Tri Shakti : Jeevan Darshan : Vichar Dhara

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आवरण पृष्ठ.
*
त्रिशक्ति : जीवन दर्शन : विचार धारा. 


त्रिशक्तियां ' लक्ष्मी ' ,' शक्ति ' और ' सरस्वती. '

तीन पिंडियों रूप में : वैष्णो देवी कटरा के दर्शन.

   सुबह और शाम : आज : पृष्ठ : ०.
 


*
टाइम्स मिडिया लाइव प्रस्तुति. पृष्ठ : ०
महालक्ष्मी डेस्क : कोलकोता : शब्द  चित्र विचार : शक्ति सीमा.
*

रामधारी सिंह दिनकर.
*
क्षमाशील हो रिपु -समक्ष तुम हुये विनत जितना ही
दुष्ट कौरवों ने तुमको कायर समझा उतना ही
( हस्तिनापुर : दुर्योधन का कृष्ण को बंदी बनाने का प्रयास )

*
आसान है किसी पर उंगली उठाना 

बहुत 'आसान ' है किसी पर ' उंगली  ' उठाना 
लेकिन बहुत ' आसान ' होता है किसी को उठाने के लिए ' उंगली ' को पकड़ना 
*
जहाँ अपनापन, प्यार की अनुभूति बिना कहे 
महसूस हो जाए वहीं मन भावन अच्छे रिश्ते की पहचान होती है 
*
अप्रिय सत्य.
सत्यं ब्रूयात् प्रियं ब्रूयात् न ब्रूयात् सत्यम् अप्रियम्


सत्य बोलो प्रिय बोलो अप्रिय सत्य मत बोलो

*
सहिष्णुता और प्रतिकार. 
*
स्वजनों से ' प्रतिकार ' का क्या औचित्य...युवराज ?
' रणभूमि ' में बिखरे पड़ें ' खून ' के छीटें भी ' खून ' से नहीं 
पानी से ही ' निर्मल '  होंगे 
*

*
टाइम्स मिडिया लाइव प्रस्तुति.पृष्ठ : ०

 
महालक्ष्मी डेस्क : कोलकोता : दृश्यम  : शक्ति सीमा.
श्री लक्ष्मी नारायण के दस* अवतार 


मत्स्य, कुर्म, बराह, वामन, नरसिंह, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध, कल्कि  
*
 एम. एस. मीडिया.प्रस्तुति. 


*
*
ईर्ष्या : जलन 
*
जो ' फिक्र ' में होते हैं,वो ' खुद ' जलते हैं।
लेकिन जो बेफिक्र होते हैं,उनसे ' दुनियाँ ' जलती है।

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शक्ति : नैना देवी डेस्क : नैनीताल : शब्द  चित्र विचार : पृष्ठ : ० 
*
उदंडता क्षमा शीलता और नेक कर्म 
*
क्षमा किसे कहते है...? ' कुचलने ' के बाद भी
फूलों की ' पंखुड़ियों ' द्वारा दी हुई सुगंध ही वास्तव में ' क्षमा ' है....

*
सत्य  और ' अहंकार ' 

' अहंकार ' सत्य को ' स्वीकार ' नहीं करता और
' सत्य ' को जानने  वाला कभी 'अहंकार ' नहीं करता.

*
मन,मंदिर, ईश्वर और रास्ता 

*
मंदिर तक पहुँचना ' तन ' का विषय है,
किंतु ' ईश्वर ' तक पहुँचना ' मन ' का विषय है

 इंसानियत
*
गम तो रिवाज़ है जिन्द्गगी का ,इस जहाँ में परेशां हर बंदा है 
 जो अपनों का ही दर्द समझ ले समझ लो कम से कम उसमें तो  इंसानियत ज़िन्दा है.  
*
समभाव प्रकाश 
*
महान पुरुष उदित और अस्त होते समय 
एक लालिमा दिखलाने वाले सूरज की भांति ही 
समभाव प्रकाश रखते है 


*
एम. एस. मीडिया.प्रस्तुति. शक्ति * दृश्यम  : पृष्ठ : ०
  

महाशक्ति  नैना देवी डेस्क : नैनीताल : दृश्यम  : शक्ति *
*
साभार  : दृश्यम : श्री रामचन्द्र कृपालु

श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं
नव कंज लोचन कंज मुख कर कंज पद कंजारुणं
*

हे गिरी नंदनी विश्व की स्वामिनी
*
हे गिरी नंदनी विश्व की स्वामिनी नंदी गण तब शरण रहें 
विंध्य गिरी पर रहने वाली इंद्र देव तब नमन करें ....भगवती गौरी.... 


 दृश्यम  : शक्ति साभार.
*
प्रथम मीडिया प्रस्तुति.
सरस्वती : नर्मदा डेस्क : जब्बलपुर : शक्ति. अनीता 


भावनाओं का कहाँ द्वार होता है 
जहाँ हरि मिले वही हरिद्वार होता है 

*
प्रथम मीडिया प्रस्तुति.

खुसरो के दोहे

पी गोरी मैं साँवरी
*
खुसरो
नदी किनारे मैं खड़ी सो पानी झिलमिल होय
पी गोरी मैं साँवरी अब किस विध मिलना होय.

*
प्रथम मीडिया प्रस्तुति.


त्रिशक्ति : सरस्वती : नर्मदा डेस्क : दृश्यम : शक्ति अनीता : पृष्ठ : 
*
जया किशोरी : कृष्ण ने मर्यादा तोड़ी,क्यों ?  




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 विषय सूची : पृष्ठ : ०.

त्रिशक्ति : जीवन शक्ति विचार : आवरण कथा : पृष्ठ : ०
त्रिशक्ति : विषय सूची : पृष्ठ : ०.
त्रिशक्ति : जीवन शक्ति विचार धारा : आज : पृष्ठ : ०.
त्रिशक्ति :जीवन शक्ति विचार धारा : दृश्यम : आज : पृष्ठ : ०.
त्रिशक्ति :सम्पादकीय : पृष्ठ : १ . 
त्रिशक्ति : जीवन शक्ति विचार धारा : कल : पृष्ठ : २. 
त्रिशक्ति :जीवन शक्ति विचार धारा : दृश्यम : कल : पृष्ठ : २.
आपने कहा : पृष्ठ : ३.
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त्रिशक्ति : जीवन शक्ति विचार धारा : आज : पृष्ठ : ०.
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टाइम्स मीडिया प्रस्तुति. 
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त्रिशक्ति : सम्यक दृष्टि लक्ष्मी डेस्क : कोलकोता : पृष्ठ : १ / १  
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 महालक्ष्मी डेस्क : कोलकोता : 
संस्थापना वर्ष : २००३. महीना : जून. दिवस :२.
प्रादुर्भाव वर्ष : १९७९.


संपादन : शक्ति : सीमा.

दिव्य दर्शन : महालक्ष्मी :  वंदना : पृष्ठ : १ / १ 
संपादन. 
महालक्ष्मी डेस्क : कोलकोता.

 
विष्णु प्रिया लक्ष्मी : दरबार : दर्शन : पंकज वासिनी देवसु पूजयति सतगुण वर्षनी


नमस्तुते ' महामाये ' श्री पीठे सुरपूजिते
शंख चक्र गदा हस्ते ' महालक्ष्मी ' नमोस्तुते

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महालक्ष्मी डेस्क : कोलकोता : दिव्य चित्र विचार : पृष्ठ : १ / १ 
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 महालक्ष्मी : जीवन : दर्शन
कोलकोता डेस्क. 
संपादन : शक्ति सीमा 

 टाइम्स मिडिया लाइव प्रस्तुति. 
*
सहिष्णुता और प्रतिकार. 

स्वजनों से ' प्रतिकार ' का क्या औचित्य...युवराज ?
' रणभूमि ' में बिखरे पड़ें ' खून ' के छीटें भी ' खून ' से नहीं 
पानी से ही ' निर्मल '  होंगे 




एम. एस. मीडिया. प्रस्तुति. 
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त्रिशक्ति : शक्ति : सम्यक दृष्टि : नैनीताल डेस्क : पृष्ठ : १ / २.
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नैना देवी डेस्क / नैनीताल. 
प्रादुर्भाव वर्ष : १९७६.
संस्थापना वर्ष : १९९८. महीना : जुलाई. दिवस : ४.


संपादन. 
शक्ति. नैना देवी / नैनीताल. 
    दिव्य शक्ति दर्शन : वंदना : पृष्ठ : १ / २ 
संपादन.
नैना देवी डेस्क / नैनीताल. 

 


या देवी सर्वभूतेषु ' महाशक्ति ' रूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम

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  दिव्य शक्ति : दृश्यम : विचार : दर्शन : पृष्ठ : १ / २. 
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संपादन. 
शक्ति. नैना देवी / नैनीताल. 
*
विनम्रता  : सहनशक्ति और समझ 
*
विनम्रता का अर्थ मात्र ' समर्पण ' नहीं है, 
' सहनशक्ति '  ' समझशक्ति ' को उन्नत करना है  
यह ' रिश्तों ' को बरकरार रखने के लिए अचूक अस्त्र है,
' विनम्र रहना सीखिए  ' सदैव ' प्रसन्न रहने का प्रयत्न करें . 

*
मैं हूँ ना 


*
कभी कभी हज़ार तसल्लियों और लाख दिलासों से बढ़कर 
सिर्फ लफ्ज़ हौसला देते हैं मैं हूँ ना 

*
' शांति ' और ' सुकून '

इन्सान कितना ही अमीर क्यों न बन जाए 
' तकलीफ ' बेच नहीं सकता 
और ' सुकून ' खरीद नहीं सकता 

 
*
त्रिशक्तियों की होलिका मैत्री.
 

*
स्वयं के भीतर आतंरिक शक्तियों 
यथा लक्ष्मी, शक्ति और सरस्वती की मैत्री और उनके मध्य सामंजस्य की 
संतुलन शक्ति ही आपको महाशक्ति बना देगी सदैव स्मृत रखें 
  *
 अनंत होली की शिव शुभकामनायें.
 

 *
स्नेहिल होली 
प्यार के रंग से भरो  पिचकारी 
स्नेह के रंग से रंग दो दुनियाँ सारी 


*

प्रथम मीडिया प्रस्तुति. 
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त्रिशक्ति : सरस्वती : नर्मदा डेस्क : सम्यक कर्म : पृष्ठ : / ३.
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महासरस्वती : नर्मदा डेस्क : जब्बलपुर.
प्रादुर्भाव वर्ष : १९८२.
संस्थापना वर्ष : १९८९. महीना : सितम्बर. दिवस : ९.


संपादन : शक्ति : अनीता.


नर्मदा डेस्क : जब्बलपुर.
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भारती : श्वेतपद्मासना : दर्शन पृष्ठ : / ३.


या देवी सर्वभूतेषु ' बुद्धि ' रूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम
प्रथम मीडिया प्रस्तुति
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त्रिशक्ति : सम्यक आचरण : दृश्यम विचार : नर्मदा डेस्क : पृष्ठ : १ / ३.
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संपादन : नर्मदा डेस्क : जब्बलपुर.
शक्ति : अनीता.
साभार : शक्ति जया किशोरी.


दृश्यम : तू करता वही है जो तू चाहता है
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त्रिशक्ति : सम्यक आचरण : शब्द चित्र विचार : नर्मदा डेस्क : पृष्ठ : १ / ३.
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संपादन : नर्मदा डेस्क : जब्बलपुर.
शक्ति : अनीता.
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सम्यक कर्म : सम्यक संकल्प

महासरस्वती  : जीवन : दर्शन  : आस और विश्वास 


त्रिशक्तियां '
महालक्ष्मी ',' महाशक्ति ' और ' महासरस्वती '
के ' महासम्मेलन ' और उनके ' एकीकरण '
से ही ' महाशक्ति ' का उद्भव सुनिश्चित हैं.

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त्रिशक्ति :सम्पादकीय : पृष्ठ : १ . 
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 दृष्टि क्लिनिक :डॉ दीनानाथ वर्मा : कारगिल बस स्टैंड : बिहारशरीफ समर्थित 
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त्रिशक्ति : जीवन शक्ति विचार धारा : मंजूषा : आजतक : पृष्ठ : २. 
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महालक्ष्मी डेस्क : कोलकोता. 

 *

संपादन

शक्ति. 
सीमा शक्ति अनीता.

*
विचार : प्रभाव : सीमा 

मन में आने वाले विचार की आयु सिर्फ एक पल की होती है, 
पर उससे पड़ने वाले प्रभाव को आप अंतहीन समय तक महसूस करते हैं।

*
हार की जीत 


हर हार तुम्हें स्वयं के जीवन में बताएगी कि तुमसे कहाँ चूक हुई है 
और कहाँ मेहनत बाकी है और कहाँ करनी थी  

*
जीवन का सच 


बहुत मुश्किल नहीं है जिंदगी की सच्चाई को समझना 
जिस तराजू पर दूसरों को सदैव तौलते हो उस पर कभी स्वयं बैठ कर देखना
 
*
योग्यता : प्रशंसा " ईर्ष्या 


लोग आपके प्रशंसक है यह आपकी योग्यता है 
लोग आपसे जलते है यह आपका जलवा है

 *
' काबिल ' 

न ' अनपढ़ ' रहे, न  'काबिल ' हुए
खामखां ऐ ' जिंदगी ', तेरे ' स्कूल ' में ' दाखिल ' हुए.


समय , साथ और समझ. 

सम्बन्धों को सिर्फ़ समय की ही नहीं समझ की भी जरुरत होती है

*
बुरे दिन.

जीवन है ,तो बुरे दिन भी आएंगे 
पर भरोसा है ये दिन भी निकल जाएंगे 

*
लक्ष्य ,सपने, मंजिल और  प्रयास. 

जितना समय सोने में बर्बाद करोंगे उतना ही अपनी मंजिल से दूर होते जाओगे 
उठो जागो अपने सपनों को साकार करने  लिए 
लक्ष्य की तरफ़ प्रयाण करो 
*
कितने ही रंग

मैं कितने ही रंग में रंग क्यों न जाऊं 
एक तेरा रंग न लगे तो जिंदगी भी बेरंग सी लगती है 





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