Dharm Sansthapanarthaay : Sambhavami Yuge Yuge : Krishna Darshan
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Dharm Sansthapanarthaay
Sambhavami Yuge Yuge : 2024.
Krishna : Darshan.
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राधिका कृष्ण शक्ति. त्रिशक्ति.नव शक्ति. महा.शक्ति.प्रस्तुति.
सांस्कृतिक पत्रिका.
कृष्ण दर्शन.
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अंक : १. आवरण पृष्ठ : ०
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![]() |
तू ही अंतर्यामी जग का स्वामी : सावरें सलोने : संभवामि युगे युगे : कोलाज : शक्ति. विदिशा. |
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सुबह - सवेरे और शाम : आज : पृष्ठ : ०
कृष्णराधिका : जीवन शक्ति चित्र विचार धारा : आज : पृष्ठ : ० / १
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कृष्ण दर्शन. संभवामि युगे युगे
अंक : १. प्रारब्ध : पृष्ठ : ०.
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*
वो इश्क़ ही क्या जो तकलीफ़ न दे
और उस रंजो गम से आदमी को आम से ख़ुदा न बना दें
*
प्रेम के रंग
*
खुसरो बाजी प्रेम की मैं खेलूँ पी के संग,
जीत गयी तो पिया मोरे हारी पी के संग.
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कृष्णराधिका : जीवन शक्ति विचार धारा : दृश्यम : आज : पृष्ठ : ० /
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*
साभार : लघु फिल्में.
*
पार्थ : कर्म योग ही सर्वश्रेष्ठ मार्ग है
*
दृश्यम : अद्वितीय.
माधव ( श्री लक्ष्मीनारायण ) का अंत : शक्ति संतुलन.
*
शॉर्ट रील : साभार.
यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत
अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्
⭐
देव शक्ति डेस्क.
हिमाचल.
प्रादुर्भाव वर्ष : १९८६.
संस्थापना वर्ष : १९८९. महीना :अक्टूबर : दिवस : ६
संस्थापना वर्ष : १९८९. महीना :अक्टूबर : दिवस : ६
संपादन.
मुक्तेश्वर.नैनीताल
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प्रारब्ध : देव शक्ति प्रार्थना : पृष्ठ : ०
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नैनीताल डेस्क.
संपादन.
शक्ति. डॉ. सुनीता मीना प्रिया.
मुक्तेश्वर. नैनीताल.
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गणपति वंदना : प्रारब्ध पृष्ठ : ०
मेरी श्रेष्ठ दिव्य आत्म ' शक्ति ' देव प्रस्तुति.
गणपति वंदना : प्रथमतः
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श्री गणेशाय नमः
वक्तुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
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प्रारब्ध : महा शक्ति वंदना : पृष्ठ : ०
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महाशक्ति : वंदना : प्रारब्ध पृष्ठ : ०
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महाशक्ति दृश्यम.
या ' देवी ' सर्व भूतेषु ' महा शक्ति ' रूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
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प्रारब्ध : आत्म दीपो भवः : पृष्ठ : ०
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प्रारब्ध : आत्म शक्ति प्रार्थना : पृष्ठ : ०
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संपादन.
शक्ति : प्रिया
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प्रातः : संध्या कालीन
आत्म ' शक्ति ' प्रार्थना
' हम ' सभी ' देव - शक्ति ' परिवार की
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फिल्म : सत्यम शिवम सुंदरम.
सितारे : शशि कपूर. जीनत अमान.
गाना : ईश्वर सत्य है सत्य ही शिव है शिव ही सुन्दर है.
गीत : पंडित नरेंद्र शर्मा. संगीत : लक्ष्मी कांत प्यारेलाल. गायिका : लता.
प्रार्थना गाने, सुनने व अनुभूत करने के लिए उपलब्ध लिंक.
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फिल्म : गुड्डी.१९७१.
सितारे : धर्मेंद्र. जया भादुड़ी.
गाना : हमको मन की शक्ति देना मन विजय करें
दूसरों की जय से पहले ख़ुद को जय करें
गीत : गुलज़ार. संगीत : वसंत देसाई. गायक : वाणी जयराम.
साभार : यूट्यूब लिंक : फिल्म : गुड्डी.
प्रार्थना गाने, सुनने व अनुभूत करने के लिए उपलब्ध लिंक.
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फिल्म : अंकुश.१९८६.
सितारे : नाना पाटेकर. निशा सिंह.
प्रार्थना : इतनी शक्ति हमें देना दाता मन का विश्वास कमज़ोर हो ना.
हम चले नेक रस्ते पर हमसे भूल कर भी कोई भूल हो न.
गीत : अभिलाष. संगीत : कुलदीप सिंह. गायक : पुष्पा पगधरे सुषमा श्रेष्ठ.
साभार : यूट्यूब लिंक : फिल्म : अंकुश.
प्रार्थना गाने, सुनने व अनुभूत करने के लिए उपलब्ध लिंक.
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कृष्ण दर्शन.
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राधिकाकृष्ण : महाशक्ति : इस्कॉन डेस्क : नैनीताल. पृष्ठ : ० / १ / ० :
राधिकाकृष्ण : महाशक्ति : इस्कॉन डेस्क : नैनीताल. पृष्ठ : ० / १ / ० :
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तुम्हारे लिए.
प्रादुर्भाव वर्ष : १९७६.
संस्थापना वर्ष : १९७८. महीना : जुलाई : दिवस : ४.
संपादन.
⭐
अनु ' राधा '
नैनीताल.
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राधिका कृष्ण : महाशक्ति : दिव्य दर्शन : दृश्यम : विचार : पृष्ठ : ० / १
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तुम्हारे लिए
संपादन / अनु ' राधा ' / नैनीताल.
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कृष्ण की हर बात का आधार है राधा : साभार : दृश्यम
कृष्ण है विस्तार यदि तो सार है राधा
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रुक्मिणीकृष्ण : महाशक्ति : दर्शन दृश्यम : विचार डेस्क : नैनीताल. पृष्ठ : ० / २ .
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गुरु ' गोविन्द ' दोनों खड़े.
संपादन / डॉ. सुनीता / नैनीताल.
साभार
⭐
संपादन
शक्ति. डॉ. सुनीता सिन्हा.
कृष्ण दर्शन : दृश्यम.
संघर्ष में पति का ' धैर्य ' और पत्नी का ' शौर्य '
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रुक्मिणीकृष्ण : महाशक्ति : दर्शन : विचार डेस्क : नैनीताल. पृष्ठ : ० / २ .
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कृष्ण दर्शन.
सम्यक ' साथ '
सम्यक ' साथ ' के लिए स्वयं के ' अर्थ ' को छोड़ दीजिए
पर ' स्वार्थ ' के लिए ' सम्यक साथ ' कभी न छोड़े
' इच्छायें ' ' मनुष्य ' को जीने नहीं देती
और मनुष्य ' इच्छाओं ' को मरने नहीं देता, पार्थ !
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मीराकृष्ण : महाशक्ति डेस्क : मुक्तेश्वर : नैनीताल. पृष्ठ : ० / ३ .
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मीरा डेस्क.
प्रादुर्भाव वर्ष : १९८६.
संस्थापना वर्ष : १९८९. महीना : अक्टूबर : दिवस : ६ .
संपादन.
मीराकृष्ण : महाशक्ति डेस्क : मुक्तेश्वर : नैनीताल. पृष्ठ : ० / ३ .
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मीरा डेस्क.
प्रादुर्भाव वर्ष : १९८६.
संस्थापना वर्ष : १९८९. महीना : अक्टूबर : दिवस : ६ .
संपादन.
शक्ति. मीना सिंह
मुक्तेश्वर. नैनीताल.
⭐
कृष्ण दर्शन ' मन ' दर्पण
तोरा ' मन ' दर्पण कहलाए
' मन ' ही ईश्वर ' मन ' ही देवता ' मन ' से बड़ा न कोय
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मीराकृष्ण : मुक्तेश्वर डेस्क : विचार : नैनीताल. पृष्ठ : ० / ० :
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मीराकृष्ण : मुक्तेश्वर डेस्क : विचार : नैनीताल. पृष्ठ : ० / ० :
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मीरा : ' गोविन्द ' बोलो ' हरि ' गोपाल बोलो.
शक्ति. मीना सिंह
मुक्तेश्वर. नैनीताल.
⭐
कृष्ण दर्शन.
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कर्म का अपराध बोध.
चैतन्य होना और स्वचैतन्य होना, जीवित प्राणियों के लक्षण हैं
जिसमें स्वचैतन्य होना मनुष्यों के नैसर्गिक गुण हैं।
स्वचैतन्य ही हमें अच्छे बुरे का बोध कराता है। किये गये कर्मों का बोध कराता है।
इसलिए अपने जीवन काल में ही यदि किसी कृत कर्म का अपराध बोध हो
तो स्वयं से और जिसके साथ हुआ हो उससे खुले मन
हृदय और आत्मा से क्षमा मांग लें,यही अपराध बोध का प्रायश्चित और मुक्ति है।
अरुण कुमार सिन्हा.
त्रिशक्ति : विचार धारा.
![]() |
मातृत्व छाया अस्पताल. बबुरबन्ना बिहार शरीफ. समर्थित त्रिशक्ति : विचार धारा. ------------ |
एक दिन खुद ही टूट जाए तुम्हें ' तोड़ते तोड़ते '
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त्रिशक्ति : लक्ष्मी : डेस्क : कोलकोता : दिव्य दृश्यम : पृष्ठ : १ / ० / १
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महालक्ष्मी डेस्क : कोलकोता.
संस्थापना वर्ष : २००३. महीना : जून. दिवस :२.
प्रादुर्भाव वर्ष : १९७९.
⭐
संपादन.
महालक्ष्मी डेस्क : कोलकोता.
किसी को ' भरोसा ' है कि ' भगवान ' देख रहा है
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त्रिशक्ति : सम्यक दृष्टि : महा शक्ति : नैनीताल डेस्क : पृष्ठ : १ / ० /२.
त्रिशक्ति : सम्यक दृष्टि : महा शक्ति : नैनीताल डेस्क : पृष्ठ : १ / ० /२.
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नैना देवी डेस्क / नैनीताल.
प्रादुर्भाव वर्ष : १९७६.
संस्थापना वर्ष : १९९८. महीना : जुलाई. दिवस : ४.
संपादन.
नैना देवी डेस्क / नैनीताल.
मैं हूँ ना.
कभी कभी हजार ' तसल्लियों ' और लाख ' दिलासों ' से बढ़कर
सिर्फ तीन ' लफ्ज़ ' हौसला देते हैं
मैं हूँ ना
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त्रिशक्ति : सम्यक आचरण : महा सरस्वती : नर्मदा डेस्क : पृष्ठ : १ / ० / ३
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नर्मदा डेस्क : जब्बलपुर.
दिव्य भविष्य वाणी समर्थित.
नवशक्ति शक्ति :सम्यक संकल्प .
शिमला डेस्क : प्रस्तुति : पृष्ठ : १ / ५
संस्थापना वर्ष : १९९९. महीना : जनवरी. दिवस : ५
श्यामली : डेस्क : शिमला.
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संपादन
शक्ति : रेनू अनुभूति नीलम.
शक्ति रूपेण संस्थिता
⭐
जीवन शिक्षण.
नवशक्ति नव जीवन विचार
तुम्हारे ' हिस्से ' में अगर कठिन ' संघर्ष ' है
तो तुम्हारे हिस्से में ' जीत ' भी ' सुनिश्चित ' ही होगी
⭐
जीवन शिक्षण.
नवशक्ति नव जीवन विचार
⭐
तू लाली है ' सवेरे ' बाली
सकारात्मक सोच.
हर ' सुबह ' एक नई ' शुरुआत ' का अवसर है,
अपनी सोच को ' सकारात्मक ' रखें,
हर पल को ' आनंद ' और ' उत्साह ' से जीएं
' जिंदगी ' वही होती है, जैसा हम इसे देखते हैं...
इसे ' मुस्कान ' और ' उम्मीदों ' से भर दें.
शक्ति. रेनू शब्द मुखर जयपुर.
⭐
------------
सम्पादकीय : पृष्ठ : २.
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संपादकीय शक्ति समूह.
---------
आत्म ' शक्ति ' विचार.
सम्पादित.
शक्ति.माधुरी.
शक्ति मैहर डेस्क. सतना. मध्य प्रदेश.
⭐
जिंदगी, ' परिस्थितियां ' और फैसले.
' खुश ' रहना है तो अपनी ' जिंदगी ' के ' फैसले '
अपनी ' परिस्थितियों ' को देखकर करें ' दुनियां ' को देखकर नहीं.
⭐
' धैर्य ' और ' चुनौती '
कठिन से कठिन ' समय ' की ' चुनौती ' भी
दृढ़ ' विश्वास ', प्रकृति ', ' धैर्य ' ' वाणी ' के संयम और ' समय ' के साथ जीती जा सकती है
⭐
रहीम
⭐
रहिमन हीरा कब कहे
बड़े ' बड़ाई ' ना करे, बड़े न बोले ' बोल ',
रहिमन ' हीरा ' कब कहे, लाख टका मेरो ' मोल '.
⭐
रहिमन धागा ' प्रेम ' का
रहिमन धागा ' प्रेम ' का मत तोड़ो ' चटकाय '
टूटे से फिर ना जुड़े, जुड़े ' गांठ ' पड़ जाए.
⭐
गीता.
सत्यं ब्रूयात् प्रियं ब्रूयात् , न ब्रूयात् सत्यम् अप्रियम् ,
प्रियं च नानृतम् ब्रूयात् , एष धर्मः सनातन:
⭐
----------
प्रधान संपादिका. ⭐
शक्ति : रेनू ' अनुभूति ' नीलम.
नव शक्ति. श्यामली डेस्क. शिमला.
संस्थापना वर्ष : १९९९. महीना : जनवरी. दिवस : ५.
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विशेषांक संपादक
⭐
शक्ति : मानसी शालिनी कंचन
नैनीताल.
नैनीताल.
शक्ति : बीना मीना भारती
नैनीताल.
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वरिष्ठ सम्पादिका.
डॉ. मीरा श्रीवास्तवा / पूना.
दया जोशी / नैनीताल
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पत्रिका के निर्माण / संरक्षण के लिए
एक्सक्लूसिव शॉप फॉर
शूटिंग्स, लहंगा ,सूट्स & ड्रेस मटेरियल्स
सोह सराय : बिहार शरीफ
⭐
------------ आकाश दीप : पद्य संग्रह : सम्पादकीय : प्रस्तुति : पृष्ठ : ३ -------------- शिमला डेस्क संपादन प्रधान सम्पादिका. शक्ति. रेनू शब्द मुखर. जयपुर. |
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⭐
लघु कविता.
शक्ति. रेनू शब्द मुखर.
तेरी यादों की छांव में.
तू दूर है पर मेरे दिल में हरपल करीब है,
तेरी हंसी की गूंज मेरे कानों में अभी भी करीब है.
तेरी मासूम बातों का हर इक पल,
मेरे दिल की गहराइयों में है धड़कता पल-पल.
हर दिन पर तेरी आवाज़ की उम्मीद होती है,
तेरी हर आहट मेरे मन के दरवाजे पर दस्तक देती है.
भले तू मुझसे रूठा है या फासले दरमियाँ हैं,
मेरा दिल बस तुझसे जुड़ा है, ये एहसास गहरे समां हैं.
तेरी यादों के साथ जीती रही हूं हर लम्हा,
तेरे बिना भी पर तुझसे ही तो बंधा हर कदम है.
तू खुश रहे, तेरी राहें हों रोशन और हंसी से भरी,
यही दुआ है हमारी की, कि तेरी झोली खुशियों से भरी.
तू बस पुकार कर आवाज देना,
दिल की मुराद ये इंतजार पूरा कर देना.
तेरी मुस्कान से दुनिया रोशन हो जाएगी,
अधूरेपन में फिर से जान आ जाएगी.
तू कहीं भी हो, हर सांस में बसा है,
तू मेरी दुआओं का हर सपना है.
जयपुर
⭐
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तारे जमीन पर : गद्य संग्रह : शक्ति : सम्पादकीय : प्रस्तुति. पृष्ठ : ४ .
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संपादन
शक्ति नीलम पांडेय.
वाराणसी.
प्रधान सम्पादिका.
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प्रकृति , प्रेम , जीवन , अध्यात्म और सन्यास. आलेख : ४ / १.
हम तुम कितने पास हैं कितने दूर है चाँद सितारे : कोलाज : शक्ति : ज्योति सिद्धांत. जयपुर.
भूत मृत है, भविष्य अनिश्चित और रहस्यगर्भा है और वर्तमान जीवित है
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अरुण कुमार सिन्हा.
झारखण्ड.
जीवन त्रिआयामी है, वर्तमान,अतीत या भूत और भविष्य।
लोग कहते हैं कि भूत मृत है, भविष्य अनिश्चित और रहस्यगर्भा है और वर्तमान जीवित है।
मनुष्य स्वभाव से भविष्य के लिए चिन्ता और चिन्तन करता है पर,भूत में जीवित रहता है और वर्तमान को अनदेखा करता है। कुछ विद्वतजनों का कहना है कि अतीत को विस्मृत करो, भविष्य की चिन्ता छोड़ो और वर्तमान में रहो।
परन्तु गृहस्थ या सांसारिक जीवन में यह दर्शन एकांगी और अव्यवहारिक प्रतीत होता है।
अतीत ही वर्तमान का जीवन और भविष्य का दर्पण है।
अतीत से हमें नियमित सीख लेते रहना चाहिए कि अतीत हमें सदैव की गयी गलतियों और उसके परिणामों से अवगत और सचेष्ट कराता रहता है और उनकी पुनरावृत्तियों से रोकता है जिससे हम भविष्य के प्रति क्रियामाण रहते हुए चिन्तन करते हैं और उपलब्ध वर्तमान को जी पाने में सक्षम होते हैं।
वास्तविकता भी यही है कि हम एक एक क्षण अतीत होते रहते हैं,हम जो एक एक क्षण सांस लेते हैं,जो भी कुछ करते हैं, वह सब एक एक क्षण में अतीत में रुपान्तरित होता रहता है और हम कहते हैं कि अभी अभी तो ऐसा हुआ है परन्तु यह अभी अभी हुआ था,कुछ क्षण पूर्व इसका अस्तित्व था,अभी नहीं है तो जो अभी नहीं है, अतीत है,भूत हो गया फिर वर्तमान कहां है, वर्तमान का कोई अस्तित्व नहीं होता या तो अतीत है या भविष्य है और भविष्य की बुनियाद अतीत है इसलिए अतीत को सदैव दर्पण बनाकर सामने रखिए और उससे सीख लेते रहिए, भविष्य के लिए चिन्तन कीजिए,चिन्ता न कीजिए और चलती हुयी सांसों के साथ जीवन का आनन्द लीजिए।
हर पल क्षण सांसों के साथ चल रहा है और जबतक सांसें चल रही हैं,आप चल रहे हैं, सांसें थमीं कि आप थम गए।
जीवन क्षणभंगुर हैं जो क्षणिक वर्तमान, अतीत और भविष्य में सिमटा हुआ लिपटा हुआ चल रहा है, शून्य से आया है और शून्य में विलीन हो जाना है, यही यथार्थ है बाकी सब भ्रम है। आपका दिन मंगलमय हो। सपरिवार सानन्द रहें।
सादर सु प्रभात
स्तंभ सज्जा संपादन :
शक्ति : ज्योति सिद्धांत विदिशा.
जयपुर.
१८८६. मुन्नालाल महेश लाल आर्य एंड संस ज्वेलर्स. पटना रांची रोड. बिहार शरीफ. समर्थित.
-------------
ये मेरा गीत : कृष्ण भक्ति संगीत : कल भी कोई दोहराएगा : पृष्ठ : ६
नैनीताल डेस्क
संपादन
⭐
शक्ति. डॉ. सुनीता मीना प्रिया.
--------------
⭐
कृष्ण भक्ति संगीत.
फिल्म : हरे रामा हरे कृष्णा.१९७१.
सितारे : देव आनंद. जीनत अमान.
गाना : देखो ऐ दीवानों ऐसा काम न करो
राम का नाम बदनाम न करो .
गीत : आनंद बख्शी संगीत : आर डी वर्मन. गायक : किशोर कुमार.
गाना सुनने व देखने के लिए नीचे दिए गए लिंक को दवाएं.
⭐
सितारे : सचिन. सारिका.
फिल्म : गीत गाता चल.१९७५.
गाना : शाम तेरी बंशी पुकारे राधा नाम
गीत : रविंद्र जैन. संगीत : रविंद्र जैन. गायिका : आरती मुखर्जी. जसपाल सिंह.
गाना सुनने व देखने के लिए नीचे दिए गए लिंक को दवाएं.
⭐
फिल्म : तेरे मेरे सपने. १९७१.
सितारे : देव आंनद. मुमताज.
गाना : जैसे राधा ने माला जपी शाम की
गीत : नीरज. संगीत : एस डी वर्मन. गायिका : लता.
गाना सुनने व देखने के लिए नीचे दिए गए लिंक को दवाएं.
⭐
फिल्म : शागिर्द.१९६७.
सितारे : जय मुखर्जी. सायरा बानू.
गाना : कान्हा आन पड़ी मैं तेरे द्वार.
गीत : मजरूह सुल्तानपुरी. संगीत : लक्ष्मी कांत प्यारे लाल. गायिका : लता.
गाना सुनने व देखने के लिए नीचे दिए गए लिंक को दवाएं.
⭐
फिल्म : जॉनी मेरा नाम. १९७०.
सितारे : देव आंनद. हेमा मालिनी.
गाना : गोविन्द बोलो हरि गोपाल बोलो
गीत : इंदीवर. संगीत : कल्याण जी आनंद जी गायिका : लता
गाना सुनने व देखने के लिए नीचे दिए गए लिंक को दवाएं.
https://www.youtube.com/watch?v=1tMnYg9hWKo
https://www.youtube.com/watch?v=1tMnYg9hWKo
शक्ति डॉ. ममता कौशाम्बी : ममता हॉस्पिटल : बिहार शरीफ समर्थित
------------
सम्भवामि युगे युगे : फ़िल्मी कोलाज़ : धर्म संस्थापनार्थाय : पृष्ठ : ७.
-------------
शिमला डेस्क.
संपादन.
शक्ति : वनिता अनुभूति स्मिता.
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राधा का भी श्याम वो भी मीरा का भी श्याम : कोलाज : डॉ.सुनीता मीना प्रिया. जागो उठ कर देखो जीवन ज्योत उजागर है : कोलाज : शक्ति डॉ.सुनीता मीना प्रिया. |
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मैंने ओढ़ी चुनरिया तेरे नाम की : राधा ने माला जपि श्याम की : कोलाज : डॉ. सुनीता मीना प्रिया. |
![]() |
कान्हा आन पड़ी मैं तेरे द्वार चाकर समझ कर निहार : कोलाज : डॉ. सुनीता मीना प्रिया. |
![]() |
गोविन्द बोलो हरि गोपाल बोलो राधा रमण हरि गोपाल बोलो : शक्ति : डॉ. सुनीता मीना प्रिया |

मुन्नालाल महेशलाल आर्य ज्वेलर्स. चौक पर. बिहारशरीफ.समर्थित
--------
कृष्ण दर्शन : विशेषांक : लघु फिल्में : पृष्ठ : ८.
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संपादन.
शक्ति. पूजा
मथुरा. उत्तर प्रदेश.
⭐
राधिका कृष्ण : अद्वैत प्रेम की होली : दृश्यम
शिशुपाल वध : लघु फिल्म : साभार
मौन हो जाओ ' शिशुपाल '
---------
संदेशे आते हैं. आपने कहा : पृष्ठ : ९
------------
पद्मावत डेस्क. जयपुर
संपादन.
---------------
ये ' जिंदगी ' गले लगा ले.
' समझदारी '
कुछ बहुत ' पास ' आयेंगे
कुछ बहुत ' दूर ' चले जायेंगे
बहुत ' कम ' लोग ही हैं यहाँ
जो आपस के निःस्वार्थ ' रिश्ता '
' समझदारी ' से ' ताउम्र ' निभायेंगे.
--------
चलते चलते : आपकी फरमाइश : शुभ कामनाएं : पृष्ठ : १०
------------
देव भूमि डेस्क हिमाचल
नैनीताल शिमला
त्रिशक्ति : सम्पादित :
⭐
राधिका कृष्ण शक्ति. त्रिशक्ति.नव शक्ति.
महाशक्ति.देव शक्ति परिवार प्रस्तुति.
' हम ' समस्त ' देव शक्ति ' परिवार की तरफ से
' शक्ति ' ज्योति - सिद्धांत ' की मेहंदी रस्म तिथि : २४. ११. २४ तथा २५. ११. २४ शादी की पवित्र वेला पर ढ़ेर सारी अनंत शुभ कामनाएं
जयपुर घराना
शक्ति : अधिवक्ता : सीमा : रवि
ख़ुशी : उत्तराखंड : जा तुझसे बोलूं न
⭐-----------------------
राधिका कृष्ण शक्ति. त्रिशक्ति.नव शक्ति. महाशक्ति.देव परिवार प्रस्तुति.
⭐
कम लोग हों पर अपने हों, जिंदगी तमाशा थोड़े न है,
जो भीड़ चाहिए ……
⭐
' चुप ' रहिये या फिर ऐसे ' प्रभावी ' ' हितकारी ' शब्द ' ' सम्यक वाणी ' में बोलिये
जो ' मौन ' से ज्यादा कीमती हो.....
आपकी फरमाइश : पृष्ठ : ८
ख़ुशी : उत्तराखंड : जा तुझसे बोलूं न
' राम ' को समझो ' कृष्ण ' को जानो
कृष्ण ' दर्शन '
⭐
With lots of reverence & respect.
I pay my sincere, deep, and heartfelt regards to my all Divine Shaktis , exclusively my ' Atmashakti ' as Trishaktis : ' Mahalakshmi' , Mahashakti & Mahasaraswati throughout life whose blessings and caring I need.
MD / Times Media : Shakti Seema.
MD / Pratham Media : Shakti Anita.
MD / MS Media : Shakti : Dr.Sunita Shakti Priya..
---------
Editorial : English : Page : 0
-----------
Chief Editor
Prof. Dr. Roop Kala Prasad.
Department of English.
Prof. Dr. Bhwana
Department of S. Sc.
Ujjain Desk .MP
⭐
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English News in Brief : Page : 2.
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Editor : Dr.Sunita Shakti Priya.
SP Arya DAV witnesses the day becomes an opportunity for the junior scientist.
ER / Nalanda. SP Arya DAV witnesses the day becomes an opportunity for the junior scientist students to engage themselves in various kinds of project based activities and experiments to host the Art & Craft gallery in benign presence of respected chief guest and other visitors.
In a press release principal Anshima Singh shares her feelings and messages to us that the young budding shining stars have showed their hidden talent through various projects for the wind mill, an alarm before earthquake, rain water filtration, active volcano etc.They showed how science is making our life much comfortable.Their project works were widely appreciated by all.
It is a day when curiosity is not only encouraged but celebrated, fostering an environment where inquisitive minds can thrive. This day provides an opportunity for the students to perform various activities. And art and crafts showcase has been the prime attraction for the guest.
Students and visitors enjoy a lot at their food stall.
As we know that every year we all unitedly stand for the National Science Day play a crucial role in setting the tone for an event that not only commemorates the past but also propels the future of scientific exploration.
वो इश्क़ ही क्या जो तकलीफ़ ना दे
चाहत में अपने बन्दे को आम से ख़ुदा न बना दे
..
It is a nice and fabulous blog magazine page
ReplyDeleteIt’s a nice page … worth reading for all
ReplyDeleteIt is a very nice page
ReplyDeletevery nice & creative literary work. I like it
ReplyDelete~NP
By visiting this blog magazine page I enjoyed a lot. Thanks a lot for publishing such a nice page... Naveen, Rajkot
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