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प्रेम को समझने के लिए ह्रदय चाहिए 
निभाने के लिए धैर्य और पाने के सौभाग्य 
वो सब देख रहा है, ?
वो सब समझ रहा है, ?
सब सुन रहा है ....वो सब देख रहा है, ?
वाणी, प्रार्थना ,पीड़ा, संघर्ष, साथ , संयम और कर्म
राधिका कृष्ण दर्शन.
अद्वैत प्रेम : विश्वास.
वृन्दावनेश्वरी राधा कृष्णो वृन्दावनेश्वरः।
जीवनेन धने नित्यं राधाकृष्णगतिर्मम॥
भावार्थ.
श्रीराधारानी वृन्दावन की स्वामिनी हैं और भगवान श्रीकृष्ण वृन्दावन के स्वामी हैं,
इसलिये मेरे जीवन का प्रत्येक -क्षण श्रीराधा - कृष्ण के आश्रय में व्यतीत हो।

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