडव करते हैं तब सृष्टि का विनाश होने लगता है। सृजन और लय की अवस्था में शिव प्रेममय रहते हैं, सब एक दूसरे के साथ आबद्ध हो जाते हैं और जीवन सरल सहज और सुख आनन्द से परिपूर्ण हो जाता है।
सर्वत्र सुख शान्ति विकास का साम्राज्य हो जाता है और जीवन अपने धर्म अर्थ काम और मोक्ष अर्थात् प्रेय और श्रेय की प्राप्ति में लग जाता है।यही प्रेम की महिमा है जहां समस्त जीव जन्तु पिण्ड आदि एक प्रवाह में आकर्षण से बंधे भागे चले जाते हैं।आप प्रातःकाल का अवलोकन करें,यह सृजन का काल है, समस्त प्रकृति मानों एक दूसरे को आलिंगन करने के लिए आतुर दिखती है,जिसे भौतिक विज्ञान आकर्षण या गुरुत्वाकर्षण का सिद्धान्त कहता है वह अध्यात्म या सूक्ष्म जगत में प्रेम है जिससे आबद्ध होकर सब एक दूसरे की ओर भागे चले जाते हैं। प्रेम जगत का सार तत्व है, ब्रह्माण्ड के सृजन का आधार है। लय की अवस्था जब अपने चरम पर पहुंचती है तो उसी बिन्दु से रुपान्तरण की प्रक्रिया शुरू हो जाती है कि चरम अवस्था परिवर्तन को जन्म देती है, शिव के आनन्दमय स्वरूप में रुपान्तरण होता है, रसहीन भावहीन रंगहीन हो रहे जगत में फिर से नवीन जीवन और प्रेम का सृजन करने के लिए शिव तांडव नृत्य करते हैं। समस्त आधियां व्याधियां आपदाएं तमस कुवृत्तियां आदि नष्ट हो जाती हैं, एक प्रेममय जगत का निर्माण होता है। इस तरह प्रेम की स्थापना के लिए सृजन और विनाश का चक्र चलता रहता है।
मार्क्स : वाद प्रतिवाद और संवाद के दर्शन : संभवतः इसी दर्शन से प्रेरित होकर हीगल, एंगेल्स और मार्क्स ने Thesis, antithesis and synthesis अर्थात् वाद प्रतिवाद और संवाद के दर्शन को जन्म दिया होगा। नवीन जीवन के सृजन के लिए बीज का बोया जाना,उसका सड़ना और फिर एक नये पौधे या जीवन का सृजन होना ही तो संसार का चक्र है पर आधुनिक भौतिक विज्ञानी और दार्शनिकों ने इसके सूक्ष्म पक्ष का अवलोकन नहीं किया।
उन्होंने स्थूल को देखा और सूक्ष्म तथा कारणिक का त्याग कर दिया इसलिए उनका दर्शन रसहीन और प्रेमहीन हो गया, जीवन निर्मम हो गया परन्तु जीवन तो प्रेम के बगैर न तो सृजित हो सकता है और न चल सकता है।
कबीर,तुलसी,मीरा, रहीम का प्रेम : इसी प्रेम को महाकवि वाल्मीकि, कालिदास, कबीर,तुलसी,मीरा, रहीम आदि ने समझा, भगवान महावीर और तथागत सिद्धार्थ ने समझा और इसी प्रेम से अनुप्राणित होकर करुणा,सत्य, अहिंसा, त्याग,क्षमा आदि के दर्शन को जन्म दिया।
भगवान राम और भगवान कृष्ण ने इसी प्रेम को समझकर पुरुषोत्तम और योगेश्वर के पद को प्राप्त किया।
प्रेम, द्वैत नहीं अद्वैत का दर्शन है, व्यवहार है, इसलिए सद्गुरु कबीर ने कहा भी है कि,
प्रेम गली अति सांकरी जामे दोउ न समाए
जब मैं था तब हरि नहीं जब हरि है मैं नाय।
पर आजकल प्रेम का स्वरूप बदलकर अपने अर्थ को खो दिया है। प्रेम आकर्षण और मोह ग्रसित होकर संचारी भाव हो गया है, स्थायी भाव को खो दिया है।बिना स्वार्थ और मोह के प्रेम है नहीं और इसलिए संसार रसहीन और भावहीन हो गया है।
माना कि स्वार्थ के बगैर संसार का सृजन नहीं हो सकता और न चल सकता है परन्तु संसार को बनाए रखने के लिए प्रेम की प्रकृति और प्रवृत्ति को परमार्थी बनाना होगा अर्थात् जीवन को एक दूसरे से आबद्ध करना होगा,प्रेम को मोल और मूल्यहीन नहीं बनाना होगा तभी जीवन परिष्कृत और मर्यादित होकर चलेगा
और जीवन में प्रेय और श्रेय दोनों की प्राप्ति हो सकेगी।
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अरूण कबीर
कवि, साहित्यकार, चिन्तक,आलेखक।
दुमका, झारखण्ड।
स्तंभ संपादन : शक्ति शालिनी अनीता सीमा.
स्तंभ सज्जा : शक्ति अनुभूति सुष्मिता मंजिता.
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स्वर्णिका ज्वेलर्स. करुणाबाग.सोहसराय.बिहार शरीफ़.समर्थित. ![]() टाइम्स मीडिया प्रस्तुति * ------------- ये मेरा गीत : जीवन संगीत : कल भी कोई दोहराएगा : पृष्ठ : ६. --------------- वृन्दावन डेस्क. नई दिल्ली ⭐ संपादन. राधिका शक्ति मीना प्रिया ⭐ -------------- ⭐ सर्वकालिक : मेरी पसंद. शक्ति. डॉ. सुनीता मधुप शक्ति प्रिया सीमा रेनू माधवी अनीता अनुभूति. ये मेरा गीत : जीवन संगीत : कल भी कोई दोहराएगा. प्रेम विशेष : प्रिय एवं अति भद्र अभिनेता नवीन नवीन निश्चल के लिए साभार. ⭐ फिल्म : पैसे की गुड़िया सितारे : नवीन निश्चल सायरा बानू गाना : मेरी बात के माने दो जो अच्छा लगे वो अपना लो जो बुरा लगे उसे जाने दो गीत : वर्मा मलिक संगीत : लक्ष्मीकांत प्यारेलाल. गायक : किशोर कुमार गाना सुनने व देखने के लिए नीचे दिए गए लिंक को दवाएं. ⭐ फिल्म : हँसते जख़्म.१९७३. सितारे : नवीन निश्चल प्रिया राजवंश गाना : बेताब दिल की तमन्ना यहीं है तुम्हें चाहेंगे तुम्हें पूजेंगे. गीत : कैफ़ी आज़मी. संगीत : मदन मोहन. गायिका : लता गाना सुनने व देखने के लिए नीचे दिए गए लिंक को दवाएं. ⭐ फ़िल्म : जिस देश में गंगा बहती है. १९६०. सितारे : राज कपूर. पदमिनी. गाना : ओ बसंती पवन पागल न जा रे न जा गीत : शैलेन्द्र संगीत : शंकर जयकिशन. गायक : लता. गाना सुनने व देखने के लिए नीचे दिए गए लिंक को दवाएं. ![]() एम. एस. मीडिया. प्रस्तुति. नैनीताल डेस्क. -------- शक्ति. डॉ. ममता कौशाम्बी : ममता हॉस्पिटल : बिहार शरीफ. समर्थित. -------------- लो भूली दास्ताँ वो फ़िर याद आ गयी : फ़िल्मी कोलाज : पृष्ठ : ७ ------------ शिमला डेस्क. संपादन. ⭐ शक्ति : वनिता अनुभूति स्मिता.
⭐ प्रयाग राज : लघु फिल्में दृश्यम : शक्ति. रिम्मी. नई दिल्ली. गंगा : यमुना : सरस्वती : त्रिवेणी : संगम : पहुंचने की कोशिश ------------- ओ बसंती पवन पागल : वर्ष : २०२५ : फोटो दीर्घा : विशेष : कल : पृष्ठ : १२. ----------- * संपादन. शक्ति. डॉ. सुनीता शक्ति सीमा प्रिया.
⭐ --------- चलते चलते : मुझे भी कुछ कहना है : शुभ रात्रि : पृष्ठ : १३. -------- ख़ुशी : शॉर्ट रील : पिया तोसे नैना लागी रे ए.एंड.एम. प्रस्तुति. संपादन. शक्ति. रेनू अनुभूति नीलम. ⭐ एक आखर पिउ का पोथी पढ़-पढ़ जग मुआ पंडित भयो न कोय एके आखर पिउ का पढ़े सो पंडित होय. मोह का रूप अनेक कहते हैं सुजन नेक जो कोई हरि को भजे प्रेम का अर्थ समझे देख. नैनीताल डेस्क. .तनु. ⭐ राधिका : नई दिल्ली. ⭐ मन विजय किसी के दिल में जगह बना लेना जीवन की सबसे बड़ी ' कामयाबी ' है, क्योंकि यही एक जगह है जहां ' पैसों 'से घर नहीं बनते। ⭐ प्रेम तब तक सिर्फ,एक शब्द भर है.....! जब तक आप इसका,अहसास नहीं कर लेते....!! ⭐ जब दुःख में सुख का अनुभव होने लगे …. तो समझ लेना बिहारी जी अपने साथ है.. ⭐ किसी की संगत से आप के विचार शुद्ध होने लगें.... तो समझ लीजिये कि निश्चित ही वह कोई साधारण व्यक्ति नहीं है.. -------- गलतियाँ हाथ नहीं * * * * कृष्ण : भक्ति : शक्ति मेरे तो गिरधर गोपाल दूसरो न कोई हे माधव ! मेरे ' गुरु ' और ' गुरुर ' दोनों आप ही हैं ⭐ * ⭐ Joint Media Houses' presenting Section English Dev : Shiv Hari Shakti : Calendar. 2025. ⭐ ⭐ Contents Calendar : Cover Page : Editorial Page : 2 --------- Editorial : English : Page : 2 ----------- Chief Editor. Indraprastha* Desk. ![]() * Shakti : Prof. Dr. Roop Kala Prasad. Department of English. Shakti : Prof. Dr. Bhwana Department of S.Sc. Shakti : Tanu Shree. Shakti : Radhika Krishna* -------- Executive Editor. English Nainital Desk. * * Dr.Sunita ' Shakti ' Priya. -------- Assistant. Executive Editor -------------- Kolkotta Desk. ![]() * Shakti. Madhvee Seema Bhagwanti. -------- Chief : Art Editor --------------- Shimla Desk. Shakti : Anubhuti Manjeeta Sushmita. ----------- Shree. Chiranjeev Nath Sinha.IPS Shree. Vikash Vaibhav. IPS Shakti : Rashmi Srivastava.IPS * M.S Media. Chief Patron. Civil Judge ⭐ Exclusive Visitor of the page Shakti Vandana Singh. IAS. Uttarakhand Shree Deepak Rawat Commissioner Uttarakhand Shree Pankaj Bhatt. IPS. Uttrakhand. ⭐ Shakti Editorial Link : English Section.Page 2 /0 Editor. Dr.Sunita Seema Radhika Shakti Shalini Priya Renu Anubhuti. ---------- Shakti Vibes Photo Thoughts Link : Dr.Sunita Shakti* Priya Seema : 2/0 . ----------- * Shakti's Vibes Photo Thoughts Link : 2/0. Editor : Dr.Sunita Shakti* Priya Seema --------- Shakti Writeups Link : Dr.Sunita Madhup Shakti* Priya : 2/1 -------- Dr.Sunita Madhup Shakti* Priya. Press the Shakti Writeups link : Dr.Sunita Madhup Shakti Priya. 2/2 My Sonnets and Poems. ⭐ Shakti s Thought link : Dr.Sunita Shakti* Priya : 2/3 Shakti Writeups link : Ashok Karan : 0/1. Ex.Staff Photographer.Hindustan Times Patna.Ranchi. Photo Editor : Public Agenda. New Delhi. Present : Free Lance Writer & Photographer. Press the Shakti Writeups link : Ashok karan 0/1 photos & Writeups --------- Shiv Hari : Shakti Vichar Dhara : English Page : 0 -------------- Namami Gange. ⭐ Shakti Editor : Media Group Dr.Sunita Seema ' Shakti ' Anita Priya Anubhuti. Days Special. * ---------- Radhika Krishna : Iscon Desk : Nainital : English Page : 0 ------------ Editor. Anu Radha. Nainital. Day Special. on 14 th of Feb . Valentine Day. Valentine Day : Penguin GIF. Jaise Tujhko Banaya Gaya Hai Mere Liye. ⭐ on 13th of Feb . Kiss Day. 7th Day.g. Kiss Day : that surrenders someone to that beloved ones. ⭐ on 12th Feb . Hug Day. 6th Day. f. When words are not enough to express the feelings Hugging is only the Sole soul solution. Hug Day on 12th Feb . @ Dr.Sunita Madhup Priya. ⭐ 5th Day : Valentine Day Special : Promise Day : 11th of February 5th Day : Promise Day : Celebrated on 11th of February. Keep your Promises till the last Breathe. with a nice GIF Decorative. ⭐ 4th Day : Valentine Day Special : Teddy Day : 10th of February the Cutest Gift for the Children and the Beloved ones. with a GIF Decorative Gift Teddy Bear. 3rd Day Valentine : Special : 9th of Feb Chocolate Day. 2nd Day Valentine : Special : 8 th of February : Propose Day Meeting you was a luck... * Times Media presenting. --------- Lines of the Day : Trishakti : Mahalaxmi : Theme : Page : 2 / 1. ----------- ⭐ Mahalaxmi Kolkotta Desk . Editing. ⭐ Shakti Seema. Kolkotta. ⭐ Lines of the Day. * Learning * The beautiful ' thing ' about learning is nobody can take it ' away ' from you. * Talent : Looks : Attitude : Ego. Talent and Looks are God given....Be thankful Attitude and Ego are Self Created.....Be Careful * the golden thoughts in mind * There is nothing great to be born with the ' ........ ' in mouth, Greatness is in living with the ' ....... ' in mind * Life is like a Camera, develop from the negatives.. Life is like a Camera, focus on what is important, capture the good times, develop from the negatives, and finally if things don't workout take another shot. * M.S Media Presenting ---------- Photo of the Day : : Mahashakti. English Page 2 / 2 --------- Naina Devi Desk :Nainital : Editor.: Shakti. * Art of the Day : Mahasaraswati Narmada Desk : Jabbalpur. Editor. ⭐ -------------- Editorial : Theme Page : Prose English 4. -------------- Dev Bhumi Desk : Nainital Shimla. Contents : Editing Desk : Nainital. Editor Shakti Dr.Sunita Seema Shakti* Priya. Page : Decoratives : Desk : Shimla. Editor Shakti : Anubhuti Manjita Sushmita Anita. * ------------ " Valentines Week ' is on its way. Editorial : Theme Page : 4 / 1 Shakti. Dr.Sunita Shakti* Priya. * " Valentines Week ' is on its way. the most awaited week of Love. We are with the lovable month February. Really love is a passion that never dies. All together we find ourselves remaining very sensitive to the most awaited week of Love “ Valentines Week ” which is on its way. And we really feel that all around the world the couples around ourselves are usually excited to know about the Valentine Week 2025 with the complete details. And they always remain very curious about how to celebrate this week. So in fact we want to inform all the people, beautiful couples and lovers that awaited Valentine Week 2025 very eagerly starts from 7th February and ends on 14th February 2025 with Valentine’s Day. All seven days fall in this week in a such a way we can satisfy our friends, dear ones and beloved ones.Valentine's Week is celebrated from February 7 to February 14. The week starts with Rose Day and ends with Valentine’s Day. ⭐ a. 1st Day. 7th of February : The Very First Day of our feeling : Rose Day. The festival of love begins with a. Rose Day on 7th Feb (Tuesday) has been followed observed by all of us a Rose Day that is indeed much expressing for someone that you care. People were seen buying roses and giving to their beloved ones. A Rose in different colour is one ofthe most significant tokens of love and passion which you have. Itself defines why it is important and a part of Valentine's week. History of the Rose Day : The story of rose day is believed to be like this, the Greek god whose name was Eros loved his wife Athena the Greek goddess and she loved roses which is why Eros used to give her roses as a symbol of love. It is said that the Victorians started the culture of exchanging roses to communicate unspoken feelings casting in side the heart. They sought a way to reveal their feelings. However, a Red Rose stands being a symbol of love and passion but there are so many other shades as well and every colour stands different in the expression of love. It is believed that giving roses to your loved ones on this special day is the first step of expressing your love. A red rose defines your passion and desires towards the another person. This colour of rose is defined as the epitome ( प्रतीक ) of love, this could be the best day for you to express your feeling and say ‘I love you’ to your loved ones. Film : Sharmeeli.1971. Song : Khilte Hai Gul Yahan. Valentine Day : Rose Day: . 1st Day. 7th of February : Special Song. Starring : Shashi Kapoor. Rakhee. Lyrics : Neeraj. Composer : S.D. Burman Singer for watching the song press the given below link. Write Up : Dr.Sunita Shakti* Priya Decoratives : Shimla Desk.Shakti. Anubhuti Manjita Sushmita Anita. Song Selection : Shakti Dr. Sunita Seema Shakti* Anita Priya Anubhuti. ⭐ b. 2nd Day : Propose Day : on 8th Feb Doing very creative good for someone ![]() In our opinion on this very day propose day should be celebrated in such a way when you should be impressing someone to do something very good, creative and lovable thing. You should be very emotional to each and every one's sentiments including all the community. Significance of propose day : Propose day is a significant day for couples who are in a romantic relationship. It is a day to make their love official by proposing to their partners. ⭐ Film : Aakrman.1975. Song : Ye Mausam Aya Hai . Valentine Day : Propose Day: .2nd Day. 8th of February : Special Song. Starring : Rakesh Roshan . Rekha. Lyrics : . Composer : Lakshmikant Payrelal Singer : Kishore Kumar Lata. for watching the song press the given below link. Write Up : Dr. Sunita Shakti* Priya Decoratives : Shimla Desk.Shakti. Anubhuti Manjita Sushmita Anita. Song Selection : Shakti Dr. Sunita Seema Shakti* Anita Priya Anubhuti. ⭐ 3rd.Day.: 9th of February Celebration among the beloved ones c. the 3rd day of the Valentine week celebrated as a Chocolate Day. c. Chocolate Day has been celebrated in the most - awaited week of the year Valentine Week on 9th Feb (Thursday) 2025. Every year,Chocolate Day is celebrated among the beloved ones in the 3rd day of the Valentine week of February with a lot of passion, love grandeur and pomp all across the world. This week is specially dedicated to love, the power of love and urges people to express their emotions to the ones they love by offering chocolates to one another. People who are in relationships, spend the week with their partners. People who have crush on someone, choose this time of the year to express their feelings to them by sharing the pieces of chocolates. And people, who are single, spend the week with their near and dear ones to feel the togetherness. On this day we add sweetness to our family friends and beloved's life by sharing with them a box of delicious chocolates so that their lives should be sweetened. ⭐ Film : Aan Milo Sajna.1970 Song : Falak Se Tod Kar Dekho Sitare Valentine Day : Propose Day: .3rd Day. 9th of February : Special Song. Starring : Rajesh Khanna. Asha Parekh. Vinod Khanna. Lyricist :- Anand Bakshi Music Laxmikant -Pyarelal Singer : Mohammed Rafi for watching the song press the given below link. Write Up : Dr. Sunita Shakti* Priya Decoratives : Shimla Desk.Shakti. Anubhuti Manjita Sushmita Anita. Song Selection : Shakti Dr. Sunita Renu Neelam Seema Shakti* Anita Priya Anubhuti. ⭐ 4th Day. d.Teddy Day is celebrated on 10th Feb The Cutest Gift for the Children and the Beloved ones. Teddy Day 2025 : Always we love to have a teddy bear with us.If you visit anyone's house you will get this toy there. Really it seems to be the cutest one. When we look into the history the soft toy gets its name from Theodore Teddy ' Roosevelt, the 26th President of the United States. February 10, the fourth day of the Valentine's Week, is celebrated as Teddy Day every year. On this day, people gift teddy bear soft toys to their loved ones. A little teddy bear perfectly embodies the feelings someone's love, warmth, and care. It has also been an ideal gift given for not just a romantic partner but also for children, parents, or anyone you adore. While each day of Valentine's Week has something special to offer, Teddy Day has to be the cutest one. Valentine Day : .4th Day : Teddy Day 10 th of February : Special Song. Film : Chalaak.1973. Song : Dil Ka Nazrana Le O Dildar Le Starring : Radha Saluja. Kiran Kumar. Lyricist - Hasrat Jaipuri Music - Ganesh Singer : Kishore Kumar. Asha Bhosle for watching the song press the given below link. Write Up : Dr. Sunita Shakti* Priya Decoratives : Shimla Desk.Shakti. Anubhuti Manjita Sushmita Anita. Song Selection : Shakti Dr. Sunita Renu Shabnam Seema Shakti* Shalini Priya Anubhuti. 5th Day : Promise Day : Celebrated on 11th of February. Keep your Promises till the last Breathe. write up : Shakti. Dr.Sunita Shakti* Priya. e. Promise Day Then, on 11th Feb I always try to remember my words unchanged forever. What is a promise ? I mean a word which you have to someone exclusively. And I feel that is to be completed if you keep your words for your beloved ones. And in our common life everyone should be honestly sticky to one's words should never stand meaningless. On this day, couples make a promise to each other, so that their relationship will always be strong and no doubts or suspicions can create a place in their relationship. On this day, people promise to love their partners or crushes forever. They also commit to working on their relationship, gift each other sweet tokens of love, and more. You can make this day special by sharing romantic messages with your partner. From the bottom of my heart, I want to make a promise that I will always love you and care for you until my last breath. And whatever I have made a promise to you,I will pray to Almighty to be completed in coming days. * Our Favorites Valentine Day : 5th Day : Promise Day 11 th of February : Special Song. Film :Chetan.1970. Song : Main To Har Mode Par Tujhko Dunga Sada Meri Awaz Ko Dard Ke Saj Ko Tu Sune Na Sune Starring : Anil Dhawan . Rehana Sultan. * Lyricist - Naqsh Layalpuri Music - Sapan Jagmohan. Singer : Mukesh for watching the song press the given below link. Write Up : Dr. Sunita Shakti* Priya Decoratives : Shimla Desk.Shakti. Anubhuti Manjita Sushmita Anita. Song Selection : Shakti Dr. Sunita Renu Shabnam Seema Shakti* Shalini Priya Anubhuti. 6th Day. f. When words are not enough to express the feelings. Hug Day on 12th Feb . f. Hug Day on 12th Feb , As we near the end of Valentine's Week, people throughout especially in the European countries are getting ready to celebrate Hug Day with their special someone, exclusive one. It is celebrated on the sixth day of Valentine's Week.This year,it will be cared on Sunday, February 12. Hug Day is one of the most awaited occasions in theValentine's week. And rightly too on this day, people meet their loved ones and comfort them by hugging,by putting their arms around somebody, especially to show that they love him / her. They hold something close to your body, as hugs are a gesture of love, warmth and belonging. It passes a warm message to your loved ones when you feel that you are not expressive enough to show your emotions. When words can't be explaining an emotion in a complicated situation. After all, nothing fixes emotional cracks, doubts or anxiousness about the future better than a big warm hug. After Hug day, people celebrate Kiss Day and Valentine's Day on February 13 and 14. * Our Favorites Valentine Day : 6 th Day : Hug Day. 12 th of February : Special Song. Film : Movie: Woh Kaun Thi. 1964. Starring : Manoj Kumar, Sadhana, Song : Lag Ja Gale Lyrics : Raja Mehndi Ali Khan. Music Director: Madan Mohan. Singer: Lata Mangeshkar for watching the song press the given below link. 7th Day.g. Kiss Day : that surrenders someone to that beloved ones. g. Kiss Day on 13th Feb Kiss Day 2025 : A day before Valentine's Day, people celebrate Kiss Day. It is the seventh day of Valentine's Week and falls on February 13 usually. Usually Kissing is in such a lovable position of someone that surrenders someone to the beloved in ones passion. On this day,people seal their relationship with a kiss or show affection towards their partner. There are different types of kisses, like hand kisses, neck kisses, forehead kisses, French kisses, and more, and each holds significance on Kiss Day. You can make the day extra special by gifting your significant other something they like alongside a sweet message to convey your feelings on Kiss Day. As the Kiss Day, celebrated on February 13th, is a special occasion during Valentine's Week, dedicated to expressing love and affection through kisses to someone who remains very special in someone's life. This day highlights the importance of physical touch in romantic relationships, symbolising intimacy and connection to some extent it is felt that is necessary to us. . Our Favorites Valentine Day 7th Day.g. Kiss Day : Song Movie: Jhuk Gaya Aasman.1968. Song : Kaun Hai Jo Sapnon Mein Aaya Kaun Hai Jo Dil Mein Samaya Jhuk Gaya Aasman Bhi Ishq Mera Rang Laya O Priya. Starring : Rajendra Kumar. Saira Banu for watching the song press the given below link. 8th Day : h.Valentine Day 2025 : The Most Awaited Day for the Lovers. h.Valentine Day 2025 and finally there on 14th Feb . Valentine’s Day, is also called as St.Valentine’s Day, holiday (February 14) when lovers express their affection with greetings and gifts to loved ones. Now it has been a very famous day for the romance loving people throughout the world. Given their similarities, it has been suggested that the holiday has origins in the Roman festival of Lupercalia, was held in mid-February. The festival, which was celebrated the coming of spring, included fertility rites and the pairing off of women with men by lottery.
Although there were several Christian martyrs named Valentine, the day may have taken its name from a priest who was martyred about 270 ce. Formal messages, or valentines, were appeared in the 1500s, and by the late 1700s commercially printed cards were being used by the people. The first commercial valentines in the United States were printed in the mid-1800s. Valentines commonly depict Cupid, the Roman god of love, along with hearts, traditionally the seat of emotion. Because it was thought that the avian mating season begins in mid - February, birds also became a symbol of the day. Traditional gifts include candy and flowers, particularly red roses, a symbol of beauty and love. personally I feel to remember the dear ones on this day special and to spend time with them is the best way. The Most Loveable and Dedicated Songs to the Beloved ones. Film : Call Girl.1974. Cast : Vikram, Zaheera. Song : Ulfat Mein Zamane Ki Har Rasm Ko Thukrao. Lyrics by : Naqsh Layalpuri Music : Sapan Jagmohan Singer : Kishore Kumar. for watching the song press the given below link. Write Up : Dr. Sunita Shakti* Priya with Decoratives : Shimla Desk.Shakti.Manjita Sushmita . Song Selection : Shakti Dr.Sunita Shakti* Priya Tanu Anubhuti . M.S.Media Presenting Courtesy Contents Sources : Net. ------------ Odes on Solitude : Poems : Editorial Theme : English : Page : 5 -------------- Nainital Desk. Editor : Shakti. Dr.Sunita Shakti* Priya. * Happy Valentine's Day. * I want to be your Darjeeling. The wide-open arms to welcome the love The red rose with the sign of every blood The purity of promises and the loving teddy Compiles the gifts of a valentine’s speciality. The new thoughts that bind in relationship The new feelings to create a world of peace The new member to spend the rest of the life Are some clips of a valentine’s speciality. The small fights filled with every happiness The glistering eyes filled with every nastiness The non-stopping chats and the messages Are some memories of a valentine’s speciality. I want to be your and only yours Is the first word of every dear Willing to hold the hands forever Is the feeling of every valentine’s pair. * with courtesy My Sonnets : My Passions : Dr.Sunita Shakti* Priya * Decoratives. Shimla Desk. ------- You Said It * English : Shubh Subah , Sham aur Ratri Page : 6 -------- Nainital Desk. Shakti.Editor. Shakti Dr. Sunita Renu Seema Tanu Anita Shakti* Shalini Priya Neelam.Anubhuti.. Kabhi yaad Kare Jo Jamana mati par mar jana Shakti Tribute Prayer's Link: Tribute : Song * Good night Love what we have, before life teaches us to love what we lost ! *
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आपने कहा : you said it : पृष्ठ : ८ :
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Dehradun डेस्क.
सम्पादित.
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शक्ति. Dr.Bhwana Priya Seema.
. डॉ. नूतन रीता तनु.
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You* Said it.
आपने कहा.
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Anonymous* .
I am highly obliged to the team Shakti Samuh editing group for the nice creativity in the field of edition .
Thanks and regards.
Thanks and regards.
A very nice beginning on the very auspicious day of Vidyadayaini Shakti ' Saraswati'
ReplyDeleteI went through this page and liked visiting this page too much
ReplyDeleteToo much fabulous Dr. Raman sir nice editing…
ReplyDeleteDr. Sristi
My heartiest best wishes and compliments to Dr. R. K. Dubey for his creative writing.
ReplyDeleteArun Sinha, Dumka, Jharkhand.
कविताओं, आलेखों , तस्वीरों , गीतों--- का अतिसुन्दर संयोजन।-- विविध रंगों से सजा मनभावन पृष्ठ।
ReplyDeleteरीता रानी
जमशेदपुर , झारखण्ड
I am highly obliged to the team Shakti Samuh editting group for the nice creativity in the field of edition .
ReplyDeleteThanks and regards.
आपका यह पोस्ट मुझे बहुत प्रेरित करता है!
ReplyDeleteThaughts of Shakti's are very appreciable and these should be followed.
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