Talk of the Day : Our Town Economy & Polity.
Business Heads. A & M Media. Dr. Manish Sinha.New Delhi.M. S. Media. Bharat KishorePratham Media. Aashish Kumar. Patna.---------------------------M. S. Media. Bharat Kishore. Blog Address : msmedia4you.blogspot.comTheme : https://msmedia4you.blogspot.com/2020/11/talk-of-day.html----------------------------Page.1. About this Page.e -Theme Magazine. Volume 1.Section. A.-----------------email : addresses.email : prathammedia2016@gmail.comemail : m.s.media.presentation@gmail.comemail : anmmedia@gmail.comemail : timesmedia302022@gmail.com--------------⭐Web Page Developing , Design & Making. MARS' P ( Project ) Creative Art Computer Graphics. Magazine / News / Features . New Delhi.Page Making & Design : Er.Siddhant Jyoti. Er. Snigdha. Er. Ram Shankar. Bangalore.Vidisha.New Delhi.--------------- e - featured theme blog magazine page, around our cultural experiencesunder the aegis of EDRF. New Delhi.-------------------⭐ Advertisement Head. New Delhi : 9525233999Ranchi : 8789277699. Patna : 9334099155.----------------------------Talk of the Day : Our TownEconomy & Polity.e-theme magazine. Around Our Town. A Complete Economy & Polity News Account of Ourselves.----------------------------------Volume 1.Section. B. -----------------
अर्थ , राजनीति और व्यापार : समाचार.
आवरण : पृष्ठ : ० . विषय सूची : पृष्ठ : ० . त्रि शक्ति : प्रस्तुति : पृष्ठ : ० त्रि शक्ति : दर्शन : पृष्ठ : ० / ० . त्रि शक्ति : विचार : पृष्ठ : ० / १ . त्रिशक्ति : महालक्ष्मी : सम्यक वाणी : मुझे भी कुछ कहना है : पृष्ठ : ० / २ / १. त्रिशक्ति :महाशक्ति : सम्यक दृष्टि : जीवन सुरभि : पृष्ठ : ० / २ /२ . त्रिशक्ति : महासरस्वती : सम्यक आचरण : पृष्ठ : ० / २ / ३.ये वादियां ये फिजाएं बुला रही हैं तुम्हें : आज की तस्वीर : पृष्ठ : १ /० .दिल की आवाज़ भी सुन : आज की पाँती : पृष्ठ : १ / १.सम्पादकीय : पृष्ठ : २ .ये मेरा गीत : जीवन संगीत कल भी कोई दोहराएगा : पृष्ठ : ३ .मेरी अनुभूति : मेरी शक्ति : कोलाज : पृष्ठ : ४ .आज की कृति : ये कौन चित्रकार है : पृष्ठ : ५ .कही अनकही : पल दो पल मेरी कहानी है : सम्पादकीय : पृष्ठ : ६ .समाचार : हिंदी अनुभाग.आज का समाचार : पृष्ठ : ७ . कल का समाचार : हिंदी अनुभाग. पृष्ठ : ८---------------विषय सूची : पृष्ठ. ०. ----------------त्रि - शक्ति,अधिकृत नव - शक्ति समर्थित और महाशक्ति विकसित.
--------त्रि - शक्ति : प्रस्तुति : पृष्ठ : ० ------------⭐
प्रादुर्भाव वर्ष : १९७६.संस्थापना वर्ष : १९७८. महीना : जुलाई . दिवस : ४ नैनीताल डेस्कसंपादन.
सीमा रंजीता अनीतानैनीताल डेस्क
---------त्रिशक्ति : विचार धारा : पृष्ठ : ० / १ ---------- संपादन सीमा रंजीता अनीता
समय वाणी और संयम
' समय ' ही बतलायेगा कि किसने विकट परिस्थितियों में अपनी ' वाणी ', क्रोध और अपनी ' क्रियाओं ' पर ' संयम रखा और बिना विचलित हुए ' मेरे अपनों ' के साथ द्वैत मधुर समबंधों का निर्वाह ' सुख - दुःख ' में भी ' समभाव ' के साथ किया
डॉ. सुनीता मधुप ' शक्ति ' प्रिया
⭐
---------त्रिशक्ति : महालक्ष्मी : सम्यक वाणी : मुझे भी कुछ कहना है : पृष्ठ : ० / १ / १ -----------प्रादुर्भाव वर्ष : १९७९. महा लक्ष्मी : डेस्क : कोलकोता :संस्थापना वर्ष : २००३. महीना : जून. दिवस : २ संपादन : ' शक्ति ' सीमा सिंह.
संपादन .
शक्ति.सीमा सिंह. कोलकोता डेस्क .-------------
अपने ' सपने ' को साकार करने का पहला कदम
⭐
"...खटकते हैं उनको हम जहाँ.....झुकते नहीं हैं... बाकी जिनको अच्छे लगते हैं वो कहीं हमें झुकने देते नहीं हैं.."
⭐
"...सर्वश्रेष्ठ बनने के लिए आपको सबसे बुरे को भी संभालना होगा..."
⭐
"...जिंदगी में कुछ सीखो या न सीखो मगर लोगों को पहचानना जरूर सीखो क्योंकि लोग जैसे दिखते है वैसे होते नहीं ...है "⭐
"..जहां सूर्य के साथ उसकी अंधकार भेदी किरणें हो, वहीं सत्य का प्रकाश है जिस आत्मा के साथ उसकी कल्याणकारी शक्तियां हो,वहीं सभ्यता का विकास है जिस अन्तः मन में प्रेम, त्याग, वलिदान की भाषा की जोत है, सच कहें तो वहीं देव - परिवार की ,आस है.."
डॉ. सुनीता रंजीता .
⭐.
"..जिंदगी में जिनके पास सब कुछ होता है वो दुनियां के सबसे बड़े फ़क़ीर होते है.." अनीता : जब्बलपुर.
⭐.
समय , शब्द और संस्कार को अनुशासित रखें..
⭐.
"...२३ अगस्त को चन्द्रमा के जिस स्थल पर भारतीय चंद्रयान - ३ ने लैंड किया ,वो आज से ' शिवशक्ति पॉइंट ' के नाम से विदित होगा.इस दिन २३ अगस्त को हर साल नेशनल स्पेस डे मनाया जायेगा.." ⭐.
"..समय का पालन करें.. शब्दों ( प्रतिज्ञा ) को निभाएं.. संस्कार ऐसे हो कि शत्रु भी आप की प्रशंसा करें.."
डॉ. सुनीता मधुप.
⭐.
-------------- त्रिशक्ति : शक्ति : सम्यक दृष्टि : जीवन सुरभि : पृष्ठ : ० / १ /२ . ---------------शक्ति : डेस्क नैनीताल.संपादन / संकलन.
शक्ति रंजीता. / नैनीताल.
सत्यार्थ ' प्रकाश '⭐
अच्छाई
जब तक आपके अपने ' अंतर्मन ' में ' अच्छाई ' अंदर ' वर्तमान ' है आपके लिए ' बाहर ' कुछ भी ' बुरा ' नहीं हो सकता है ⭐
' अहंकार ' और ' संस्कार '
अहंकार और संस्कार में बहुत फर्क होता है अहंकार दूसरों को झुकाकर खुश होता है, जबकि संस्कार खुद झुक कर।
⭐
जिंदगी के कुछ हसीन ' रास्तों ' पर ' दृढ़ ' हो कर ' अकेले ' ही चलना होगा. ⭐
"..जिंदगी उन्हीं लोगों की ' रंगीन ' है जो ' रंग ' बदलना जानते है..." ⭐
"...मेरी आत्म शक्ति.. मैं दुनियाँ का सबसे बड़ा पापी हूँ....तुम मुझे ऐसी अन्तःदृष्टि प्रदान करना जिससे मैं अपने स्वयं के पाप कर्म को सर्वप्रथम देख सकूँ... दूसरों की नहीं..."
⭐
"...खौफ तो गलियों के आवारा कुत्ते भी हमेशा राह चलते मचाते हैंपर लोगों के दिमाग में हमेशा दहशत तो जंगल के राजा शेर की ही रहती है.."
⭐
"..हमेशा याद रखें हमें बेहतर दिनों के लिए बुरे दिनों से संघर्ष करना ही पड़ता है.."
⭐.
".. कभी कभी अपने अन्तः मन को श्रेष्यकर परिणामों के लिए मना लेना ही बेहतर होता है क्योंकि अपनी प्रत्येक जिद शायद हर संभव सर्वकालिक ख़ुशी न दे सकती हो .."
⭐.
"...वक्त बदलता है जिंदगी के साथ जिंदगी बदलती है वक्त के साथ,वक्त नहीं बदलता अपनों के साथ बस अपने ही बदल जाते है वक्त के साथ..."⭐.
"..रूबरू मिलने का मौका मिलता नहीं हमेशा जिंदगी में इसलिए अर्थ पूर्ण शब्दों से ही छू लेते हैं हम अपनों को.."
⭐.
"..दौलत एक ऐसी तितली है जिसे पकड़ते पकड़ते कुछ लोग भगवान से कुछ अपनों से दूर निकल जाते है.."
--------त्रिशक्ति : महासरस्वती : सम्यक आचरण : पृष्ठ : ० / १ / ३ . --------------प्रादुर्भाव वर्ष : १९८२.नर्मदा डेस्क : जब्बलपुर.संस्थापना वर्ष : १९८९. महीना : सितम्बर. दिवस : ९.संपादन :' शक्ति ' अनीता. जब्बलपुर. ⭐नर्मदा डेस्क : जब्बलपुर.संपादन संकलन
शक्ति : अनीता. जब्बलपुर.⭐
आत्मार्थ ' प्रकाश '
अपने अर्जित ' ज्ञान ' को सम्यक ' आचरण ' में उतारे बिना अपना ज्ञान अधूरा व निरर्थक ही है ---------------ये वादियां ये फिजाएं बुला रही हैं तुम्हें : आज की तस्वीर : पृष्ठ : १ / १ /४.---------------- संपादन
प्रिया / दार्जलिंग
पापियों का पाप धोते हुए भी गंगा स्वच्छ,दुग्ध धवल,और पवित्र है: गंगोत्री : फोटो : डॉ.नवीन जोशी.
---------------
साथ ' सहयोग ' की ' शक्ति ' व ' स्व इच्छा ' की कड़ी.------------- सम्पादकीय : पृष्ठ : २ .-----------------------संरक्षिका.-----------⭐.
डॉ. भावना. उज्जैन. मध्य प्रदेश -------------प्रधान संपादक ----------------⭐
रेनू शब्दमुखर. जयपुर.अनुभूति सिन्हा शिमला नीलम पांडेय. वाराणसी.-------------कार्यकारी संपादक ---------------- ⭐
डॉ. सुनीता रंजीता. प्रिया नैनीताल. ------------संयोजिका.
वनिता शिमला. ---------वरिष्ठ सम्पादिका.
पूना ----------------------- व्यवस्थापक.प्रकाशक
डॉ. मनीष कुमार सिन्हा.चेयर मैन : इ.डी.आर.एफ / नई दिल्ली.----------------- दिग्दर्शक मंडल. ⭐
मनोज पांडेय. संपादक. नैनीताल. अनुपम चौहान. संपादक. लखनऊ . डॉ.शैलेन्द्र कुमार सिंह. लेखक.रायपुर..
रवि शंकर शर्मा. संपादक. नैनीताल.डॉ.नवीन जोशी. संपादक. नैनीताल.रणधीर : स्वतंत्र लेखक : स्तंभ कार : नैनीताल रंजना : नई दिल्ली नमिता सिंह : रानीखेत डॉ. नूतन स्मृति. देहरादून. रीता रानी : जमशेदपुर डॉ. आर के दुबे : पटना.
-------सम्पादकीय आलेख : पृष्ठ : २ -------------------------------------आकाश दीप : सम्पादकीय : पद्य : संग्रह : पृष्ठ : २ / ० -------------संपादन.रेनू शब्द मुखर जयपुर-----------तुम आना : साभार : रचना श्रीवास्तवा. -------------------------------सम्पादकीय लेख : आलेख : फ़लसफा : जीने का अर्थ : पृष्ठ : २ / १ -------------जीने की राह : संपादन.
डॉ.सुनीता रंजीता . नैनीताल डेस्क.
जीने की राह : रिमझिम गिरे सावन ..? डॉ. मधुप.
सावन का महीना था । पवन शोर कर रहा था । शाम का वक़्त था। सुबह से ही रुक रुक कर बारिश हो ही रही थी। रिमझिम गिरे सावन में कभी झमाझम तो कभी बारिश की फुहार हो रही थी। कब की शाम हो चुकी थी। घने काले बादल क्षितिज़ में मंडरा रहें थे। कीचड़, रोड़ की माली हालत देखने लायक थी। शायद कोई परीक्षा खत्म हुई थी। रोड़ पर ढ़ेर सारे लोग खड़े कुछेक गाड़ियों का ताता लगा हुआ था। हाई वे पर कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था। नुक्कड़ पर ही जाम की स्थिति हो गयी थी। इस उम्र में अकेले मोटर साइकिल चलाते हुए जाना भी वो भी शाम के वक़्त आसान नहीं था। घर के लिए प्रस्थान करते हुए हम सभी अपने परिवार की भांति ही एक दूसरे का ख़्याल कर लेते ही हैं कि सब सुरक्षित ढंग से प्रस्थित हो। सावधानी पूर्वक आने जाने के तौर तरीक़े भी देख ही लेते हैं। आगे गाड़ियों का काफ़िला लगा हुआ था। जाम से ज्यादा इस बात से डर लग रहा था कि कहीं बारिश में फँस न जाए। अपने पास कोई रेन कोट भी नहीं था। मोबाइल भी भींग सकता था। बीच में कहीं कोई रैन बसेरा भी नहीं था। तभी आत्म शक्ति ने ही रास्ता दिखलाया। सहृदय भाई थोड़ा पीछे हटे तो पार्श्व से एक संकीर्ण रास्ता मिल गया। जो ख़ुद पीछे रह कर साधु की तरह दूसरों के लिए रास्ता बनाते हो उनके लिए साधु वाद बनता है।अपनों को छोड़ कर जैसे सीमा पर अकस्मात जा रहें प्रहरी की तरह हमें आगे बढ़ना ही पड़ा। बड़ी धैर्य के साथ काफिले में बढ़ता गया। हम उबड़ खाबड़ रास्ते से हम आगे तो बढ़ रहें थे लेकिन मेरे अपने कहीं पीछे ही छूट चुके थे। चिंता बनी हुई थी सब के सकुशल घर पहुंचने की। उम्मीद है सभी अपने सुरक्षित मकाम तक पहुंच ही चुके होंगे। हम सभी रक्षित हो। कभी कभी हम बड़ी घुटन सी महसूस करते है कि आप चाह कर अपने लोगों को कुशल क्षेम जानने हेतू भी फोन नहीं लगा सकते। क्योंकि आप और हम किस तरीके, किस भाव से भावनाओं को ले रहें हैं मालूम नहीं। हमारी सोचें संकीर्ण हो गयी हैं। और यदि कहीं इसकी चर्चा पिछड़ी,दकियानूसी समाज के सामने हो गयी तो समझें फ़जीहत तय ही है। कभी कभी हम जरुरी फोन कॉल्स उठाते भी नहीं ..तो कभी कॉल का जवाब देना भी आवश्यक नहीं समझते ..सच कहें कहीं कुछ छूटता है.. और हमारी सबसे बड़ी कमजोरी होती है कि हम खुद के ही बेहतर हमराज़ नहीं बन पाते हैं। कभी अपने भीतर ही सब राज छुपा कर देखें बड़ा अच्छा लगता है...
बरखा रानी जरा जम के बरसो ...मेरा दिल भर जाए न पाए
रास्तें में फुहारें पड़ती रहीं। लेकिन तेज़ बारिश नहीं हुई। मैं तो घर पहुंच गया था। लेकिन शेष के बारें में मालूम नहीं। बचते बचाते जैसे ही घर पंहुचा जोरों की बारिश शुरू हो गयी थी। यह इत्तिफ़ाक़ कहें या रक्षित करने वाली शक्ति की मंशा बता सकता हूँ , जिसकी निगाहें सदा मेरा पीछा करती है तथा मुझे मेरे रास्तें में आने वाली आपदाओं से बचाती रहती है । न मोबाइल भींगा न मैं ही। दूसरे दिन आसमां में बादल छाए हुए ही थे। फिर याद नहीं रहा रेन कोट लेने का। लगता है आने वाले दिनों में इस तरह सब कुछ भूला जाऊंगा। खुद को भी। वक़्त बेवक़्त कुछ भी नहीं याद रहता है। कुछ दूर चलने पर ही बारिश शुरू हो गयी। बगल बाले परचून की दूकान से एक पॉलीथिन भीख मांगनी पड़ी। समय का पालन करना था इसलिए आगे निकल पड़ा। सोचा थोड़ा भींग भी जाए तो कोई समस्या नहीं होगी । लेकिन बारिश तेज हो गयी। आख़िरकार दुकान के नीचे शरण के लिए मुझे रुकना ही पड़ा। थोड़े देर में बारिश रुक गयी तो सफ़र फिर से जारी हो गया। सात बजने में कुछेक मिनट बचे थे। मैनें थोड़ा जोख़िम उठाते हुए मोटर साइकिल की रफ़्तार तेज कर दी थी। सोच रहा था शक्ति जो है मेरी रक्षा करने के लिए। कितना अंध विश्वास है तुम पर मेरी आत्मशक्ति ! कभी गलत भी हो सकता है ना ?....यह भी सच है कि रास्तें भर बारिश नहीं ही हुई। मैं सकुशल पहुंच गया था ।हाज़िरी बनाई। छ बज कर अंठावन मिनट हो रहे थे। मैं समय पर ही था जैसे खुद का सुना कहा महाभारत का श्लोगन याद आ गया ..मैं समय हूँ..
गतांक से आगे : १ सम्यक लोग, के साथ सम्यक चिंतन, दर्शन और सम्यक कर्म. जीवन का अर्थ ढूंढने निकला हूँ । उन अर्थों को शब्दों में पिरोना भी है। कलमकार जो ठहरा। मेरे कहे गए शब्दों के भी मायने है। उनके अर्थ भी है जिसे अन्य को समझना है, समझाना है। सच कहें तो हर दिन सम्पूर्ण जीवन ही चुनौती है। इस तरह जीने की राह भी ढूंढनी भी हैं। दिन भर बेहतर ही रहा। कार्य सफलता पूर्वक समाप्त हो गया था। शाम को घर की वापसी थी। समय पर मैं चल दिया। बीते दिन की तरह उतनी भीड़ नहीं थी जितनी परसो थी। इक्का दुक्का बादल छाए हुए थे। बारिश नहीं के बराबर ही हो रही थी। रोड पर कीचड़ पसरा पड़ा था। सावधानी से गाड़ी चलानी पड़ रही थी।
रास्तें में ही शाम को अपने भाई सरीखे थाना इंचार्ज दीपक कुमार से मिलने का मैंने मिलने का मन बना लिया था। पटना में कभी पदस्थापित रहें डी.एस.पी. भैया राज कुमार कर्ण ने कह रखा था, ' दीपक से मिल लेना, बातें कर लेना। एक बहुत ही बेहतर इंसान तुम्हारे शहर में आया है। ' थाना पहुंचने के बाद मैंने जैसे ही मिलने का सन्देश भिजवाया तुरंत ही मिलने की अर्जी आ गयी। एक फिल्म में दिखने वाले पुलिस इंस्पेक्टर को हकीक़त में देखना बड़ा अच्छा लग रहा था। लम्बे ख़ूबसूरत दिखने वाले इतने मिलनसार व्यक्ति से मिलना भी अच्छा ही लगा। उन्होंने खाने के लिए नाश्ते में भूंजा पत्तल के दोने में दिया। प्रेम पूर्ण बात करने में ही मन स्नेह से सिक्त हो गया। लगा हम जिस पुलिस ऑफिसर की फ्रेंडली होने की बात करते हैं सच्चाई में कुछेक होते भी हैं। आम जीवन में दिखते भी हैं। थाने में चल रहें सी सी टी वी कैमरे में बाहर का दृश्य भी दिख रहा था। थोड़े समय उपरांत मैंने जाने की इजाजत भी मांगी। प्रेम वश घर पर आने का न्योता भी दे दिया। उन्होंने हामी भी भर दी । बाहर निकला तो गहरी शाम हो ही गयी थी। सोचा अब तक़ तो आप लोग अपने घर सुरक्षित पहुंच ही गए होंगे। थाना के गेट बाहर निकलते हुए दुर्गा मंदिर से पार कर ही रहा था कि आगे भाई दिख गए।आश्चर्य ही हैं न कि जिसके बारे में सोच रहें थे, चिंता लगी हुई थी आख़िर स्नेहिल भाई दिख ही गए। बड़ी धीमी गति से स्कूटी चला रहे थे। शक्ति की कृपा हम सभी अपने अपने घरों में सुरक्षित पहुँच चुके थे। आगे सोचता हूँ बुद्धि विवेक, ऐश्वर्य, आदि प्रतीकात्मक शक्तियों का जीवन में साथ रहा तो सारी समस्याएं ऐसे ही दूर होती रहेगी। हम एक दूसरे के लिए रक्षा कवच बनते रहें .. आत्मीय शक्ति से ऐसी ही हमारी अभिलाषा रहेगी। अपने लोगों की अनेकता में भी एकता बना कर रखनी ही होगी। हम की भावना वाले परिवार में असीम विश्वास रखना ही होगा। ऐसा लगता है मेरे सपने मेरे अपनों के जरिए जरूर पुरे होंगे । कह सकते है शाम अच्छी बीती। अपनी जिंदगी का एक दिन और भी पूरा हुआ ...सम्यक लोग, सम्यक साथ, सम्यक चिंतन, दर्शन और सम्यक कर्म के साथ...यहीं है मेरे नित्य दिन जीने का अर्थ जिसे मैं अनुभूत करता हूँ और उसे लिपि बद्ध करता हूँ ...
इति शुभ. डॉ. मधुप.नैनीताल डेस्क.
आज का सन्दर्भित गीत संकलन / प्रिया दार्जलिंग. फिल्म : सबक सितारे : शत्रुघ्न सिन्हा. पूनम सिन्हा गाना : बरखा रानी ज़रा जम के बरसो गीत : सावन कुमार. संगीत : उषा खन्ना. गायक : मुकेश.
गाना देखने सुनने के लिए नीचे दिए गए लिंक को दवाएं. ---------------ये मेरा गीत : जीवन संगीत : कल भी कोई दोहराएगा : पृष्ठ : ३ .--------------------------- अर्थ : जीने का
मेरी : आपकी पसंद :
फिल्म : तेरे मेरे सपने. १९७१ सितारे : देव आंनद मुमताज़ गाना : राधा ने माला जपी शाम की. गीत : नीरज. संगीत : एस डी वर्मन. गायिका : लता मंगेशकर.
गाना देखने सुनने के लिए नीचे दिए गए लिंक को दवाएं.
------------
फिल्म : मंजिल १९७४ सितारे : अमिताभ बच्चन. मौसमी चटर्जी गाना : रिमझिम गिरे सावन गीत : योगेश. संगीत : आर डी वर्मन. गायिका : लता मंगेशकर.
गाना देखने सुनने के लिए नीचे दिए गए लिंक को दवाएं.
--------------फिल्म : आनंद.१९७१ सितारे : राजेश खन्ना. सुमिता सान्याल. अमिताभ बच्चन गाना : जिंदगी कैसी ये पहेली.. गीत : योगेश. संगीत : सलिल चौधरी. गायक : मन्ना दे. ------------
फिल्म : अंकुश. १९८६.सितारे : नाना पाटेकर , निशा सिंह. गाना : इतनी शक्ति हमें देना दाता.गीत : श्री कांत ठाकरे. संगीत : कुलदीप सिंह. गायक : एस श्रेष्ठा.पी पगधरे.
गाना देखने सुनने के लिए नीचे दिए गए लिंक को दवाएं.
---------------मेरी अनुभूति : मेरी शक्ति : कोलाज : पृष्ठ : ४ .--------------
संपादन
रश्मि . कोलकोता.
रिमझिम गिरे सावन सुलग सुलग जाए मन : कोलाज : डॉ.सुनीता रंजीताप्रिया . नैनीताल.
बरखा रानी जरा जम के बरसो : बरखा कोलाज : डॉ. सुनीता रंजीता प्रिया : नैनीताल.
संपादन.
डॉ.सुनीता रंजीता.नैनीताल डेस्क.
शॉर्ट रील : मैं चाहती हूँ तुम समझो सहयोग समर्थित
----------------------------------समाचार : हिंदी अनुभाग.आज का समाचार : पृष्ठ : ७ . ---------------------------------आज का समाचार : हिंदी अनुभाग.--------------------- संपादन.
डॉ.नूतन स्मृति / देहरादून.
---------------कल का समाचार : हिंदी अनुभाग. पृष्ठ : ८ ------------------संपादन.
रंजना / नई दिल्ली.
-------------------------- शनिवार व रविवार धनतेरस के शुभ दिन बिहारशरीफ के ज्वेलरी शोरूम पूरी तरह तैयार. बिहारशरीफ के भराव पर एमजी रोड स्थित तनिष्क शोरूम फोटो : मीडिआ
नालन्दा / संवाद सूत्र . धन तेरस का दिन समीप है। शनिवार व रविवार दोनों दिन धनतेरस की खरीदारी होगी। दोनों दिनों का शुभ मुहूर्त होने से तनिष्क बिहारशरीफ आपके लिए अपने शुद्ध व आकर्षक गहनों के रेंज के साथ पूरी तरह तैयार है। धन्वन्तरि जयंती के अवसर पर ९ बजे से ही सुन्दर आतंरिक साज सज्जा वाले तनिष्क का भव्य शोरूम ग्राहकों के लिए खुला रहेगा । तनिष्क, भारत के सबसे बड़े रिटेल ब्रांड और टाटा परिवार का हिस्सा। शुद्धता, पारदर्शिता, कलात्मकता और ग्राहक की संतुष्टि ही तनिष्क की प्राथमिकता है। शहर के भराव पर, एमजी रोड स्थित तनिष्क शोरूम के मैनेजर अमित कुमार हमसे खास बात चीत के सिलसिले में बतलाया कि इस धनतेरस खास आप ग्राहकों के लिए नई अलेख्या कलेक्शन की पूरी रेंज को प्रस्तुत किया है। गले के हार, कान की बालियां, हाथों से बने कलात्मक आभूषण सैकड़ों साल पुरानी लोककला एवं राजस्थान की पिचवाई और मिनिएचर पेंटिंग से प्रेरित है। संचालक गुप्ता ब्रदर्स ने बताया कि धनतेरस पर ग्राहक को गोल्ड ज्वेलरी के मेकिंग पर व डायमंड ज्वेलरी के मूल्य पर २० फीसदी तक की छूट दी जा रही है। उन्होंने बताया कि भीड़ से बचने के लिए लोग अभी से अग्रिम बुकिंग करा रहे हैं। वेडिंग कलेक्शन की हैवीवेट व लाइटवेट की कलात्मक श्रृंखला इस बार धनतेरस में आपको काफी पसंद आएगी।दूसरी तरफ़ धनतेरस के शुभ अवसर पर बिहारशरीफ़ की एक अन्य ज्वेलरी की मशहूर दूकान मुन्ना लाल महेश लाल आर्य भी अपनी पूरी तैयारी के साथ ग्राहकों का स्वागत करने हेतू तैयार है। सोने चांदी ,हीरे के निर्मित ढ़ेर सारे खूबसूरत आभूषण इस वर्ष लाए गए हैं जिसमें कलात्मकता के साथ साथ ग्राहकों के पसंद का भी पूरा ख्याल रखा गया है। मैनेजर अतुल रस्तोगी हमसे बातें करते हुए बतलाया कि हमने गहनों के कुछ विभिन्न आइटम्स में इसके मेकिंग चार्जेज में ३० प्रतिशत तक़ छूट निश्चित की है।
पर्वत के उस पार मेरे सपनों का संसार : प्रिया : दार्जलिंग.
--------
फोटो दीर्घा : आज कल : पृष्ठ : ९
------------
संपादन
आशा. मसूरी
जीवन का अर्थ धर्म का संरक्षण : बद्री विशाल के प्रांगण से : फोटो : डॉ.नूतन स्मृति.
---------कला दीर्घा : पृष्ठ : १० ------------संपादन
अनुभूति. शिमला.
दूर गगन के छॉव में जब पंक्षी बन उड़ जाते हैं कलाकृति : आकृति.
-------------आपने कहा : दिवस : शॉर्ट रील : चलते चलते : पृष्ठ : ११ -----------संपादन
शक्ति : मीना भारती नैनीताल.---------- शक्ति संगीत : चलते चलते यूँ ही कोई मिल गया था
सरे राह चलते चलते : संकलन : प्रिया --------------चलते चलते : शॉर्ट रील : पृष्ठ : ११ ------------डॉ.सुनीता मधुप शक्ति प्रिया सफ़र खत्म कर देंगे हम तो वही पर
जहाँ तक़ तुम्हारे क़दम ले चलेंगे
------------------------English Section. Page : 9 .-----------
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अर्थ , राजनीति और व्यापार : समाचार.
आवरण : पृष्ठ : ० .
विषय सूची : पृष्ठ : ० .
त्रि शक्ति : प्रस्तुति : पृष्ठ : ०
त्रि शक्ति : दर्शन : पृष्ठ : ० / ० .
त्रि शक्ति : विचार : पृष्ठ : ० / १ .
त्रिशक्ति : महालक्ष्मी : सम्यक वाणी : मुझे भी कुछ कहना है : पृष्ठ : ० / २ / १.
त्रिशक्ति :महाशक्ति : सम्यक दृष्टि : जीवन सुरभि : पृष्ठ : ० / २ /२ .
त्रिशक्ति : महासरस्वती : सम्यक आचरण : पृष्ठ : ० / २ / ३.
ये वादियां ये फिजाएं बुला रही हैं तुम्हें : आज की तस्वीर : पृष्ठ : १ /० .
दिल की आवाज़ भी सुन : आज की पाँती : पृष्ठ : १ / १.
सम्पादकीय : पृष्ठ : २ .
ये मेरा गीत : जीवन संगीत कल भी कोई दोहराएगा : पृष्ठ : ३ .
मेरी अनुभूति : मेरी शक्ति : कोलाज : पृष्ठ : ४ .
आज की कृति : ये कौन चित्रकार है : पृष्ठ : ५ .
कही अनकही : पल दो पल मेरी कहानी है : सम्पादकीय : पृष्ठ : ६ .
समाचार : हिंदी अनुभाग.आज का समाचार : पृष्ठ : ७ .
कल का समाचार : हिंदी अनुभाग. पृष्ठ : ८
---------------
विषय सूची : पृष्ठ. ०. ----------------
त्रि - शक्ति,अधिकृत नव - शक्ति समर्थित और महाशक्ति विकसित.
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त्रि - शक्ति : प्रस्तुति : पृष्ठ : ०
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प्रादुर्भाव वर्ष : १९७६.
संस्थापना वर्ष : १९७८. महीना : जुलाई . दिवस : ४
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संपादन.
सीमा रंजीता अनीता
नैनीताल डेस्क
---------
त्रिशक्ति : विचार धारा : पृष्ठ : ० / १
----------
संपादन
सीमा रंजीता अनीता
समय वाणी और संयम
' समय ' ही बतलायेगा कि किसने विकट परिस्थितियों में
अपनी ' वाणी ', क्रोध और अपनी ' क्रियाओं ' पर ' संयम रखा
और बिना विचलित हुए
' मेरे अपनों ' के साथ द्वैत मधुर समबंधों का निर्वाह
' सुख - दुःख ' में भी ' समभाव ' के साथ किया
डॉ. सुनीता मधुप ' शक्ति ' प्रिया
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त्रिशक्ति : महालक्ष्मी : सम्यक वाणी : मुझे भी कुछ कहना है : पृष्ठ : ० / १ / १
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प्रादुर्भाव वर्ष : १९७९.
महा लक्ष्मी : डेस्क : कोलकोता :
संस्थापना वर्ष : २००३. महीना : जून. दिवस : २
संपादन : ' शक्ति ' सीमा सिंह.
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शक्ति.सीमा सिंह.
कोलकोता डेस्क .
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अपने ' सपने ' को साकार करने का पहला कदम
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"...खटकते हैं उनको हम जहाँ.....झुकते नहीं हैं...
बाकी जिनको अच्छे लगते हैं वो कहीं हमें झुकने देते नहीं हैं.."
⭐
"...सर्वश्रेष्ठ बनने के लिए आपको सबसे बुरे को भी संभालना होगा..."
⭐
"...जिंदगी में कुछ सीखो या न सीखो मगर लोगों को पहचानना जरूर सीखो
क्योंकि लोग जैसे दिखते है वैसे होते नहीं ...है "
⭐
"..जहां सूर्य के साथ उसकी अंधकार भेदी किरणें हो, वहीं सत्य का प्रकाश है
जिस आत्मा के साथ उसकी कल्याणकारी शक्तियां हो,वहीं सभ्यता का विकास है
जिस अन्तः मन में प्रेम, त्याग, वलिदान की भाषा की जोत है,
सच कहें तो वहीं देव - परिवार की ,आस है.."
डॉ. सुनीता रंजीता .
⭐.
"..जिंदगी में जिनके पास सब कुछ होता है वो दुनियां के सबसे बड़े फ़क़ीर होते है.."
अनीता : जब्बलपुर.
⭐.
समय , शब्द और संस्कार को अनुशासित रखें..
⭐.
"...२३ अगस्त को चन्द्रमा के जिस स्थल पर भारतीय चंद्रयान - ३ ने लैंड किया ,
वो आज से ' शिवशक्ति पॉइंट ' के नाम से विदित होगा.
इस दिन २३ अगस्त को हर साल नेशनल स्पेस डे मनाया जायेगा.."
⭐.
"..समय का पालन करें..
शब्दों ( प्रतिज्ञा ) को निभाएं..
संस्कार ऐसे हो कि शत्रु भी आप की प्रशंसा करें.."
डॉ. सुनीता मधुप.
⭐.
--------------
त्रिशक्ति : शक्ति : सम्यक दृष्टि : जीवन सुरभि : पृष्ठ : ० / १ /२ .
---------------
शक्ति : डेस्क नैनीताल.
संपादन / संकलन.
शक्ति रंजीता. / नैनीताल.
सत्यार्थ ' प्रकाश '
⭐
अच्छाई
जब तक आपके अपने ' अंतर्मन ' में ' अच्छाई ' अंदर ' वर्तमान ' है
आपके लिए ' बाहर ' कुछ भी ' बुरा ' नहीं हो सकता है
⭐
' अहंकार ' और ' संस्कार '
अहंकार और संस्कार में बहुत फर्क होता है
अहंकार दूसरों को झुकाकर खुश होता है, जबकि संस्कार खुद झुक कर।
⭐
जिंदगी के कुछ हसीन ' रास्तों ' पर ' दृढ़ ' हो कर ' अकेले ' ही चलना होगा.
⭐
"..जिंदगी उन्हीं लोगों की ' रंगीन ' है जो ' रंग ' बदलना जानते है..."
⭐
"...मेरी आत्म शक्ति.. मैं दुनियाँ का सबसे बड़ा पापी हूँ....तुम मुझे ऐसी अन्तःदृष्टि प्रदान करना
जिससे मैं अपने स्वयं के पाप कर्म को सर्वप्रथम देख सकूँ... दूसरों की नहीं..."
⭐
"...खौफ तो गलियों के आवारा कुत्ते भी हमेशा राह चलते मचाते हैं
पर लोगों के दिमाग में हमेशा दहशत तो जंगल के राजा शेर की ही रहती है.."
⭐
"..हमेशा याद रखें हमें बेहतर दिनों के लिए बुरे दिनों से संघर्ष करना ही पड़ता है.."
⭐.
".. कभी कभी अपने अन्तः मन को श्रेष्यकर परिणामों के लिए मना लेना ही बेहतर होता है
क्योंकि अपनी प्रत्येक जिद शायद हर संभव सर्वकालिक ख़ुशी न दे सकती हो .."
⭐.
"...वक्त बदलता है जिंदगी के साथ जिंदगी बदलती है वक्त के साथ,
वक्त नहीं बदलता अपनों के साथ बस अपने ही बदल जाते है वक्त के साथ..."
⭐.
"..रूबरू मिलने का मौका मिलता नहीं हमेशा जिंदगी में
इसलिए अर्थ पूर्ण शब्दों से ही छू लेते हैं हम अपनों को.."
⭐.
"..दौलत एक ऐसी तितली है जिसे पकड़ते पकड़ते
कुछ लोग भगवान से कुछ अपनों से दूर निकल जाते है.."
--------
त्रिशक्ति : महासरस्वती : सम्यक आचरण : पृष्ठ : ० / १ / ३ .
--------------
प्रादुर्भाव वर्ष : १९८२.
नर्मदा डेस्क : जब्बलपुर.
संस्थापना वर्ष : १९८९. महीना : सितम्बर. दिवस : ९.
संपादन :' शक्ति ' अनीता. जब्बलपुर.
⭐
नर्मदा डेस्क : जब्बलपुर.
संपादन संकलन
शक्ति : अनीता. जब्बलपुर.
⭐
आत्मार्थ ' प्रकाश '
अपने अर्जित ' ज्ञान ' को सम्यक ' आचरण ' में उतारे बिना अपना ज्ञान अधूरा व निरर्थक ही है
---------------
ये वादियां ये फिजाएं बुला रही हैं तुम्हें : आज की तस्वीर : पृष्ठ : १ / १ /४.
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संपादन
प्रिया / दार्जलिंग
पापियों का पाप धोते हुए भी गंगा स्वच्छ,दुग्ध धवल,और पवित्र है: गंगोत्री : फोटो : डॉ.नवीन जोशी. |
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साथ ' सहयोग ' की ' शक्ति ' व ' स्व इच्छा ' की कड़ी.
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सम्पादकीय : पृष्ठ : २ .
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संरक्षिका.
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⭐.
डॉ. भावना.
उज्जैन. मध्य प्रदेश
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प्रधान संपादक
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⭐
रेनू शब्दमुखर. जयपुर.
अनुभूति सिन्हा शिमला
नीलम पांडेय. वाराणसी.
-------------
कार्यकारी संपादक
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⭐
डॉ. सुनीता रंजीता. प्रिया
नैनीताल.
------------
संयोजिका.
वनिता
शिमला.
---------
वरिष्ठ सम्पादिका.
पूना
---------
--------------
व्यवस्थापक.प्रकाशक
डॉ. मनीष कुमार सिन्हा.
चेयर मैन : इ.डी.आर.एफ / नई दिल्ली.
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दिग्दर्शक मंडल.
⭐
मनोज पांडेय. संपादक. नैनीताल.
अनुपम चौहान. संपादक. लखनऊ .
डॉ.शैलेन्द्र कुमार सिंह. लेखक.रायपुर.
.
रवि शंकर शर्मा. संपादक. नैनीताल.
डॉ.नवीन जोशी. संपादक. नैनीताल.
रणधीर : स्वतंत्र लेखक : स्तंभ कार : नैनीताल
रंजना : नई दिल्ली
नमिता सिंह : रानीखेत
डॉ. नूतन स्मृति. देहरादून.
रीता रानी : जमशेदपुर
डॉ. आर के दुबे : पटना.
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सम्पादकीय आलेख : पृष्ठ : २
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आकाश दीप : सम्पादकीय : पद्य : संग्रह : पृष्ठ : २ / ०
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संपादन.
रेनू शब्द मुखर
जयपुर
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तुम आना : साभार : रचना श्रीवास्तवा.
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सम्पादकीय लेख : आलेख : फ़लसफा : जीने का अर्थ : पृष्ठ : २ / १
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जीने की राह :
संपादन.
डॉ.सुनीता रंजीता .
नैनीताल डेस्क.
जीने की राह : रिमझिम गिरे सावन ..?
डॉ. मधुप.
सावन का महीना था । पवन शोर कर रहा था । शाम का वक़्त था। सुबह से ही रुक रुक कर बारिश हो ही रही थी। रिमझिम गिरे सावन में कभी झमाझम तो कभी बारिश की फुहार हो रही थी।
कब की शाम हो चुकी थी। घने काले बादल क्षितिज़ में मंडरा रहें थे। कीचड़, रोड़ की माली हालत देखने लायक थी। शायद कोई परीक्षा खत्म हुई थी। रोड़ पर ढ़ेर सारे लोग खड़े कुछेक गाड़ियों का ताता लगा हुआ था। हाई वे पर कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था। नुक्कड़ पर ही जाम की स्थिति हो गयी थी।
इस उम्र में अकेले मोटर साइकिल चलाते हुए जाना भी वो भी शाम के वक़्त आसान नहीं था। घर के लिए प्रस्थान करते हुए हम सभी अपने परिवार की भांति ही एक दूसरे का ख़्याल कर लेते ही हैं कि सब सुरक्षित ढंग से प्रस्थित हो। सावधानी पूर्वक आने जाने के तौर तरीक़े भी देख ही लेते हैं। आगे गाड़ियों का काफ़िला लगा हुआ था। जाम से ज्यादा इस बात से डर लग रहा था कि कहीं बारिश में फँस न जाए। अपने पास कोई रेन कोट भी नहीं था। मोबाइल भी भींग सकता था। बीच में कहीं कोई रैन बसेरा भी नहीं था।
तभी आत्म शक्ति ने ही रास्ता दिखलाया। सहृदय भाई थोड़ा पीछे हटे तो पार्श्व से एक संकीर्ण रास्ता मिल गया। जो ख़ुद पीछे रह कर साधु की तरह दूसरों के लिए रास्ता बनाते हो उनके लिए साधु वाद बनता है।अपनों को छोड़ कर जैसे सीमा पर अकस्मात जा रहें प्रहरी की तरह हमें आगे बढ़ना ही पड़ा।
बड़ी धैर्य के साथ काफिले में बढ़ता गया। हम उबड़ खाबड़ रास्ते से हम आगे तो बढ़ रहें थे लेकिन मेरे अपने कहीं पीछे ही छूट चुके थे। चिंता बनी हुई थी सब के सकुशल घर पहुंचने की।
उम्मीद है सभी अपने सुरक्षित मकाम तक पहुंच ही चुके होंगे। हम सभी रक्षित हो। कभी कभी हम बड़ी घुटन सी महसूस करते है कि आप चाह कर अपने लोगों को कुशल क्षेम जानने हेतू भी फोन नहीं लगा सकते।
क्योंकि आप और हम किस तरीके, किस भाव से भावनाओं को ले रहें हैं मालूम नहीं। हमारी सोचें संकीर्ण हो गयी हैं। और यदि कहीं इसकी चर्चा पिछड़ी,दकियानूसी समाज के सामने हो गयी तो समझें फ़जीहत तय ही है।
कभी कभी हम जरुरी फोन कॉल्स उठाते भी नहीं ..तो कभी कॉल का जवाब देना भी आवश्यक नहीं समझते ..सच कहें कहीं कुछ छूटता है..
और हमारी सबसे बड़ी कमजोरी होती है कि हम खुद के ही बेहतर हमराज़ नहीं बन पाते हैं। कभी अपने भीतर ही सब राज छुपा कर देखें बड़ा अच्छा लगता है...
बरखा रानी जरा जम के बरसो ...मेरा दिल भर जाए न पाए
रास्तें में फुहारें पड़ती रहीं। लेकिन तेज़ बारिश नहीं हुई। मैं तो घर पहुंच गया था। लेकिन शेष के बारें में मालूम नहीं। बचते बचाते जैसे ही घर पंहुचा जोरों की बारिश शुरू हो गयी थी। यह इत्तिफ़ाक़ कहें या रक्षित करने वाली शक्ति की मंशा बता सकता हूँ , जिसकी निगाहें सदा मेरा पीछा करती है तथा मुझे मेरे रास्तें में आने वाली आपदाओं से बचाती रहती है ।
न मोबाइल भींगा न मैं ही।
दूसरे दिन आसमां में बादल छाए हुए ही थे। फिर याद नहीं रहा रेन कोट लेने का। लगता है आने वाले दिनों में इस तरह सब कुछ भूला जाऊंगा। खुद को भी। वक़्त बेवक़्त कुछ भी नहीं याद रहता है।
कुछ दूर चलने पर ही बारिश शुरू हो गयी। बगल बाले परचून की दूकान से एक पॉलीथिन भीख मांगनी पड़ी। समय का पालन करना था इसलिए आगे निकल पड़ा। सोचा थोड़ा भींग भी जाए तो कोई समस्या नहीं होगी । लेकिन बारिश तेज हो गयी। आख़िरकार दुकान के नीचे शरण के लिए मुझे रुकना ही पड़ा।
थोड़े देर में बारिश रुक गयी तो सफ़र फिर से जारी हो गया। सात बजने में कुछेक मिनट बचे थे। मैनें थोड़ा जोख़िम उठाते हुए मोटर साइकिल की रफ़्तार तेज कर दी थी।
सोच रहा था शक्ति जो है मेरी रक्षा करने के लिए। कितना अंध विश्वास है तुम पर मेरी आत्मशक्ति ! कभी गलत भी हो सकता है ना ?....यह भी सच है कि रास्तें भर बारिश नहीं ही हुई। मैं सकुशल पहुंच गया था ।
हाज़िरी बनाई। छ बज कर अंठावन मिनट हो रहे थे। मैं समय पर ही था जैसे खुद का सुना कहा महाभारत का श्लोगन याद आ गया ..मैं समय हूँ..
गतांक से आगे : १
सम्यक लोग, के साथ सम्यक चिंतन, दर्शन और सम्यक कर्म.
जीवन का अर्थ ढूंढने निकला हूँ । उन अर्थों को शब्दों में पिरोना भी है। कलमकार जो ठहरा। मेरे कहे गए शब्दों के भी मायने है। उनके अर्थ भी है जिसे अन्य को समझना है, समझाना है। सच कहें तो हर दिन सम्पूर्ण जीवन ही चुनौती है। इस तरह जीने की राह भी ढूंढनी भी हैं।
दिन भर बेहतर ही रहा। कार्य सफलता पूर्वक समाप्त हो गया था। शाम को घर की वापसी थी। समय पर मैं चल दिया। बीते दिन की तरह उतनी भीड़ नहीं थी जितनी परसो थी। इक्का दुक्का बादल छाए हुए थे। बारिश नहीं के बराबर ही हो रही थी। रोड पर कीचड़ पसरा पड़ा था। सावधानी से गाड़ी चलानी पड़ रही थी।
रास्तें में ही शाम को अपने भाई सरीखे थाना इंचार्ज दीपक कुमार से मिलने का मैंने मिलने का मन बना लिया था। पटना में कभी पदस्थापित रहें डी.एस.पी. भैया राज कुमार कर्ण ने कह रखा था, ' दीपक से मिल लेना, बातें कर लेना। एक बहुत ही बेहतर इंसान तुम्हारे शहर में आया है। '
थाना पहुंचने के बाद मैंने जैसे ही मिलने का सन्देश भिजवाया तुरंत ही मिलने की अर्जी आ गयी। एक फिल्म में दिखने वाले पुलिस इंस्पेक्टर को हकीक़त में देखना बड़ा अच्छा लग रहा था।
लम्बे ख़ूबसूरत दिखने वाले इतने मिलनसार व्यक्ति से मिलना भी अच्छा ही लगा। उन्होंने खाने के लिए नाश्ते में भूंजा पत्तल के दोने में दिया। प्रेम पूर्ण बात करने में ही मन स्नेह से सिक्त हो गया। लगा हम जिस पुलिस ऑफिसर की फ्रेंडली होने की बात करते हैं सच्चाई में कुछेक होते भी हैं। आम जीवन में दिखते भी हैं।
थाने में चल रहें सी सी टी वी कैमरे में बाहर का दृश्य भी दिख रहा था। थोड़े समय उपरांत मैंने जाने की इजाजत भी मांगी। प्रेम वश घर पर आने का न्योता भी दे दिया। उन्होंने हामी भी भर दी । बाहर निकला तो गहरी शाम हो ही गयी थी।
सोचा अब तक़ तो आप लोग अपने घर सुरक्षित पहुंच ही गए होंगे। थाना के गेट बाहर निकलते हुए दुर्गा मंदिर से पार कर ही रहा था कि आगे भाई दिख गए।
आश्चर्य ही हैं न कि जिसके बारे में सोच रहें थे, चिंता लगी हुई थी आख़िर स्नेहिल भाई दिख ही गए। बड़ी धीमी गति से स्कूटी चला रहे थे।
शक्ति की कृपा हम सभी अपने अपने घरों में सुरक्षित पहुँच चुके थे। आगे सोचता हूँ बुद्धि विवेक, ऐश्वर्य, आदि प्रतीकात्मक शक्तियों का जीवन में साथ रहा तो सारी समस्याएं ऐसे ही दूर होती रहेगी। हम एक दूसरे के लिए रक्षा कवच बनते रहें .. आत्मीय शक्ति से ऐसी ही हमारी अभिलाषा रहेगी। अपने लोगों की अनेकता में भी एकता बना कर रखनी ही होगी। हम की भावना वाले परिवार में असीम विश्वास रखना ही होगा। ऐसा लगता है मेरे सपने मेरे अपनों के जरिए जरूर पुरे होंगे ।
कह सकते है शाम अच्छी बीती। अपनी जिंदगी का एक दिन और भी पूरा हुआ ...सम्यक लोग, सम्यक साथ, सम्यक चिंतन, दर्शन और सम्यक कर्म के साथ...यहीं है मेरे नित्य दिन जीने का अर्थ जिसे मैं अनुभूत करता हूँ और उसे लिपि बद्ध करता हूँ ...
इति शुभ.
डॉ. मधुप.नैनीताल डेस्क.
आज का
सन्दर्भित गीत
संकलन / प्रिया दार्जलिंग.
फिल्म : सबक
सितारे : शत्रुघ्न सिन्हा. पूनम सिन्हा
गाना : बरखा रानी ज़रा जम के बरसो
गीत : सावन कुमार. संगीत : उषा खन्ना. गायक : मुकेश.
गाना देखने सुनने के लिए नीचे दिए गए लिंक को दवाएं.
ये मेरा गीत : जीवन संगीत : कल भी कोई दोहराएगा : पृष्ठ : ३ .
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अर्थ : जीने का
मेरी : आपकी पसंद :
फिल्म : तेरे मेरे सपने. १९७१
सितारे : देव आंनद मुमताज़
गाना : राधा ने माला जपी शाम की.
गीत : नीरज. संगीत : एस डी वर्मन. गायिका : लता मंगेशकर.
गाना देखने सुनने के लिए नीचे दिए गए लिंक को दवाएं.
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फिल्म : मंजिल १९७४
सितारे : अमिताभ बच्चन. मौसमी चटर्जी
गाना : रिमझिम गिरे सावन
गीत : योगेश. संगीत : आर डी वर्मन. गायिका : लता मंगेशकर.
गाना देखने सुनने के लिए नीचे दिए गए लिंक को दवाएं.
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फिल्म : आनंद.१९७१
सितारे : राजेश खन्ना. सुमिता सान्याल. अमिताभ बच्चन
गाना : जिंदगी कैसी ये पहेली..
गीत : योगेश. संगीत : सलिल चौधरी. गायक : मन्ना दे.
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फिल्म : अंकुश. १९८६.
सितारे : नाना पाटेकर , निशा सिंह.
गाना : इतनी शक्ति हमें देना दाता.
गीत : श्री कांत ठाकरे. संगीत : कुलदीप सिंह. गायक : एस श्रेष्ठा.पी पगधरे.
गाना देखने सुनने के लिए नीचे दिए गए लिंक को दवाएं.
---------------
मेरी अनुभूति : मेरी शक्ति : कोलाज : पृष्ठ : ४ .
--------------
संपादन रश्मि . कोलकोता.
|
संपादन.
डॉ.सुनीता रंजीता.
नैनीताल डेस्क.
शॉर्ट रील : मैं चाहती हूँ तुम समझो
सहयोग समर्थित ---------------------------------- समाचार : हिंदी अनुभाग.आज का समाचार : पृष्ठ : ७ . --------------------------------- आज का समाचार : हिंदी अनुभाग. --------------------- संपादन. डॉ.नूतन स्मृति / देहरादून. --------------- कल का समाचार : हिंदी अनुभाग. पृष्ठ : ८ ------------------ संपादन. रंजना / नई दिल्ली. |
--------------------------
शनिवार व रविवार धनतेरस के शुभ दिन
बिहारशरीफ के ज्वेलरी शोरूम पूरी तरह तैयार.
बिहारशरीफ के भराव पर एमजी रोड स्थित तनिष्क शोरूम फोटो : मीडिआ |
नालन्दा / संवाद सूत्र . धन तेरस का दिन समीप है। शनिवार व रविवार दोनों दिन धनतेरस की खरीदारी होगी। दोनों दिनों का शुभ मुहूर्त होने से तनिष्क बिहारशरीफ आपके लिए अपने शुद्ध व आकर्षक गहनों के रेंज के साथ पूरी तरह तैयार है। धन्वन्तरि जयंती के अवसर पर ९ बजे से ही सुन्दर आतंरिक साज सज्जा वाले तनिष्क का भव्य शोरूम ग्राहकों के लिए खुला रहेगा ।
तनिष्क, भारत के सबसे बड़े रिटेल ब्रांड और टाटा परिवार का हिस्सा। शुद्धता, पारदर्शिता, कलात्मकता और ग्राहक की संतुष्टि ही तनिष्क की प्राथमिकता है।
शहर के भराव पर, एमजी रोड स्थित तनिष्क शोरूम के मैनेजर अमित कुमार हमसे खास बात चीत के सिलसिले में बतलाया कि इस धनतेरस खास आप ग्राहकों के लिए नई अलेख्या कलेक्शन की पूरी रेंज को प्रस्तुत किया है। गले के हार, कान की बालियां, हाथों से बने कलात्मक आभूषण सैकड़ों साल पुरानी लोककला एवं राजस्थान की पिचवाई और मिनिएचर पेंटिंग से प्रेरित है।
संचालक गुप्ता ब्रदर्स ने बताया कि धनतेरस पर ग्राहक को गोल्ड ज्वेलरी के मेकिंग पर व डायमंड ज्वेलरी के मूल्य पर २० फीसदी तक की छूट दी जा रही है। उन्होंने बताया कि भीड़ से बचने के लिए लोग अभी से अग्रिम बुकिंग करा रहे हैं। वेडिंग कलेक्शन की हैवीवेट व लाइटवेट की कलात्मक श्रृंखला इस बार धनतेरस में आपको काफी पसंद आएगी।
दूसरी तरफ़ धनतेरस के शुभ अवसर पर बिहारशरीफ़ की एक अन्य ज्वेलरी की मशहूर दूकान मुन्ना लाल महेश लाल आर्य भी अपनी पूरी तैयारी के साथ ग्राहकों का स्वागत करने हेतू तैयार है। सोने चांदी ,हीरे के निर्मित ढ़ेर सारे खूबसूरत आभूषण इस वर्ष लाए गए हैं जिसमें कलात्मकता के साथ साथ ग्राहकों के पसंद का भी पूरा ख्याल रखा गया है। मैनेजर अतुल रस्तोगी हमसे बातें करते हुए बतलाया कि हमने गहनों के कुछ विभिन्न आइटम्स में इसके मेकिंग चार्जेज में ३० प्रतिशत तक़ छूट निश्चित की है।
पर्वत के उस पार मेरे सपनों का संसार : प्रिया : दार्जलिंग. -------- फोटो दीर्घा : आज कल : पृष्ठ : ९ ------------ संपादन आशा. मसूरी |
जीवन का अर्थ धर्म का संरक्षण : बद्री विशाल के प्रांगण से : फोटो : डॉ.नूतन स्मृति.
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कला दीर्घा : पृष्ठ : १०
------------
संपादन
अनुभूति. शिमला.
दूर गगन के छॉव में जब पंक्षी बन उड़ जाते हैं कलाकृति : आकृति. |
-------------
आपने कहा : दिवस : शॉर्ट रील : चलते चलते : पृष्ठ : ११
-----------
संपादन
शक्ति : मीना भारती
नैनीताल.
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शक्ति संगीत : चलते चलते यूँ ही कोई मिल गया था
सरे राह चलते चलते : संकलन : प्रिया
--------------
चलते चलते : शॉर्ट रील : पृष्ठ : ११
------------
डॉ.सुनीता मधुप शक्ति प्रिया
सफ़र खत्म कर देंगे हम तो वही पर
जहाँ तक़ तुम्हारे क़दम ले चलेंगे
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English Section. Page : 9 .
-----------
Chiranjeev Nath Sinha. A.D.S.P. Lucknow.Satya Prakash Mishra. S.P Raj Kumar Karn. Retd. D. S. P.Vijay Shankrar. Retd. Sr. D. S.P.Dr. Prashant. Health Officer. Gujarat.Dr. Bhwana. Prof.Anoop Kumar Sinha. Entrepreneur.New Delhi.Captain Ajay Swaroop. Retd. Indian Navy. Dehradoon.Col. Satish Kumar Sinha. Retd. Hyderabad.N.L.Das. Educationist. Veergunj.
Chiranjeev Nath Sinha. A.D.S.P. Lucknow.
Satya Prakash Mishra. S.P
Raj Kumar Karn. Retd. D. S. P.
Vijay Shankrar. Retd. Sr. D. S.P.
Dr. Prashant. Health Officer. Gujarat.
Dr. Bhwana. Prof.
Anoop Kumar Sinha. Entrepreneur.New Delhi.
Captain Ajay Swaroop. Retd. Indian Navy. Dehradoon.
Col. Satish Kumar Sinha. Retd. Hyderabad.
N.L.Das. Educationist. Veergunj.
--------------
Ex. HT Staff Photographer.---------------
--------------
Ex. HT Staff Photographer.
--------------Photo of the Day : 11 / 0.------------------Editor.
Archana Phull . Shimla.
------------------Thought of the Day : Page 11 / 1. ------------------Editor.
Seema Anita.
Kolkotta.
"..To be the best you must be able to handle the worst.."
"...Whatever you are be a good one.."
-------------------------Lines of the Day. Page 11 / 2.-----------------------
Editor :
Priya. Darjeeling.
A Short Poem.
Sacrifices were just one handed.
Deep sorrows down in my heart,Never worth being special,Wounded with deep cuts,Surrounded with pain and blames.
Emotions and sentiments were just words,For someone to catch up with the thoughts,Never so serious to know the pain,Dwelling in the format of one's presence.
Sacrifices were just one handed, Else with the blink of cheats,Crowded in one's inner heart,Judgement made to understand the fault.
Never accepted the root cause of pain,Rather spoke out loud to cover the lies,Piled up with one upon another, plight And broke down everything with flight.
Priya.Darjeeling,--------------------------------------MAS Cine Art Computer Graphics . New Delhi.Page Making & Design : Er. Ram Shankar. Er. Snigdha. Er. Siddhant. Bangalore----------------------------------Section D. Report / News. Page.12.English.---------------------------------------------------------News Polity. Talk of the Yesterday. Page. 12/1.---------------------------Nalanda witnessing the polling for 7 seats in Bihar Legislative Assembly Election peacefully.
People coming out for showing their faith in self governance by casting their vote..Biharsahrif / CR Today with the rising of the sun I was much eager to cast my vote. I reached there at my polling booth by 9 o clock morning. As earlier I had all sorts of information even there our ex ward councilor was present at the entry of our polling center. Many others were too present with their family members. Even a few youths were so enthusiastic as they were casting their vote first time. So on being asked they said to me ' voting is our civic and most important constitutional right that is decisive for goodness which you think for i.e employment, job opportunity, law and order above all etc'. There everything was properly managed so my happiness knew no bound that changes are inevitable every time and every where. And I have my thankfulness to all concerned people, officers, and Election Commission that it kept changing on and on. Thinking of especially BSF Jawans those who 'r found always ready to serve the nation standing on their toe to accomplish their given task. I salute to them as they confirm security and peace altogether.As we, the residents of the State Bihar are witnessing the Bihar Legislative Assembly Election taking place in three phases these days. And today in the Bihar Legislative Assembly Election there was a turn for our town. The Bihar Legislative Assembly has to be held in three phases for a total of 243 seats. While for the first 71 seats election has been completed on 28th of October 2020. For the second phase for 94 seats takes place on 3rd of November. And lastly the remaining 71 seats has to be compiled on 7th of November. And later on the awaited It's really a good trend for us, that ,each and every person including youth is coming out somewhat for exercising his or her right to vote with own decisions under the Rule of Law. For that it is necessary that our mind should act freely without any fear and naturally it works as per its environmental condition. A youth expresses his opinion 'we use our franchise boldly without any fear that is too important to us and our country'. He added too,' as it is one of the most valuable fundamental rights.. so not to forget to exercise this right ....'We have seen in the coming times that new youth and new generations are exercising their voting rights with full faith, confidence and their keen observations. They understand why their franchise is a real right and how it is and how they should play in the formation of any constructive positive government for better aspects.While district Nalanda observing the contesting election for the seven legislative seats, Asthawa, Biharsharif, Rajgir, Hilsa, Islampur, Nalanda and Harnaut. Reportedly by 6am to 6pm with voting percentage of 52.11 the result of 144 candidtes have been locked in the EVMs. On the day 3rd of November in Bihar Sharif the district head quarter town, itself has been witness for today's activities, people of all classes especially women started coming forward and exercise their right freely in this festival of democracy, which is a matter of great joy and gaiety. On November 3, during the second phase of voting in Bihar Sharif today district administration was indeed prepared for the completion of the election with sheer security and vigilance. All arrangements were done. Sanitizers, plastic gloves were provided to each voter for the safety against corona. As more ample booths 928 more added to previous one with thermal scanning and other requirements were created to lessen the number of people for maintaining the proper distance so we can say there was a well, good and ideal effort from the election commission.
Talk of the Day.3.11.20.Dr. Madhup Raman.Free Lanace Cartoonist,Vlogger and Blogger.
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Photo of the Day : 11 / 0.
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Editor.
Archana Phull . Shimla.
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Thought of the Day : Page 11 / 1.
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Editor.
Seema Anita. Kolkotta. "..To be the best you must be able to handle the worst.." "...Whatever you are be a good one.." |
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Lines of the Day. Page 11 / 2.
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Editor :
Priya. Darjeeling.
A Short Poem.
Sacrifices were just one handed.
Deep sorrows down in my heart,
Never worth being special,
Wounded with deep cuts,
Surrounded with pain and blames.
Emotions and sentiments were just words,
For someone to catch up with the thoughts,
Never so serious to know the pain,
Dwelling in the format of one's presence.
Sacrifices were just one handed,
Else with the blink of cheats,
Crowded in one's inner heart,
Judgement made to understand the fault.
Never accepted the root cause of pain,
Rather spoke out loud to cover the lies,
Piled up with one upon another, plight
And broke down everything with flight.
Priya.
Darjeeling,
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MAS Cine Art Computer Graphics . New Delhi.
Page Making & Design : Er. Ram Shankar. Er. Snigdha. Er. Siddhant. Bangalore
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Section D. Report / News. Page.12.English.
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News Polity. Talk of the Yesterday. Page. 12/1.
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Nalanda witnessing the polling for 7 seats in Bihar Legislative Assembly Election peacefully.
People coming out for showing their faith in self governance by casting their vote..
Biharsahrif / CR Today with the rising of the sun I was much eager to cast my vote. I reached there at my polling booth by 9 o clock morning. As earlier I had all sorts of information even there our ex ward councilor was present at the entry of our polling center. Many others were too present with their family members. Even a few youths were so enthusiastic as they were casting their vote first time. So on being asked they said to me ' voting is our civic and most important constitutional right that is decisive for goodness which you think for i.e employment, job opportunity, law and order above all etc'.
There everything was properly managed so my happiness knew no bound that changes are inevitable every time and every where. And I have my thankfulness to all concerned people, officers, and Election Commission that it kept changing on and on. Thinking of especially BSF Jawans those who 'r found always ready to serve the nation standing on their toe to accomplish their given task. I salute to them as they confirm security and peace altogether.
As we, the residents of the State Bihar are witnessing the Bihar Legislative Assembly Election taking place in three phases these days. And today in the Bihar Legislative Assembly Election there was a turn for our town. The Bihar Legislative Assembly has to be held in three phases for a total of 243 seats. While for the first 71 seats election has been completed on 28th of October 2020. For the second phase for 94 seats takes place on 3rd of November. And lastly the remaining 71 seats has to be compiled on 7th of November. And later on the awaited
It's really a good trend for us, that ,each and every person including youth is coming out somewhat for exercising his or her right to vote with own decisions under the Rule of Law. For that it is necessary that our mind should act freely without any fear and naturally it works as per its environmental condition. A youth expresses his opinion 'we use our franchise boldly without any fear that is too important to us and our country'.
He added too,' as it is one of the most valuable fundamental rights.. so not to forget to exercise this right ....'
We have seen in the coming times that new youth and new generations are exercising their voting rights with full faith, confidence and their keen observations. They understand why their franchise is a real right and how it is and how they should play in the formation of any constructive positive government for better aspects.
While district Nalanda observing the contesting election for the seven legislative seats, Asthawa, Biharsharif, Rajgir, Hilsa, Islampur, Nalanda and Harnaut. Reportedly by 6am to 6pm with voting percentage of 52.11 the result of 144 candidtes have been locked in the EVMs. On the day 3rd of November in Bihar Sharif the district head quarter town, itself has been witness for today's activities, people of all classes especially women started coming forward and exercise their right freely in this festival of democracy, which is a matter of great joy and gaiety.
On November 3, during the second phase of voting in Bihar Sharif today district administration was indeed prepared for the completion of the election with sheer security and vigilance. All arrangements were done. Sanitizers, plastic gloves were provided to each voter for the safety against corona. As more ample booths 928 more added to previous one with thermal scanning and other requirements were created to lessen the number of people for maintaining the proper distance so we can say there was a well, good and ideal effort from the election commission.
Talk of the Day.3.11.20.
Dr. Madhup Raman.
Free Lanace Cartoonist,Vlogger and Blogger.
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