Dil Ne Phir Yaad Kiya : Short Films

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 Dil Ne Phir Yaad Kiya : Short Films.
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दिल ने फिर याद किया : वृत्त चित्र : लघु फिल्में.
महा.शक्ति. त्रिशक्ति.नव शक्ति प्रस्तुति  
वृत्त चित्र : लघु फिल्म :  विशेषांक. 
बर्फ़ सी लहर आयी है  : लघु फिल्म. विशेषांक  
 पत्रिका.
महा.शक्ति.मीडिया.प्रेजेंटेशन@जीमेल.कॉम   
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हिंदी अनुभाग. प्रारब्ध. 
आवरण पृष्ठ : ०.
दिल ने फिर याद किया : वृत्त चित्र : लघु फिल्में.


दिल ने फिर याद किया बर्फ सी लहर आयी है : कोलाज : सुनीता ' शक्ति ' प्रिया.नैनीताल डेस्क. 



डॉ. अजय : जाह्नवी ऑय केयर रिसर्च सेंटर : बिहार शरीफ : नालन्दा : समर्थित  


 दैनिक / अनुभाग : तुम्हारे लिए 
मॉर्निंग / आफ्टर नून / इवनिंग पोस्ट.


सुबह और शाम.
 



 मॉर्निंग / आफ्टर नून / इवनिंग : पोस्ट.
संक्षेप विशेष. 

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राधिका : कृष्ण महाशक्ति : दृश्यम चित्र : विचार : पृष्ठ : १ / १ .
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इस्कॉन डेस्क. नैनीताल.
संस्थापना वर्ष : १९७८. महीना : जुलाई. दिवस : ४. 
संपादन.अनु ' राधा कृष्ण 


  महाशक्ति : राधिका कृष्ण दृश्यम. साभार. पृष्ठ : १ / १.

 
राधिका : महाशक्ति : विभिन्न नामों से स्मरण 


राधिका : कान्हां, मैं हूँ जहाँ तुम हो वहाँ  


राधिका : दृश्यम : तोरा मन दर्पण कहलाए 

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राधा : रुक्मणि : संवाद 

जब वो रोए तो अश्रु तुम्हारे बहे जब वो हँसे तो तुम भी हँस लो 


राधिका कृष्ण : क्रोध पर विजय प्राप्त करना आवश्यक है  


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महाशक्ति : राधिका कृष्ण :दृश्यम. विचार  साभार. पृष्ठ : १ / १ .

जया किशोरी : प्यारी प्यारी राधे प्यारे श्याम संग  आयेंगे 
राम आयेगे 


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राधिका कृष्ण : महाशक्ति : वंदना : डेस्क : वृन्दावन : शब्द चित्र विचार : पृष्ठ :
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संस्थापना वर्ष : १९७८. महीना : जुलाई. दिवस : ४. कान्हा : 
संपादन.अनु ' राधा '  
गोरे सांवरे  / विचार : साभार. राधा  कृष्ण 


राधे राधे

मेरे जीवन की एकमात्र : ' शक्ति ' ' राधिका ' 


श्री  ' राम ' ने लोगों को सिखलाया और दिखलाया भी कि हम  ' मर्यादा ' में कैसे रहते है 
श्री कृष्ण ने लोगों को बतलाया और सिखलाया कि ' मर्यादा ' में कैसे रखते हैं 

   

 मेरी जीवन की शक्ति ही ' राधिका ', जो ' सत्यम ', ' शिवम् ', ' सुंदरम ' है... 
मेरे जीवन का सार सम्यक ' प्यार ', ' व्यवहार '  और  ' व्यापार ' है....मेरी  दिव्य 'अभिलाषा ' है कि 
समस्त ' जगत ' उनकी इच्छा अनुसार ही चले...  



 अगर ' मनभावन '  ' प्रिय ' ' मेरे अपनों ' को  भूलना इतना आसान होता 
तो ' याद ' आ रही है  जैसा कोई शब्द ही नहीं होता....
जीवन में सीख के लिए भूलना...तो उन्हें भी नहीं है राधे ...जो छली है ....प्रपंची है ...और सदैव कड़वे हैं ...

डॉ. सुनीता मधुप ' शक्ति ' प्रिया. 


समस्याओं पर ध्यान लगाओगे तो लक्ष्य दिखने बंद हो जाएंगे,
और अगर लक्ष्य पर ध्यान लगाओगे तो समस्या दिखना बंद हो जाएंगी


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त्रि - शक्ति : प्रस्तुति : पृष्ठ : २ / १ / ० . 
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नैनीताल  डेस्क 


त्रि - शक्ति : दर्शन . 
संपादन 
सीमा रंजीता अनीता. 
नैनीताल.

त्रि - शक्ति : विचार .

 श्लोक. 
श्रीमद्भागवत गीता  
अध्याय ४  का श्लोक ७  और ८ 

श्री कृष्ण : अर्जुन : संवाद. 

 यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत। अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम् ॥४ -७ ॥ 
परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम् । धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे ॥४ -८ ॥ 


त्रि ' ' शक्ति . स्मृति  

अपने अन्तःमन की अंतरिम ' 'लक्ष्मी ', ' शक्ति ' ,' सरस्वती ' शक्ति स्वरूपा
' बुद्धिमती ',' संयमित ', ' संतुलित ', ' वाक्यपटु ' , ' आत्म ', ' मधुर '
' सहिष्णु ' शक्तियों पर हमें अत्यंत गर्व है...विश्वास है ...इन तीन आदि शक्तियों की सुरक्षा का मैं अभिलाषी हूँ  जिससे  हमारे जीवन में कोई कष्ट नहीं हो.....


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मुझे भी कुछ कहना है : त्रिशक्ति : महा लक्ष्मी : डेस्क : कोलकोता : दिव्य विचार  : पृष्ठ : २ /१ / २.
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संस्थापना वर्ष : २००३. महीना : जून. दिवस : २ 
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संपादन. महालक्ष्मी.
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ऐश्वर्य : सम्पत्ति बर्द्धनी : शक्ति : महालक्ष्मी : दर्शन 


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त्रिशक्ति : लक्ष्मी : डेस्क : कोलकोता : दिव्य दृश्यम : पृष्ठ : 
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संस्थापना वर्ष : २००३.महीना : २ जून . 
संपादन. 
महालक्ष्मी डेस्क : कोलकोता . 
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विष्णु प्रिया : लक्ष्मी : दरबार : दर्शन : पृष्ठ : २ /१ / २.


पंकज वासिनी देवसु पूजयति सतगुण वर्षनी 
यूट्यूब  लिंक : 

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मुझे भी कुछ कहना है : त्रिशक्ति : लक्ष्मी : डेस्क : कोलकोता : विचार : पृष्ठ : 
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संस्थापना वर्ष : २००३. महीना : २ जून . 
संपादन 
महालक्ष्मी डेस्क : कोलकोता. 


 चित्र : शब्द : विचार 

नर : नारायण 


हे ईश्वर मैंने धूल भरे ' आइना ' को साफ किया तो प्रथमतः ' मैं ' नज़र आया 
और जब मैंने  ' स्वयं ' को साफ किया तो ' तूं ' नज़र आया 

डॉ. सुनीता मधुप ' शक्ति ' प्रिया 
  

फोटो : साभार 

' उदय ' किसी का अचानक नहीं होता 
' सूरज ' भी धीरे धीरे ही निकलता है 
' धैर्य ' और ' तपस्या ' जिसमें है वही ' संसार ' को प्रकाशित करता है 




'आधुनिक ' इतना ही बनिए कि ' मर्यादा ' बची रहे 
' श्रृंगार ' भी हो जाए और अपनी दिव्य भारतीय ' संस्कृति ' भी बची रहे 


प्रशंसा ' हृदय ' से हस्तक्षेप ' मस्तिष्क ' से एवं प्रतिक्रिया ' विवेक ' से
करने में ही समझदारी है अन्यथा ' मौन ' ही सर्वोत्तम ' स्थिति ' है.


कुछ  ' दिल '  के मानवीय दैविक भावुक रिश्ते मुनाफ़ा तो नहीं देते हैं 
मगर जिंदगी को ' अमीर अवश्य बना देते हैं  


' नाम ' और ' पतंग ' जितनी ऊंचाई पर होते हैं  
काटने वालों की संख्या उतनी ही अधिक होती है 


नेत्र हमें केवल दृष्टि प्रदान करते हैं परन्तु हम कब किसमें क्या देखते हैं..?
ये हमारी भावनाओं पर निर्भर करता है. 
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 ' स्थिर', ' सयंमित ', ' संतुलित ' विचार चित वाले साधु जनों के 
   दुःख - सुख वाले दिन भी एक समभाव के ही होते है...अप्रभावित...  



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शक्ति दर्शन . पृष्ठ :  २ / २ / १ .
नैना देवी डेस्क / नैनीताल. 
संस्थापना वर्ष : १९९८. महीना : ४ : जुलाई. 


या देवी सर्वभूतेषु ' शक्ति ' रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।


शक्ति : महिषासुर  मर्दनी 

साभार : जी आई एफ : शक्ति : विदिशा. 
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' शक्ति ' वंदना : पृष्ठ :
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' शक्ति ' वंदना : पृष्ठ :
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जय जय है महिसासुर मर्दनी : रम्य कपर्दिनि शैल सुते
 
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सम्यक दृष्टि : जीवन सुरभि : त्रिशक्ति : शक्ति प्रार्थना : डेस्क : पृष्ठ : .
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संस्थापना वर्ष : १९९८. महीना : जुलाई. दिवस : ४.

साभार.
मेरी आत्म ' शक्ति ' की प्रार्थना

शक्ति प्रार्थना : विषय विकार मिटाओ पाप हरो देवा. 


सत्यम शिवम् सुंदरम : शक्ति : दृश्यम 


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सम्यक दृष्टि : जीवन सुरभि : त्रिशक्ति : शक्ति डेस्क : शब्द विचार.पृष्ठ : २ / २ / ६ 
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नैना देवी डेस्क / नैनीताल. 
संस्थापना वर्ष : १९९८. महीना : ४ : जुलाई. 
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 संपादन.
शक्ति.

शक्ति नैना देवी  : नैनीताल मंदिर दृश्यम : . 

 
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शक्ति : नैना देवी : नैनीताल : शब्द : मधुर विचार. पृष्ठ : २ / २ / ६ 
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नैना देवी डेस्क / नैनीताल. 
संस्थापना वर्ष : १९९८. महीना : ४ : जुलाई. 


सोना : सज्जन : साधु जन 

अपनों के लिए समर्पित अपनों के लिए कार्य करते हुए यह सोच कर कभी नाराज़ नहीं होते 
कि परिश्रम और काम मेरा है नाम किसी और का हो रहा है 
 

जलते तो है ' घी ' और ' रुई ' ही सदियों से 
लेकिन लोग फिर भी कहते है कि ' दीपक ' जल रहा है  

डॉ. सुनीता मधुप ' शक्ति ' प्रिया 


अपनी ' ऊर्जा ' को  ' चिंता ' करने में खत्म करने से बेहतर 
इसका उपयोग '  ठंडे  मन से ' समस्याओं ' के ' समाधान ' ढूंढने में किया जाए 


' कल '  चाहे कैसा भी गुजरा हो पर ' आज ' एक नई शुरुआत है 
नयी सुबह की नयी किरण के साथ प्रारंभ करें...जो बीत गयी सो बात गयी  



बेशक किसी की ' ग़लती ' को भूल जाए  
पर जो ' सबक '  उसने दिया है उसे जरूर ' याद ' रखें  


ढल जाती है हर चीज़ अपने एक तय वक्त पे
' प्रेम ', ' अपनत्व ' और एक ' दोस्ती ' है जो कभी बूढ़ी नहीं होती
यह ईश्वर का सबसे अनमोल तोहफा है इसे सदैव सभांँलकर रखें


किसी भी वस्तु की असली कीमत जिंदगी में 
तभी समझ में आती हैं जब वो पास में न हो और दुर्लभ हो जाए 
और उसे पाने के लिए हमने फिर से संघर्ष किया हो !

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     महासरस्वती : सम्यक : विचार : नर्मदा डेस्क : प्रस्तुति. पृष्ठ : २ / ३ / २ .
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संपादन 
नर्मदा डेस्क : जब्बलपुर.
संस्थापना वर्ष : १९८९. महीना : सितम्बर . दिवस : ९. 

हंस वाहिनी : वीणा वादिनी : महासरस्वती : दर्शन 


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     महासरस्वती : सम्यक :  दृश्यम : विचार : नर्मदा डेस्क : प्रस्तुति. पृष्ठ : २ / ३ / २ .
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जया : मित्र तो हैं कृष्ण जैसे 
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महासरस्वती : आज का शब्द : चित्र : विचार. पृष्ठ : २ / ३ / २ .
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स्वयं पर विश्वास : या दुनियां का आस
 


' इन्सान ' को ' जीवन ' में ' जवाबदेहियाँ ' ही जगाती हैं 



हे ! मनोबांछित दिव्य शक्ति इतनी ' शक्ति ' मुझे देना कि अपनी ' सयंमित वाणी ' से ही प्रथमतः 
समस्त विश्व में सर्वस्व ' विजयी ' हो सकूं.


' सुन ' तो सब लेते हैं  जो ' दिल ' से सही समझ ले ' सच ' में वही अपना है 
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हुनर होगा तो दुनियाँ क़दर करेगी,
एड़ियां उठाने से क़िरदार ऊँचे नहीं होते 
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वृत्त चित्र : लघु फिल्म : हिंदी फिल्म : अनुभाग. पृष्ठ : ३.
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महाशक्ति : मीडिया.
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शक्ति : मधुर : फ़िल्म समूह : वृत्त चित्र : लघु फिल्म : प्रकृति : प्रेम : पृष्ठ : ३ / ०
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संपादन.


डॉ. सुनीता रंजीता प्रिया.
नैनीताल डेस्क
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शक्ति : यात्रा : लघु फिल्में : नैनीताल


तेरे घर के सामने एक घर बनाऊंगा


इस ज़िंदगी के दिन कितने कम हैं


रेनू शब्द मुखर : नौका विहार : नैनी ताल : शॉर्ट रील
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शक्ति : यात्रा : लघु फिल्में : इन हवाओं में इन फिजाओं में
गीत : फ़िल्म : गुमराह : शूटिंग लोकेशन : नैना पीक : डॉ. मधुप


ये पर्वतों के दायरे ये शाम का धुआँ : लघु फिल्म : डॉ. मधुप
शक्ति : यात्रा : लोकेशन : डोर्थी सीट : लघु फिल्में :


रानीखेत : ये वादियाँ ये फिजाएं बुला रही है तुम्हें.


शक्ति : यात्रा : लघु फिल्म : निर्माण : डॉ. मधुप 
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शक्ति : फिल्म संपादन / निर्माण / आवाज़ : डॉ. मधुप.
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हिंदी फिल्म अभिनेता : विनोद मेहरा : पृष्ठ : ३ / १ / ० .
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संकलन.


शक्ति प्रिया.


विनोद मेहरा.
१९४५ - १९९०.

शक्ति लघु : फिल्म अभिनेता : विनोद मेहरा


जब तक़ है सांसों का बंधन
ये बंधन टूटे न कभी.


अभिनेता : अनिल धवन .


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लघु फिल्म खंड : : ये आँख कैसी हैं हाय तीर जैसी हैं


शक्ति फिल्म : वो कैसा होगा जिसकी तस्वीर ऐसी है
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दिल ने फिर याद किया : ये कौन चित्रकार है : कला दीर्घा : २०२४.पृष्ठ : ३ / ५ .
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संपादन.


मंजीत शक्ति.
चंडीगढ़.

शरीर किसी के हिस्से में जाए लेकिन मेरी आत्मा पर सदैव तुम्हारा अधिकार रहेगा : कला : साभार

ओ नीले पर्वतों की धारा आई ढूंढने किनारा बड़ी दूर से : कलाकृति : प्रवीण सैनी : मेरठ. 
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सम्पादकीय : दृश्यम : शब्द चित्र विचार : चले थे साथ मिलके चलेंगे साथ मिल के : ४ / १ / १
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संपादन :


डॉ. सुनीता ' शक्ति ' प्रिया.
नैनीताल डेस्क.
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शब्द चित्र : विचार. दिल से : पृष्ठ : ४ / १ / १ .
प्रस्तुति : ' शक्ति ' मधुर.
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सीपिकाएँ

यह सब क्या है ,अनु
प्रेम ही तो .


किसी ने मुझसे पूछा प्रेम क्या है
मैंने कहा
जैसे सूरज का रात
के लिए ढल जाना
जैसे स्वयं का होते हुए भी
अपना उसका अंतर मन से हो जाना ही
उसके लिए वर्तमान और भविष्य में जीना
अपने लिए लापरवाही
उसके लिए फ़िक्र कुछ ज्यादा होना
यह सब क्या है ,अनु
प्रेम ही तो .

डॉ. मधुप

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शब्द चित्र : दृश्यम : साभार : पृष्ठ : ४ / १ / १.
रचना श्रीवास्तवा : शक्ति.
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डॉ. सुनीता रंजीता प्रिया.
नैनीताल डेस्क
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लोग छोड़ ही नहीं जाते हैं


एक तेरे लिए ही तो लड़ रहे थे


वो तो खुशबू है हवाओं में बिखर जाएगा


मेरे ह्रदय का रास्ता जो सिर्फ़ तुम्हारे लिए बना है

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दोपहरी भी कम पड़ जाती है



सम्पादकीय समाचार
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अनुभाग : लघु फिल्म : आपने कहा : खबरें : छाया चित्र : समाचार : पृष्ठ : ४ / १.
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संपादन


मीना सिंह.
मुक्तेश्वर.नैनीताल.
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सम्पादकीय समाचार : अनुभाग : लघु फिल्में : पृष्ठ : ४ / १ / ०
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मुक्तेश्वर : नैनीताल : जीरो व्यू पॉइंट.


शक्ति : यात्रा : लघु फिल्में : डॉ. मधुप.


नीम करौरी बाबा : न्यूज़ क्लिप : डॉ. मधुप.

नैना देवी पीक : न्यूज़ क्लिप : डॉ. मधुप.
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सम्पादकीय समाचार : छाया चित्र : समाचार : ४ / १ / १.
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संपादन.


मीना सिंह. मुक्तेश्वर.नैनीताल.

गब्बर ब्रिज : चाइना पीक : कमल ताल : नैनीताल : फोटो : रेनू : जयपुर.सुनील : पटना

आज फिर जीने की तमन्ना हैं : नैनीताल यात्रा की तस्वीरें : कोलाज : विदिशा : नई दिल्ली  
हनुमान गढ़ी, नैनीताल पहाड़ी के पीछे डूबता सूरज : फोटो : कमल : लखनऊ

अपनी ही सरकार : है मत देना अधिकार : लोकतंत्र महापर्व मतदान में हिस्सेदारी : फोटो : डॉ.मधुप. 
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संक्षिप्त समाचार : आस पास : पृष्ठ : ४ / १ / २.
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समाचार : संपादन : डॉ. सुनीता शक्ति प्रिया .नैनीताल. डेस्क

मेरी रचनात्मक शक्ति का अभिकेंद्र :आस्था का केंद्र : नयना देवी मंदिर : नैनी झील.नैनीताल.
यात्रा : अध्यात्म लेख : डॉ.मधुप.


मेरी रचनात्मक शक्ति का अभिकेंद्र और पीठ ही : नयना देवी मंदिर : नैनी झील.कोलाज : विदिशा.

मेरी आस्था का केंद्र : नैनीताल की नैनी झील स्थित नयना देवी मंदिर रही है : इतनी की मैंने इसे अपनी रचनात्मक शक्ति का प्रेरणा दायी अभिकेंद्र और पीठ ही मान लिया है । अध्यात्मिक तौर से जितनी भी मेरे ब्लॉग मैगज़ीन पेज पर सत्यम शिवम् सुंदरम की रचनाएँ होती है उसके पीछे की प्रेरणात्मक शक्ति मैं इस इस मंदिर को ही समर्पित मानता हूँ।
मैं सदैव अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए यहाँ आता रहता हूँ। देवी के मंदिर परिसर में बंधी चुनरियों में मैं भी अपनी बंधी चुनरी को तलाशता हूँ। अक्सर कल्पनाएं होती है कि कब शक्ति अपनी मेरी इच्छाएं पूर्ण करेंगी। नैना देवी,भोले का शिव लिंग तथा हनुमान जी का मंदिर है। मल्ली ताल स्थित नैनी झील के पश्चिमी किनारे अवस्थित इस मंदिर से पूरे झील का विस्तार दिखता है। शाम के वक़्त आप बोट हाउस क्लब से लेकर तल्ली ताल तक झील में प्रतिबिम्बित शहर का नजारा देख सकते है। बताते चले पुराणों में वर्णित है कि अत्रि, पुलस्त्य और पुलह ऋषिओं ने इस घाटी में तपस्या करते हुए तपोबल से मानसरोवर का पानी खींचा। अतः समझा जाए तो नैनीझील के जल को मानसरोवर की भांति पवित्र माना गया है। इसी झील के किनारे स्थित श्री माँ नयना देवी का प्रसिद्ध मंदिर भारत के चर्चित ५१ शक्तिपीठों में एक है।
कथा जो सर्वविदित है जिससे हमें इस सरोवर के निर्माण की बात पता चलती है । पौराणिक कथा में यह भी वर्णित है कि एक बार देवी सती पिता दक्ष प्रजापति ने एक विशाल यज्ञ का आयोजन किया था , लेकिन अपने जामाता भगवान शिव को आमंत्रित नहीं किया। इस बात से खिन्न होकर अगले जन्म में भी शिव की पत्नी बनने की कामना के साथ देवी सती ने यज्ञ-कुंड में अपने प्राणों का उत्सर्ग कर दिया था ।
इस भयानक घटना से स्तब्ध और दुःखी होकर भगवान शिव अपने सभी कर्तव्यों से विमुख हो देवी सती का पार्थिव शरीर अपने कंधे पर टांगे समस्त ब्रह्मांड में भटकने लगे थे । सृष्टि का संतुलन बिगड़ने से तीनों लोकों में हाहाकार हो गया।
तब सृष्टि के संरक्षक भगवान विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से सती के मृत शरीर के खंड खंड कर दिये थे और देवाधिदेव शिव को इस दुस्सह यातना से मुक्ति दिला दी थी । महादेवी सती के शरीर के जहाँ-जहाँ गिरे, कालान्तर में वहाँ शक्ति पीठ बन गये। ऐसा माना जाता है कि नैनीताल में देवी सती की बॉयी आँख गिरी थी जो एक पवित्र रमण सरोवर में रूपान्तरित हो गई थी । उन्नीसवी शताब्दी में नैनीताल की खोज होने पर यहाँ के प्रमुख निवासी श्री मोती लाल शाह, जिनका बनाया गया मकान पिलग्रिम कॉटेज नैनीताल का पहला भवन माना जाता है, ने सरोवर के किनारे श्री माँ नयन का मंदिर बनवाया था ।
यह मंदिर वर्तमान बोट हाउस क्लब तथा कैपीटोल सिनेमा के मध्य कहीं अवस्थित दुर्भाग्यवश १८८० के भूस्खलन में यह मंदिर नष्ट हो गया। बताया जाता है कि श्री माँ नयना देवी ने श्री में शाह के पुत्र श्री अमरनाथ शाह को स्वप्न में उस स्थान का पता बताया जहाँ उनकी मूर्ति दबी पड़ी थी। अमरनाथ शाह ने अपने मित्रों और बांधवों के साथ देवी की मूर्ति का उद्धार किया और नये सिरे से मंदिर का किया। वर्तमान मंदिर १८८३ में बनकर पूरा हुआ। श्री अमरनाथ शाह के गोलोकवासी होने के बाद उनके उदयनाथ और फिर उनके प्रपौत्र श्री राजेन्द्र नाथ साह मंदिर की देखरेख करते रहें ।
२१ जुलाई १९८४ माँ नयना देवी मंदिर अमर उदय ट्रस्ट' का गठन होने के बाद मंदिर की व्यवस्था इस न्यास के हाथ में 'श्री माँ नयना देवी मंदिर अमर उदय ट्रस्ट' मंदिर के विकास तथा भक्तजनों को अधिकाधिक सुविधा के लिए दृढप्रतिज्ञ है। नयना देवी आपकी मनोकामना पूर्ण करें।
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न्यूज़ क्लिप : नैना देवी : शक्ति : डॉ. मधुप 


दृश्यम : शक्ति : नैना देवी :  दर्शन. डॉ. मधुप.
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बिहार / नालंदा / समाचार

माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने किया नालन्दा के भग्नावशेष का दौरा :
साभार : गुप्तेश्वर जी : डी. पी. आर. ओ. नालन्दा.
शॉर्ट रील : यूट्यूब : नीचे दिए गए : समाचार लिन्क को दवाएं
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इस लोक तंत्र के महापर्व के सातवें अंतिम चरण में कई प्रत्याशियों के भाग्य के फैसले होने हैं

लोक सभा मतदान महापर्व की तैयारी सबकी है अपनी अपनी साझेदारी : कोलाज : विदिशा.

पटना : संवाद सूत्र : लोक सभा मतदान के महापर्व में सातवें और अंतिम चरण की आठ सीटों यथा
नालन्दा, पटना साहिब ,पाटलिपुत्र ,आरा , बक्सर ,जहानाबाद , सासाराम ,काराकाट में आज दिनांक १ जून २०२४ को लोकतंत्र का तापमान चरम पर है।
७ बजे पूर्वाह्न से अपनी ही सरकार : है मत देना अधिकार : लोकतंत्र महापर्व मतदान में सब की हिस्सेदारी देखी गयी। लोग बढ़ चढ़ कर इस मतदान महापर्व में भाग ले रहें हैं। इस लोक तंत्र के महापर्व के सातवें अंतिम चरण में कई प्रत्याशियों के भाग्य के फैसले होने हैं।
इधर २९ नालंदा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र अंतर्गत स्वच्छ ,पारदर्शी,निष्पक्ष, स्वतंत्र एवं भयमुक्त वातावरण में सभी मतदान केंद्रों पर मतदान प्रारंभ हो चुका है, जिसमें हमने भी ख़ुशी से अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
नगर निगम , बिहारशरीफ में अवस्थित आदर्श मतदान केंद्र संख्या २३१ / २३२ / २३३ / २३४ / २३५ / २३६ पर वृद्धजन मतदाता प्रोफेसर राजेंद्र शर्मा, मोहम्मद फैसल इमाम,मो. मोहिद्दीन आजाद एवं फर्स्ट टाइम वोटर सुश्री संजना सिन्हा ,सुश्री नीपाली मिश्रा, मोहम्मद शहजाद परवीन, शाहीन परवीन आदि को नगर आयुक्त,बिहार शरीफ, नालंदा द्वारा पौधा देकर सम्मानित किया गया ।
इस मतदान केंद्र पर मतदाताओं के लिए यथा ठंडा शरबत/ पेयजल ,बैठने की सुविधा, सेल्फी प्वाइंट, सुरक्षा व्यवस्था आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की गई है ।

मीडिया न्यूज़ डेस्क

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नव शक्ति. विचार प्रस्तुति. शिमला डेस्क : दृश्यम पृष्ठ : ५ / ० .
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संस्थापना वर्ष : १९९९. महीना : जनवरी . दिवस : ५
संपादन : रेनू ' अनुभूति ' नीलम.
साभार : दृश्यम पृष्ठ : १ / ० .

कालातीत कल्याण कल्पान्तकारी : शिव.


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नव शक्ति. विचार प्रस्तुति. शिमला डेस्क : शब्द चित्र : विचार : पृष्ठ : ५ / १ .
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संपादन :
संपादन : रेनू ' अनुभूति ' नीलम.


जो अपने जीवन के सफ़र की शुरुआत धैर्य व दृढ़ इरादे के साथ करते हैं 
वो तय शुदा मंजिल पा ही लेते हैं उन्हें बस चलने मात्र की आवश्यकता होती है 
क्योंकि ' सम्यक मार्ग ' को भी ' सम्यक जन ' की प्रतीक्षा होती है
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अमृता प्रीतम : सभ्यता का युग : औरत की मर्जी

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नव शक्ति. विचार प्रस्तुति. मीरा : डेस्क : दृश्यम : पृष्ठ : ५ / २
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संस्थापना वर्ष : २०१६ . महीना : अगस्त. दिवस : ३.
संपादन.


जया सोलंकी / जोधपुर.राजस्थान.

रंगीलो राजस्थान.

साभार.


एक राधा एक मीरा : दोनों ने श्याम को चाहा.


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नव शक्ति. विचार प्रस्तुति.  पद्मावत : डेस्क : सम्मान : शौर्य : दृश्यम : विचार : पृष्ठ : ५  /४    .
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संस्थापना वर्ष : २०२४. महीना : मई. दिवस : २३.
संपादन
ज्योति सिद्धांत 
जयपुर 

साभार :

रंगीलो राजस्थान : तू मारो कौन लागे रे.


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नव शक्ति. रुक्मणि : विचार प्रस्तुति : विदर्भ : डेस्क : दृश्यम : पृष्ठ : ५ /६ .
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मुम्बा देवी / मुम्बई डेस्क
संस्थापना वर्ष : १९७० . महीना : जनवरी . दिवस : ६ .
संपादन.


डॉ. सुनीता शक्ति .
नैनीताल.
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साभार.

दृश्यम : रुक्मिणी : सत्यभामा : जाम्बन्ती


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आपने कहा : संदेशें आते हैं : क्लिप्स : संक्षिप्त समाचार : कतरनें : शॉर्ट रील : पृष्ठ : ७
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संपादन : अनुभूति.
 
 
शिमला .

साभार : शिमला : मॉल रोड : यात्रा दृश्य : शॉर्ट रील

शॉर्ट रील : कितनी ख़ूबसूरत ये कश्मीर है
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 महाशक्ति : वंदना :  दृश्यम : पृष्ठ : ८ / १.
संस्थापना वर्ष : २००३. महीना : जनवरी. दिवस : ६.  
संपादन.
डॉ. सुनीता ' शक्ति ' प्रिया.
 नैना देवी डेस्क.नैनीताल.
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महाशक्ति वंदना : पृष्ठ : ८ / १ .


सरस्वती शक्ति लक्ष्मी : एकीकृत शक्तियों की वंदना 

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महाशक्ति  : दृश्यम : साभार : पृष्ठ : ८ / २ 
-------------
संपादन.
डॉ. सुनीता ' शक्ति ' प्रिया.
 नैना देवी डेस्क.नैनीताल.
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चित्रलेखा : दृश्यम : राम ने मर्यादा सिखाई.


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 महाशक्ति : सत्यम शिवम् सुंदरम :  विचार : पृष्ठ : ८ / ३.
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संस्थापना वर्ष : २००३. महीना : जनवरी. दिवस : ६. 
 नैना देवी डेस्क.नैनीताल. 
संपादन.

डॉ. सुनीता ' शक्ति ' प्रिया. 
 महाशक्ति अधिकृत : शब्द चित्र : साथ. 
   


महाशक्ति : रक्षा सूत्र विचार.
मेरी अभिलाषा ' शक्ति '

येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबलः।
तेन त्वाम् अभिबध्नामि रक्षे मा चल मा चल॥

भावार्थ. 

जिस रक्षा सूत्र से महान शक्तिशाली दानवेन्द्र राजा बलि को बांधा गया था, 
उसी सूत्र मैं तुम्हें बांधती हूं, जो तुम्हारी रक्षा करेगा, हे रक्षा तुम स्थिर रहना, स्थिर रहना.

त्रि शक्ति : समर्थित नव शक्ति विचार.
----------- अंत नहीं प्रारंभ : कभी कभी मेरे दिल में ख़्याल आता है : पृष्ठ : ९ --------- संपादन.
रेनू अनुभूति नीलम. शिमला डेस्क. -------------- प्रस्तुति : शक्ति : मधुर. नैनीताल डेस्क. ⭐
मेरी : आपकी : पसंद.
डॉ. सुनीता मधुप ' शक्ति ' प्रिया.
ये मेरा गीत जीवन संगीत कल भी कोई दोहराएगा.

फिल्म : दिल ने फिर याद किया. १९६६.
लोकेशंस : डल झील
गाना : दिल ने फिर याद किया
सितारे : धर्मेंद्र. नूतन. रहमान.
गीत : जी एस रावल संगीत : सोनिक ओमी गायक : रफ़ी. सुमन. मुकेश.


गाना सुनने के लिए दिए गए लिंक को दवाएं.
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फिल्म : कटी पतंग.१९७०.
लोकेशंस : नैनी झील. नैनीताल
सितारे : राजेश खन्ना आशा पारेख
गाना : जिस गली में तेरा घर न हो बालमा
गीत : आनंद बख्शी. संगीत : आर डी वर्मन. गायक : मुकेश.


गाना सुनने के लिए दिए गए लिंक को दवाएं.

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छोटी छोटी सी बात : न जाने क्यों : दृश्यम : तुम्हारे लिए : पृष्ठ : १० .
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संपादन.
राधिका : कृष्ण : रुक्मणि.
इस्कॉन डेस्क. नैनीताल..
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साभार.

तराने : जब जब बजाए मोहन मुरलियाँ..
सुध बुध गवाई नीदें उड़ाई जो करने बैठी थी.


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दिल के झरोखें तुझको बिठा कर : रखूँगा मैं तुमको पास : फ़िल्मी नामा : पृष्ठ : ११ .
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संपादन. 


शक्ति प्रिया / नैनीताल डेस्क.

धुआंधार प्रपात : नर्मदा : भेड़ा घाट : जब्बलपुर : फोटो : रश्मि कमलेन्दु : नागपुर 

ये रस्में ये कसमें सभी तोड़ कर तू चली आ चुनर प्यार की ओढ़ कर : डॉ. सुनीता शक्ति  प्रिया. नैनीताल
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यात्रा विशेष : फोटो दीर्घा : चले थे साथ मिल के चलेंगे साथ मिल के : पृष्ठ : ११ / ०  .
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संपादन.

 
मानसी कंचन. 
नैनीताल डेस्क. 
शक्ति : नैना देवी : मंदिर परिसर : 
 प्रकृति :  : प्रेम : सम्मान : अध्यात्म : कोलाज : शक्ति प्रिया 
नौकुचिया ताल : कमल ताल / नैनीताल की एक झलक : फोटो : रेनू शब्द मुखर : जयपुर 
दरियां का पानी सागर की ओर चले : नर्मदा : भेड़ा घाट : जब्बलपुर : रश्मि कमलेन्दु : नागपुर  
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दिल की बातें : सुबह और शाम : पल पल दिल के पास : तुम रहते हो : विचार : दृश्यम : पृष्ठ : १२ .
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संपादन.



डॉ. सुनीता ' शक्ति ' प्रिया.
नैनीताल.डेस्क.
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तराने : एक तेरा साथ हमको दो जहाँ से प्यारा है


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आपने कहा : खबरें : आस पास की : यादें न जाए : चलते चलते : हिंदी अनुभाग : पृष्ठ : १३
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संपादन. 

स्मिता ' शक्ति ' / पाटलिपुत्र डेस्क.
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क्लिप्स : संक्षिप्त समाचार : आपने कहा : कतरनें : शॉर्ट रील : पृष्ठ : १३ /०
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ख़ुशी : व्लॉगर उत्तराखंड : शॉर्ट रील
हमसे होती तो जो तुमको मोहब्बत


शाहरुख़ खान : अनुष्का संवाद


जो आँसुओं को मुस्कान में बदल दे वो होते है यार
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प्रकृति : प्रेम : मजखाली : वादियाँ मेरा दामन : डॉ. मधुप



लोग धार्मिक आस्था के नाम पर पता नहीं क्या कर जाते हैं


डॉ. नवीन जोशी : केदार नाथ : रिपोर्ट
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आपने कहा : दिल से : यादें न जाए : चलते चलते : हिंदी अनुभाग : पृष्ठ : १३ / १
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संयोजिका.


वनिता शक्ति.
शिमला
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पारुल : ब्लॉगर : मस्ती : तेरे कारण मेरे साजन


फ़िल्मी मुखड़े : सुनिए ज़रा देखिए ना हम आपके




पारुल : बाजीगर ओ बाजीगर तू है बड़ा जादूगर.


पारुल : ब्लॉगर : लखनऊ : हम से सनम क्या पर्दा


शक्ति के तराने : शॉर्ट रील


ये किसने कहा है कि डरते है हम

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रचना श्रीवास्तवा : वो बुलाने से आए



रखा करो ' नजदीकियां ' जिंदगी का कोई भरोसा नहीं 
फ़िर कहोगे चुपचाप चले गए और बताया भी नहीं 

' वक़्त ' निकल जाने पर ' अफ़सोस ' करने से क्या फायदा
समय रहते कर ले मीठी दिल की बातें ,लगा ले उनको अपने दिल से,
जो जीते हैं अपनी जिंदगी तुम्हारी साँस से


फोर स्क्वायर होटल : रांची : समर्थित : आवरण पृष्ठ : विषय सूची : मार्स मिडिया ऐड  : नई दिल्ली.
 
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शेष विस्तार
 पत्रिका अनुभाग में . 
 
विषय सूची. १
प्रकृति : प्रेम : अनुभूति. 
राधिका : शक्ति : कृष्ण : इस्कॉन डेस्क : नैनीताल 


संपादन : अनु ' राधा ' 

विषय सूची. १
जीवन : धर्म : अध्यात्म : कर्म. और दर्शन सार. 
आवरण पृष्ठ : पृष्ठ : ०.
विषय सूची. पृष्ठ : ०.
राधिका : महाशक्ति : डेस्क : वृन्दावन : पृष्ठ : १ .
 राधिका : महाशक्ति : दृश्यम चित्र : विचार : पृष्ठ :  १ / २ .
राधिका : महाशक्ति : साँवरे शब्द चित्र : विचार : पृष्ठ : १ / ३ .
त्रिशक्ति : विचार धारा : सम्यक वाणी : सम्यक दृष्टि : सम्यक आचरण : पृष्ठ : २
त्रिशक्ति : लक्ष्मी : डेस्क : कोलकोता : : पृष्ठ : २ / १ 
त्रिशक्ति : लक्ष्मी : वंदना  : कोलकोता : : पृष्ठ : २ / १ / १ 
मुझे भी कुछ कहना है : त्रिशक्ति : लक्ष्मी : डेस्क : कोलकोता : दिव्य दृश्यम : पृष्ठ : २ / १ / २   .
मुझे भी कुछ कहना है : त्रिशक्ति : लक्ष्मी : डेस्क : कोलकोता : दिव्य विचार  : पृष्ठ : २ /१  / ३ .
 त्रिशक्ति : शक्ति : डेस्क : नैनीताल  : पृष्ठ : २  / २ .
शक्ति दर्शन. पृष्ठ :  २ / २ / १ .
शक्ति वंदना. पृष्ठ : २ / २ / २.
  शक्ति .प्रार्थना : पृष्ठ :  २ / २ / ३.
शक्ति : दृश्यम : पृष्ठ : पृष्ठ :  २ / २ / ४
 त्रिशक्ति : सरस्वती : नर्मदा डेस्क : पृष्ठ : २ / ३ .
महासरस्वती : वंदना : नर्मदा डेस्क : प्रस्तुति. पृष्ठ : २ / ३ / ०  . 
महासरस्वती : सम्यक : विचार : दृश्यम  : नर्मदा डेस्क : प्रस्तुति. पृष्ठ : २  / ३ / १  . 
महासरस्वती : सम्यक : विचार : नर्मदा डेस्क : प्रस्तुति. पृष्ठ : २ / ३ / २ .
वृत्त चित्र : लघु फिल्म : हिंदी फिल्म : अनुभाग. पृष्ठ : ३
दिल ने फिर याद किया : ये कौन चित्रकार है : कला दीर्घा : २०२४.पृष्ठ : ३ /५ .
आकाश दीप : सम्पादकीय : पद्य संग्रह : चले थे साथ मिल के चलेंगे साथ मिल के : पृष्ठ : ४   
सम्पादकीय समाचार : अनुभाग : आपने कहा : छाया चित्र : खबरें : पृष्ठ : ४ / १


विषय सूची : २.
प्यार : जीवन : व्यवहार
शिमला डेस्क



संपादन : रेनू अनुभूति नीलम


शिमला डेस्क पत्रिका : पृष्ठ : ५
नव शक्ति. विचार प्रस्तुति. शिमला डेस्क : दृश्यम पृष्ठ : ५ / ० .
नव शक्ति. विचार प्रस्तुति. शिमला डेस्क : शब्द चित्र : विचार : पृष्ठ : ५ / १ .
नव शक्ति. विचार प्रस्तुति. मीरा : डेस्क : दृश्यम : पृष्ठ : ५ / २
नव शक्ति. मीरा : डेस्क : विचार प्रस्तुति. : पृष्ठ : ५ / ३
नव शक्ति. विचार प्रस्तुति.  पद्मावत : डेस्क : सम्मान : शौर्य : दृश्यम : विचार : पृष्ठ : ५  /४   
नव शक्ति. विचार प्रस्तुति.  पद्मावत : डेस्क : सम्मान : शौर्य :  : विचार : पृष्ठ : ५  /५ .
नव शक्ति. रुक्मणि : विचार प्रस्तुति : विदर्भ : डेस्क : दृश्यम : पृष्ठ : ५ /६ .
नव शक्ति. रुक्मणि : : विदर्भ : डेस्क : विचार प्रस्तुति : पृष्ठ : ५ / ७ .
तारे जमीन पर : गद्य संग्रह : सम्पादकीय लेख : आलेख : संग्रह. पृष्ठ : ६ . 
सम्पादकीय :चले थे साथ मिलके चलेंगे साथ मिल के : ६ / १
आपने कहा : संदेशें आते हैं : क्लिप्स : संक्षिप्त समाचार : कतरनें : शॉर्ट रील : पृष्ठ : ७

विषय सूची. ३
समय : शब्द : संस्कार.
महाशक्ति : डेस्क :  नैना देवी : नैनीताल


संपादन : डॉ. सुनीता शक्ति प्रिया.


विषय सूची. ३
 नैनीताल. पृष्ठ : ८ .
महाशक्ति. डेस्क प्रस्तुति / नैनीताल. पृष्ठ : ८ .
महाशक्ति वंदना दृश्यम पृष्ठ : ८ / ०. 
महाशक्ति दृश्यम विचार. पृष्ठ : ८ / १.
 महाशक्ति : सत्यम शिवम् सुंदरम : विचार : पृष्ठ : ८/२ .
अंत नहीं प्रारंभ : कभी कभी मेरे दिल में ख़्याल आता है : पृष्ठ : ९.
छोटी छोटी सी बात : न जाने क्यों : दृश्यम : तुम्हारे लिए : पृष्ठ : १० .
दिल के झरोखें तुझको बिठा कर : रखूँगा मैं तुमको पास : फ़िल्मी नामा : पृष्ठ : ११ .
दिल की बातें : सुबह और शाम : पल पल दिल के पास : तुम रहते हो : विचार : दृश्यम : पृष्ठ : १२ .
आपने कहा : दिल से : यादें न जाए चलते चलते : खबरें हिंदी अनुभाग : पृष्ठ : १३
क्लिप्स : संक्षिप्त समाचार : कतरनें : शॉर्ट रील : पृष्ठ : १३ /०
आपने कहा : दिल से : यादें न जाए : चलते चलते : हिंदी अनुभाग : पृष्ठ : १३ / १

आर. के. आर्थो. आश्रम समर्थित : सुविचार 
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राधिका : महाशक्ति : डेस्क : वृन्दावन : पृष्ठ : १   .
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संस्थापना वर्ष : १९७८. महीना : जुलाई. दिवस : ४. 

संपादन.

अनु ' राधा '


इस्कॉन डेस्क. नैनीताल..
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राधिका : कृष्ण : महाशक्ति : दर्शन : पृष्ठ : १ / o.
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श्याम तेरी बंसी को बजने से काम. 
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राधिका : कृष्ण महाशक्ति : दृश्यम चित्र : विचार : पृष्ठ : १ / १ .
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इस्कॉन डेस्क. नैनीताल.
संस्थापना वर्ष : १९७८. महीना : जुलाई. दिवस : ४. 
संपादन.अनु ' राधा कृष्ण 
साभार. दृश्यम

राधा कृष्ण : क्रोध पर विजय प्राप्त करना आवश्यक है  

 
राधा कृष्ण : सदैव साथ निभाने का वचन
 

नैनीताल घोड़ा  खाल मंदिर.
 

मिले होंगे राधा कृष्ण यही किसी वन में 
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जया : महेंद्र सिंह धोनी मुझे अच्छे लगते हैं 


क्योंकि वो शांत है और सदैव संतुलित होते हैं 



कान्हा संग राधा : प्रेम : इश्क़ रे

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राधिका कृष्ण : महाशक्ति :  साँवरे शब्द चित्र : विचार : पृष्ठ : १  / २ .
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राधा : कृष्ण. इस्कॉन डेस्क. नैनीताल.
संस्थापना वर्ष : १९७८. महीना : जुलाई. दिवस : ४. 
संपादन.अनु ' राधा 
शब्द चित्र : दृश्यम विचार :
साभार


प्रेम की समझ शक्ति में ही है सहन शक्ति

 
किसी ने पूछा प्रेम क्या है ?


दूसरे का होकर भी अपना हो जाना ही प्रेम है

संयोग / वियोग.

खुसरो बाजी प्रेम की मैं खेलूँ पी के संग.
जीत गयी तो पिया मोरे हारी ' पी 'के संग.


समस्याओं पर ध्यान लगाओगे तो लक्ष्य दिखने बंद हो जाएंगे,
और अगर लक्ष्य पर ध्यान लगाओगे तो समस्या दिखना बंद हो जाएंगी
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तुम्हारे  द्वारा दिये  गये  नाम  की : सार्थकता सिद्ध  करने का भगीरथ प्रयास 

 
दिव्य भविष्यवाणी समर्थित : त्रि शक्ति विचार धारा  
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त्रिशक्ति ✨ : विचार धारा : सम्यक वाणी : सम्यक दृष्टि : सम्यक आचरण : पृष्ठ : २ 
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मुझे भी कुछ कहना हैं  : महालक्ष्मी डेस्क : कोलकोता. पृष्ठ : २ / १ 
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संस्थापना वर्ष : २००३. महीना : जून. दिवस : २ 


संपादन.
महालक्ष्मी.


  कोलकोता : डेस्क  


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 त्रिशक्ति : महालक्ष्मी : डेस्क : कोलकोता : दिव्य  दर्शन : पृष्ठ : २ / १ / ०.
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संस्थापना वर्ष : २००३. महीना : जून. दिवस : २ 
संपादन. 
महालक्ष्मी डेस्क : कोलकोता. 
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ऐश्वर्य : सम्पत्ति बर्द्धनी : शक्ति : महालक्ष्मी : दर्शन 


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मुझे भी कुछ कहना है : त्रिशक्ति : लक्ष्मी : डेस्क : कोलकोता : दृश्यम : विचार : पृष्ठ : २ / १ / १.
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 संस्थापना वर्ष : २००३. महीना : जून. दिवस : २ 
संपादन. 
महालक्ष्मी डेस्क : कोलकोता. 
साभार  

आपका अपनत्व ही मेरी अमूल्य धरोहर है 


श्री हरि दर्शन : श्री रामचंद्र कृपालु भज मन 


चित्र लेखा : किसी का उत्साह बर्धन भी एक श्रेष्ठ दान है
 

  धन का दान ही सबसे बड़ा दान नहीं है 
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धन मायने नहीं रखता 


आपके रिश्ते के बीच में समझ कितनी है ये मायने है 

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मुझे भी कुछ कहना है : त्रिशक्ति : महा लक्ष्मी : डेस्क : कोलकोता : दिव्य विचार  : पृष्ठ : २ /१ / २   .
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संस्थापना वर्ष : २००३. महीना : जून. दिवस : २ 
संपादन. 

महालक्ष्मी डेस्क : कोलकोता. 


नेत्र हमें केवल दृष्टि प्रदान करते हैं परन्तु हम कब किसमें क्या देखते हैं..?
ये हमारी भावनाओं पर निर्भर करता है. 

 ' स्थिर', ' सयंमित ', ' संतुलित ' विचार चित वाले साधु जनों के 
   दुःख - सुख वाले दिन भी एक समभाव के ही होते है...अप्रभावित...  

त्रिशक्ति 
 
त्रिशक्ति : महा सरस्वती : महा शक्ति : महालक्ष्मी :  

किस्मत सखी नहीं फिर भी रूठ जाती है बुद्धि लोहा नहीं फिर भी जंग लग जाती है 
आत्म सम्मान शरीर नहीं फिर भी घायल हो जाता है, इन्सान मौसम नहीं फिर भी बदल जाता है 


  डॉ. सुनीता मधुप ' शक्ति ' प्रिया.   

अच्छे विचार, दिव्य लक्ष्य साधने वालों  के लिए अच्छी भूमिका 
के निर्धारक सम्यक जन सदैव याद किए जाते हैं अपने दिल से , अपने शब्दों से अपने समस्त जीवन से 


   
 दिव्य विचार  : पृष्ठ :  .

सोच और व्यवहार का अतुलनीय सामंजस्य 

आजकल  ' रिश्तों '  को कायम  रखने के लिए  ह्रदय  में असीमित ' प्यार ' सोच में ' विवेक ' व  ' धैर्य ' 
तथा ' कार्य व्यवहार '  में  ' दुःख सुख ' के प्रति समभावी  संतुलन का अतुलनीय सामंजस्य रखना होगा 
  
   डॉ. सुनीता मधुप ' शक्ति ' प्रिया.   

क्या ले जाना है अपने साथ 

जिन्दगी का अनंत सफ़र भी कितना अज़ीब है कभी कभी अंत तक़ जिसे हम नहीं समझ पाते हैं 
हम बिना कुछ लिए  ख़ाली हाथ यहाँ  आते है ......बहुत कुछ हासिल करने जीवन पर्यन्त संघर्ष करते है 
और अंत में सबकुछ यहीं छोड़ कर इस जहाँ से खाली हाथ रुखसत भी हो जाते हैं 
विचार कीजिए : क्या ले जाना है अपने साथ ...केवल सम्यक कर्म 

डॉ. सुनीता मधुप ' शक्ति ' प्रिया. 


नूतन कार्य 

' इंसान ' कहता है की ' पैसा आये तो मैं कुछ करके दिखाऊ
और ' पैसा ' कहता है की तू कुछ ऐसा करके ' नया ' दिखाए तो मैं आऊं 

पुनः सम्पादित : डॉ. मधुप ' शक्ति ' . 


सुख : दुःख
 
  सुख और दुःख अपने स्वयं के ' प्रयास ' और ' भाग्य ' से ही मिलते  हैं .
   ' अमीरी '  और ' गरीबी '  से उसका कोई लेना देना नहीं
  कभी कभी  रोने वाले महलों में भी रोते हैं...
और जिनकी तकदीर में खुशियाँ लिखी होती है तो वे झोपड़ी में भी हंसते रहते हैं


हार - जीत. 

' साथ ', ' संयम ' , ' सहिष्णुता ', , ' सम्यक वाणी' पर - सम्मान ' के लिए आत्म संघर्ष जारी ही हैं 
ऐ जिंदगी बस महीने की ही तो बात है। बस थोड़ा और ' सबर '  कर ले। 
अगर तुमने स्वयं का धैर्य खो दिया तो जीत उनकी होगी जो तुम्हारी ही है 
...यदि वे सबर खोते चले गए तो आखिर में तुम तो ' विजेता ' होंगे ही 
    ' परिणाम ' तो सदैव तुम्हारे ' पक्ष '..में ही जायेंगे...विचार करते रहें  
 
डॉ. मधुप.

त्रि शक्ति : महालक्ष्मी : दृढ़ शब्द : विचार. 


रहीम.

रहिमन रीति सराहिए, जो घट गुन सम होय
भीति आप पै डारि के, सबै पियावै तोय

भावार्थ

अर्थ : रहीम कहते हैं कि उस व्यवहार की सराहना की जानी चाहिए जो घड़े और रस्सी के व्यवहार के समान हो घडा और रस्सी स्वयं जोखिम उठा कर दूसरों को जल पिलाते हैं जब घड़ा कुँए में जाता है तो रस्सी के टूटने और घड़े के टूटने का खतरा तो रहता ही है।


हिमन धागा ' प्रेम ' का, मत तोड़ो चटकाय।
टूटे से फिर ना जुड़े, जुड़े गाँठ परि जाय॥

रहीम.


' धीरज ', ' धर्म ', ' मित्र ' अरु ' नारी ',
आपद काल परखि आहिं चारी
तुलसीदास.
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सम्यक दृष्टि : जीवन सुरभि : त्रिशक्ति : शक्ति डेस्क : पृष्ठ : २ / २.
---------------
नैना देवी डेस्क / नैनीताल. 
संस्थापना वर्ष : १९९८. महीना : ४ : जुलाई. 

संपादन.


शक्ति.


नैना देवी डेस्क / नैनीताल. 

शक्ति दर्शन . पृष्ठ : २ / २ / १ .

या देवी सर्वभूतेषु ' शक्ति ' रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।


साभार : जी आई एफ : शक्ति : विदिशा. 

' शक्ति ' वंदना : पृष्ठ : २ / २ / २.

सृष्टिस्थितिविनाशानां शक्तिभूते सनातनि।
गुणाश्रये गुणमये नारायणि नमोह्यस्तु ते।।

भावार्थ

अर्थातः तुम सृष्टि, पालन और संहार की शक्ति
भूता, सनातनी देवी, गुणों का आधार तथा सर्वगुणमयी हो। 

  शक्ति .प्रार्थना : पृष्ठ :  २ / २ / ३  .

 विषय विकार मिटाओ पाप हरो देवा. 


मुझे अपनी ' दृढ़ ', ' शिव ', ' सहगामिनी ' आत्म ' शक्तियों ' पर अत्यंत गर्व है.
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 त्रिशक्ति : शक्ति डेस्क : सम्यक दृष्टि : जीवन सुरभि : दृश्यम : पृष्ठ : पृष्ठ :  २ / २ / ४   
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संपादन. शक्ति 
नैना देवी डेस्क / नैनीताल. 
संस्थापना वर्ष : १९९८. महीना : ४ : जुलाई. 
 

 शक्ति : जीवन सुरभि : दिव्य दृश्यम : पृष्ठ :  २ / २ / ४.

नैना देवी मंदिर : नैनीताल : दृश्यम : शक्ति. 

 
 

गोविन्द : संयम ही जीवन का आधार है

सुनने का सामर्थ्य जिनमें हैं वो श्री कृष्ण हैं 

 दृश्यम : प्रभु ने ही ' प्रेम ' का मार्ग सिखलाया है. 

आत्म संघर्ष में आपका विजय लक्ष्य सिद्ध है 

जया : अपना जीवन इतने अच्छे से जिओ.

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सम्यक दृष्टि : जीवन सुरभि : त्रिशक्ति : शक्ति डेस्क : शब्द चित्र : विचार.पृष्ठ : २ / २ / ५ 
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संपादन.
नैना देवी डेस्क / नैनीताल. 
संस्थापना वर्ष : १९९८. महीना : ४ : जुलाई. 


शक्ति.
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 त्रिशक्ति : शक्ति डेस्क : प्रारब्ध : प्रेरणा शक्ति
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शक्ति : मधुर : शब्द चित्र : विचार.पृष्ठ : २ / २ / ५ 
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नैना देवी डेस्क / नैनीताल. 


स्थिर , संतुलित सही लोग अगर साथ हो तो ....


तो सदैव अच्छे दिन होते है 
प्रेरक साक्षात्कार : राधिका : माधव

फोटो : विदिशा. 

शेष आगे : अपने अन्तःमन की प्रवल शक्तियां ' शक्ति ', ' सरस्वती ', 'लक्ष्मी '

राधिका : आप नारी शक्ति ब्लॉग मैगज़ीन पत्रिका के संपादक है आप २४ घंटे व्यस्त रहते है, घर कैसे चलता है ?
माधव : यह मेरी शक्तियों की अत्यंत कृपा हैं मुझ पर। मैं उनका हार्दिक आभार प्रगट करता हूँ कि उन्होंने मुझे दिन दुनियाँ से मुक्त रख कर सरस्वती की आराधना जैसे महज़ इस प्रकाशन पवित्र कार्य के लिए एकीकृत , पृथक, सुरक्षित कर रखा है.
राधिका : आप इस प्रकाशन के कार्य से संतुष्ट हैं , अर्थ उपार्जन कैसे होगा ?
माधव : अपनी अन्तः मन की प्रवल ' शक्ति ' की वज़ह से जो सदैव मेरे साथ रहती हैं , सरस्वती सिद्ध जन मन के अनुकूल लेखन का कार्य हो तो प्रसन्नता बनी ही रहेगी न...? वैसे मेरे लिए अर्थ मायने नहीं रखता ....
राधिका : फिर भी अर्थ उपार्जन कैसे होता है ?
माधव : स्वाभाविक है यदि अन्तःमन की प्रवल शक्ति साथ हो, सरस्वती मन में विराजे तो समुचित समय में लक्ष्मी की कृपा बरसेगी ही.
राधिका : चूकि आप नारी सशक्तिकरण पत्रिका पर प्रकाशन का कार्य भार संभाल रहें हैं तो स्वाभाविक हैं आप अनकों के संपर्क में होते होंगे ...इससे आपकी गृह लक्ष्मी को कोई परेशानी तो नहीं होती है ...?
माधव : शायद नहीं.... क्योंकि वो भली भांति जानती है यह मेरा पेशा हैं। ईमानदारी से मैं अपना कार्य कर रहा हूँ। .....फिर उनका मेरे उपर अगाध विश्वास है .. उनका सहयोग भी तो हैं ...
राधिका : फिर भी अभी तक़ कोई शक....कोई सुबह...घर में लड़ाई झगड़ें ...
माधव : शायद अब नहीं होते है ....होने भी नहीं चाहिए... क्योंकि आपस का दृढ़ विश्वास ही अपने प्रेम पूर्ण जीवन का महत्व पूर्ण आधार है....
राधिका : आप अपनी सफलता का श्रेय सबसे ज्यादा किसे देते है ?
माधव : प्रत्यक्ष है ...अपनी अन्तःमन की प्रवल शक्ति को...यदि वो सहायक नहीं होती तो न सरस्वती सिद्ध हो पाती .. जब सरस्वती की कृपा नहीं तो ... लक्ष्मी जो स्वभाव से ही चंचला है ...मुर्ख के पास स्थिर नहीं रह सकती। केवल बुद्धिमान व्यक्ति के पास ही स्थिर रह सकती हैं .....उनका आगमन तो बिना विवेक और कौशल के तो सुनिश्चित नहीं ही हो पाता....
राधिका : तो प्रतीत होता है सर्व प्रथमतः आप अपने जीवन में प्राप्त अपनी समग्र सफलता का सर्वाधिक श्रेय अपनी मनः शक्ति को देते हैं। सही कहा न ....हमने...
माधव : सौ फीसदी सच। निःसंदेह अपनी सफ़लता उन्हें ही समर्पित करता हूँ। वही फलदायी कारण है वही इच्छित परिणाम भी। उनकी वजह से ही मेरा आस्तित्व हैं। उनके लिए मेरे ह्रदय में यथेष्ठ सम्मान और आध्यात्मिक प्रेम है ...उनके लिए मेरे भीतर अकथनीय सहिष्णुता और विनम्रता हो ..यही मेरे जीवन का निर्दिष्ट लक्ष्य है ....
राधिका : यथार्थ में द्वैत मधुर स्थायी सम्बन्धों का ठोस आधार असीम विश्वास , प्रेम ,त्याग ,वलिदान सहिष्णुता और विनम्रता ही है माधव।


प्रारब्ध : प्रेरणा शक्ति.
शक्ति : मधुर : शब्द चित्र : विचार.पृष्ठ



मेरी अभिलाषा.
 

 मेरे आगे पीछे हो सिर्फ़ मेरी ' आत्म ' शक्तियाँ ' 
       या हो मेरे जीवन में आगे पीछे हो ' सिद्धार्थ ' या ' भगवान '   
' सम्यक साथ ' ही तो माँगा है केवल हमने प्रभु 
     इस सिलसिले में मिल न जाए गलती से कोई 'बुरा इन्सान '.  

डॉ. सुनीता मधुप ' शक्ति ' प्रिया. 
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सम्यक दृष्टि : जीवन सुरभि : त्रिशक्ति : शक्ति डेस्क : शब्द विचार.पृष्ठ :  २ / २ / ६ 
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नैना देवी डेस्क / नैनीताल. 
संस्थापना वर्ष : १९९८. महीना : ४ : जुलाई. 
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 संपादन.
शक्ति.


शक्ति : शब्द : मधुर : : विचार. पृष्ठ : 


' समय ' पर लिए गए सही ' निर्णय ' ही 
जीवन में ' खुशियों ' के रंग भर पाते है इसलिए सभी आवश्यक ' कार्य ' समय पर ही करें  


किसी भी वस्तु की असली कीमत जिंदगी में 
तभी समझ में आती हैं जब वो पास में न हो और दुर्लभ हो जाए 
और उसे पाने के लिए हमने फिर से संघर्ष किया हो !

' सत्य ' मौन इसलिए हो जाता है क्योंकि
उसे पता है कुछ बातों का ' जवाब ' ' वक़्त ' पड़ने पर सिर्फ ' समय ' ही बेहतर दे पाएगा.

जिसने महीनों तपती ' जमीन ' और  ' कांटों ' से बचाया
जरा सा ' पैर ' फिसला तो  उस ' चप्पल ' पर ' इल्जाम ' आ गया , 

 दिल का रिश्ता : ' उम्र ' चाहे कोई भी हो..मेरे अपने ' मनचाहे रिश्ते '
अपने आप ' हम उम्र ' हो जाते हैं. ......' ता उम्र '

अपनी ' ज़िन्दगी ' अपने ' जीने ' का अलग खूबसूरत ' अंदाज '
अपने मोबाइल के स्टेट्स की तरह ऐसे रखना कि, हमेशा लोगों को काॅपी करना ही पड़े.
पुनः सम्पादित : डॉ. मधुप.

किसी को ' पाने ' के लिए हमारी सारी ' खूबियां ' कम पड़ जाती है.
और खोने के लिए एक..' ग़लतफ़हमी ' ही काफी होती है.
सराहनीय  प्रयास : कभी भी अपनों के लिए गलतफहमी न पाले 


' वक्त ' के ' फैसले ' कभी ' गलत ' नहीं होते, बस सही ' साबित ' होने में ' वक्त ' लगता है.


ए  जिन्दगी : तेरी बढ़ती उम्र का भी अपना एक अलग़ मज़ा है 
हमारी आँखें धुंधली जरूर हो जाती हैं लेकिन हम लोगों को पहचानने में माहिर हो जाते हैं 


' गलत ' लोग तभी ' आगे ' बढ़ते हैं, जब सही लोग ' विरोध ' करना बंद कर देते हैं.. 


ए जिंदगी, अपने हाथों में खींची चंद लकीरें भी कितनी अजीब है, कमबख्त बंद मुट्ठी में तो है, काबू में नहीं , ताल्लुक में नहीं यही तो अपना नसीब है.


' गलतफहमी ' का एक पल इतना जहरीला होता है,
जो प्यार भरे सौ लम्हों को एक क्षण में भुला देता है
लेकिन यही गलतफहमी का पल ' संयमित ' ' आर्य ' ,
' विवेकी ' साधु जनों के लिए सत्य परीक्षण के लिए होता है.


' जमीन ' कितनी भी महंगी हो जाए लोग खरीद ही लेते हैं
हैसियत और मिल्कियत तो ' आसमान ' जैसी होनी चाहिए ताकि लोग वहाँ तक ' पहुंच ' न सकें


' जिंदगी ' में एक बात तो तय है, कि तय कुछ भी नहीं  है.
' चरित्र ' अगर ' कपड़ों ' से तय होता, तो कपड़ों की दुकान ' मंदिर ' कहलाती.

गलत लोग तभी आगे बढ़ते हैं,
जब सही लोग विरोध करना बंद कर देते हैं.. 

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सम्यक आचरण : जीवन सुरभि : त्रिशक्ति : सरस्वती : नर्मदा डेस्क : पृष्ठ : २ / ३ .
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संस्थापना वर्ष : १९८९. महीना : सितम्बर . दिवस : ९. 

संपादन.

महा सरस्वती. 

  
नर्मदा डेस्क : जब्बलपुर
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महासरस्वती :  नर्मदा डेस्क : दर्शन : प्रस्तुति. पृष्ठ : २  / ३ / ०  . 
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संपादन 
नर्मदा डेस्क : जब्बलपुर.
संस्थापना वर्ष : १९८९. महीना : सितम्बर . दिवस : ९. 
साभार  

वीणा वादिनी 


इतनी ' शक्ति ' देना कि अपनी ' सयंमित वाणी ' से ही सर्वस्व ' विजयी ' हो सकूं 

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महासरस्वती : सम्यक : विचार : दृश्यम  : नर्मदा डेस्क : प्रस्तुति. पृष्ठ : २  / ३ / १  .
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संपादन
नर्मदा डेस्क : जब्बलपुर.
संस्थापना वर्ष : १९८९. महीना : सितम्बर . दिवस : ९.
साभार  

 महेंद्र सिंह धोनी : अपनी आत्म ' शक्ति ' को सदैव याद रखें 


जया : विचार : दृश्यम 

जया : अपने शब्दों पर ध्यान दीजिए 

आप सही होने पर भी गलत ठहराए जा सकते हैं 

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     महासरस्वती : सम्यक : विचार : नर्मदा डेस्क : प्रस्तुति. पृष्ठ : २  / ३ / २  .
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संपादन. 
नर्मदा डेस्क : जब्बलपुर.
संस्थापना वर्ष : १९८९. महीना : सितम्बर . दिवस : ९.

आज का विचार. 

हुनर होगा तो दुनियाँ क़दर करेगी,
एड़ियां उठाने से क़िरदार ऊँचे नहीं होते 
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जो अपने जीवन के सफ़र की शुरुआत धैर्य व दृढ़ इरादे के साथ करते हैं 
वो तय शुदा मंजिल पा ही लेते हैं उन्हें बस चलने मात्र की आवश्यकता होती है 
क्योंकि सम्यक मार्ग को भी सम्यक जन की प्रतीक्षा होती है 

' उड़ान ' तो हमें भरनी  ही हैं  चाहे हमें कई बार क्यों न ' गिरना ' ही  पड़ें 
अपने मेरे ' सपने ' तो पूरे करने ही है चाहे ' स्वयं ' से ही लड़ना क्यों न पड़ें ?

' क्रोध ' और ' ग़लतफ़हमी ' में इंसान उसी इंसान को ग़लत समझने लगता है 
जो उससे सर्वाधिक स्नेह और विश्वास करता है 
इसलिए सदैव अपनों से व्यवहार करते समय ' क्रोध ' और ' ग़लतफ़हमी ' से बचें 

मिल कर ' प्रेम ' और  ' विश्वास ' के साथ रहें अपनों का साथ अत्यंत आवश्यक हैं अपने साथ 
है तो और यदि सुख है तो बढ़ जाता है और यदि दुःख  है तो बंट जाता है....

लाख ठोकरों के बाद भी ख़ुद संभलता और संभालता रहूंगा 
गिर गया या गिरा भी दिया गया तो फिर से उठूंगा और चलता ही रहूँगा 

आत्म नियंत्रण. 

लोग ' बुराई ' करें आप दुःखी हो जाओ लोग ' तारीफ़ ' करें आप सुखी हो जाओ 
मतलब यह है कि सुख दुःख का स्विच दूसरों के हाथ में है 
कोशिश करो यह  स्विच अपने हाथ में रहें  

पुनः सम्पादित : डॉ. मधुप ' शक्ति ' 

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वृत्त चित्र : लघु फिल्म : हिंदी फिल्म : अनुभाग. पृष्ठ : ३.
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महाशक्ति : मीडिया.
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शक्ति : मधुर : फ़िल्म समूह : वृत्त चित्र : लघु फिल्म : प्रकृति : प्रेम : पृष्ठ : ३ / ०
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संपादन.


डॉ. सुनीता रंजीता प्रिया.
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शक्ति : लघु फिल्म संपादन / निर्माण / आवाज़ : डॉ.मधुप.

वृत्त चित्र : लघु : नैनीताल : मल्ली ताल : सुबह सवेरे
ये वादियाँ ये फिजाएं बुला रही है तुम्हें

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शक्ति : मधुर : फ़िल्म समूह : वृत्त चित्र : लघु फिल्म : हिंदी फिल्म : अभिनेता : पृष्ठ : ३ / १
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संपादन.


शक्ति प्रिया.
नैनीताल डेस्क.
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शक्ति : फिल्म संपादन / निर्माण / आवाज़ : डॉ. मधुप.
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हिंदी फिल्म अभिनेता : अनिल धवन : पृष्ठ : ३ / १ / ० .
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संकलन.


शक्ति प्रिया.


विनोद मेहरा.
१९४५ - १९९०.


महाशक्ति मीडिया : लघु फिल्म :
फ़िल्मी नामा : अभिनेता : विनोद मेहरा : भाग : ४ .
आवाज़ : निर्माण : संपादन : डॉ. मधुप.



महाशक्ति मीडिया : लघु फिल्म :
फ़िल्मी नामा : अभिनेता : विनोद मेहरा : भाग : ३.
आवाज़ : निर्माण : संपादन : डॉ. मधुप.


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महाशक्ति मीडिया : लघु फिल्म :
फ़िल्मी नामा : अभिनेता : विनोद मेहरा : भाग : २
आवाज़ : निर्माण : संपादन : डॉ. मधुप.
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महाशक्ति मीडिया : लघु फिल्म :
फ़िल्मी नामा : अभिनेता : विनोद मेहरा : भाग : १
आवाज़ : निर्माण : संपादन : डॉ. मधुप.


शक्ति लघु : खंड : : फिल्म अभिनेता : विनोद मेहरा


जब तक़ है सांसों का बंधन
ये बंधन टूटे न कभी.


साभार : इंस्टाग्राम / फेसबुक / यूट्यूब.


अभिनेता : अनिल धवन .


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महाशक्ति मीडिया : लघु फिल्म.
फ़िल्मी नामा : अभिनेता : अनिल धवन : ०
आवाज़ : निर्माण : संपादन : डॉ. मधुप.


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लघु फिल्म खंड : : ये आँख कैसी हैं हाय तीर जैसी हैं


शक्ति फिल्म : वो कैसा होगा जिसकी तस्वीर ऐसी है
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लघु फिल्म खंड : २ : अभिनेता : अनिल धवन .


मैं तो हर मोड़ पर तुझको दूंगा सदा
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लघु फिल्म खंड : ३ : अभिनेता : अनिल धवन.


ये न सोचो इसमें अपनी हार है के जीत है.
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लघु फिल्म खंड : ४ : अभिनेता : अनिल धवन.


थोड़े गम है थोड़ी खुशियां यही है यही है
रंग रूप ये जीवन है

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लघु फिल्म खंड : ५ : अभिनेता : अनिल धवन.


डोले झुमका मेरा बोले प्यारा कंगना
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अभिनेता : नवीन निश्चल. पृष्ठ : २ / १ / १


एपिसोड : १ : बादल झूम के चल : अभिनेता : नवीन :

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शक्ति : लघु वृत्त चित्र फिल्म : अभिनेता : नवीन निश्चल.
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एपिसोड : २ : तुम जो मिल गए हो : अभिनेता : नवीन :

शक्ति : लघु वृत्त चित्र फिल्म : अभिनेता : नवीन निश्चल.

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एपिसोड : ३. जीवन भर ढूंढ़ा जिसको : अभिनेता : नवीन.

शक्ति : लघु वृत्त चित्र फिल्म : अभिनेता : नवीन निश्चल.
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एपिसोड :४ : वो प्यार मिला पर नहीं मिला : अभिनेता : नवीन.

शक्ति : लघु वृत्त चित्र फिल्म : अभिनेता : नवीन निश्चल.

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एपिसोड :५ : बैठो न दूर हमसे देखो खफ़ा न हो : अभिनेता : नवीन.

शक्ति : लघु वृत्त चित्र फिल्म : अभिनेता : नवीन निश्चल.
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डिभाईन प्रेडिक्शन समर्थित.


डॉ. रश्मि नारायण : नालन्दा बोन एंड स्पाइन सेंटर : समर्थित 

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मधुर शक्ति : फ़िल्म समूह : वृत्त चित्र : लघु फिल्म : हिंदी फिल्म : अभिनेत्री : पृष्ठ : ३ / २ .
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संपादन.


डॉ. सुनीता ' शक्ति '
नैनीताल डेस्क.

शक्ति : फिल्म संपादन / निर्माण / आवाज़ : डॉ. मधुप.
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शक्ति : फिल्म : अभिनेत्री : कुमद छुगानी . ३ / २ / ०


शक्ति : मधुर : फिल्म : अभिनेत्री : कुमद छुगानी . खंड १


तुझ बिन जिया उदास है : आ जा
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शक्ति : मधुर : फिल्म : अभिनेत्री : कुमद छुगानी . खंड :


साथी रे : ये कैसी अदभुत प्यास रे आ जा.
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शक्ति : मधुर : फिल्म : अभिनेत्री : कुमद छुगानी. खंड : ३

ये पर्वतों के दायरे ये शाम का धुआं : कुमुद छुगानी.
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शक्ति : मधुर : फिल्म : अभिनेत्री : कुमद छुगानी. अंतिम खंड : ४.


ये चुप भी एक सवाल है अज़ीब दिल का हाल है.
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शक्ति : फिल्म : अभिनेत्री कुमकुम. पृष्ठ : ३ / २ / १


शक्ति : मधुर : फिल्म : अभिनेत्री कुमकुम. खंड : १


तेरे साथ ही जीयेंगे तेरे साथ ही मरेंगे : 
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शक्ति : मधुर : फिल्म : अभिनेत्री कुमकुम. खंड : २ .


वादा भूल न जाना ओ जाने वाले लौट के आना.
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शक्ति : मधुर : फिल्म : अभिनेत्री कुमकुम. खंड : ३ .


हमारे संग संग चले गंगा की लहरें.
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शक्ति : मधुर : फिल्म : अभिनेत्री कुमकुम. खंड : ४.


सर को झुका कर नाम लो इनका ये तो शक्ति है निर्बल की.
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शक्ति : मधुर : फिल्म : अभिनेत्री कुमकुम. खंड : ५ .


अंतिम क़िस्त : एक मौज़ किनारे से मिलने को तरसती है.
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मधुर : शक्ति फ़िल्म समूह : वृत्त चित्र : लघु फिल्म : हिंदी फिल्म : गीतकार : पृष्ठ : पृष्ठ : ३ / ३ .
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संपादन.
अनुभूति शक्ति.


शिमला डेस्क.
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आज के इंसान को क्या हो गया.


शक्ति : मधुर फिल्म : लघु वृत चित्र : गायक : कवि : प्रदीप.
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शक्ति : मधुर फिल्म : लघु वृत चित्र : त्योहार : खंड : पृष्ठ : ३ / ४
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संपादन.


वनिता शक्ति / शिमला डेस्क

संजय भदानी की तरफ़ से अक्षय तृतीया की हार्दिक शुभकामनायें.  
संजय भदानी समर्थित 
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शक्ति : मधुर : लघु फिल्म : त्योहार . अक्षय तृतीया : खंड : ० .

लघु वृत्त चित्र : बद्री नारायण के दर्शन
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शक्ति : मधुर : लघु फिल्म : त्योहार . अक्षय तृतीया : खंड : १.
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शुभ मुहूर्त की शुरुआत : अक्षय तृतीया.

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शक्ति : मधुर : लघु फिल्म : त्योहार . अक्षय तृतीया : अंतिम खंड : २ .
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अक्षय तृतीया : सोना सोना ही होता है.
तू इस तरह से मेरी जिंदगी में शामिल है

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दिल ने फिर याद किया : ये कौन चत्कार है : कला दीर्घा : २०२४.पृष्ठ : ३ /५ .
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संपादन.


मंजीत शक्ति.
चंडीगढ़.
ओ नीले पर्वतों की धारा आई ढूंढने किनारा आई दूर से : कलाकृति : प्रवीण सैनी 
किसी प्यासे परदेशी के आने से पहले पनघट से घर को चलो री : कलाकृति : जयराज. 
चाँदनी रात में शिमला रिज के नज़ारे : कला कृति : अनुभूति सिन्हा : शिमला 
तू कितनी अच्छी है तू  कितनी प्यारी है : कलाकृति : ममता : मंजीत कौर. चंडीगढ़ 
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आकाश दीप : पद्य संग्रह : चले थे साथ मिल के चलेंगे साथ मिल के  : सम्पादकीय : पृष्ठ : ४   
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सम्पादकीय : पद्य संग्रह : आकाश दीप : पृष्ठ : ४ /०
संपादन  
रेनू शब्द मुखर शक्ति. जयपुर

सीपिकाएँ.

अनंत प्रेम

फोटो : डॉ. मधुप.

तुम मानो या ना मानो लेकिन जो प्रेम तुमसे किया है वो ना कभी किसी से किया था और ना ही कभी किसी और से करेंगे. ये अनंत प्रेम तुमसे शुरू
तुझ पे ही खत्म करेंगे
पहली बार हुआ है मुझे ये प्रेम आखरी सांस तक करते रहेंगे जैसे इस जन्म में मुझे तुमसे प्रेम है वैसे जन्म जन्मांतर में होता रहेगा आने वाले कई जन्मों में होता रहेगा

अज्ञात
रचना शक्ति
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परेशां ना होना तुम,

फोटो : अनुभूति

मैं दिखाई ना दूं, तब भी,परेशां ना होना तुम, मैं रहूंगी हमेशा... इन अल्फाजों में, तुम्हारे एहसासों में, तुम्हारी आंखों में, मद्धम सी सांसों में, तुम्हारी खामोशी में, उन फूलों में, जिन्हे देखकर तुम अक्सर मुस्कराते हो, इस बहती हवा में , जो तुमको छुएगी हौले से, उस ठंडी शाम में, जो मन को एक सुकून सा देती है, उन आंसुओ में , जो मेरी याद में, तुम्हारी पलको को भिगाएंगे..
साभार : अज्ञात

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मैं तुम्हें कभी गुलाब नहीं दूंगी...



मैं तुम्हें कभी गुलाब नहीं दूंगी... किताबों में पड़े गुलाब सूख जाते हैं... और जैसे जैसे वो सूखते हैं सूखता जाता है आपस का प्रेम... मुझे गुलाबों के सूखने से डर लगता है.. हाँ कभी मौका मिला तो मैं जरूर दूंगी तुम्हें मोर का एक पंख.. तुम उसे संभाल के रख लेना प्रेम की किताब के एकदम बीचोबीच... मोर के पंख कभी सूखते नहीं । बचपन में सुना था... किताबों में मोर का पंख रखने से अच्छी रहती याददाश्त और...तुम्हे भूलने की आदत भी बहुत है

साभार
अज्ञात : रचना शक्ति.
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हँसती हुई स्त्रियां

हँसती हुई स्त्रियों के कपोल पर, सजी हैं मुस्कान की लहरें, झील के शांत पानी में जैसे, कमल की पंखुड़ियाँ खिलें। उनकी आँखों में बसते हैं, सपनों के सुंदर चिराग, प्रेम की किरणें बिखेरतीं, ज्यों सूरज की पहलीआभा। हँसती हुई स्त्रियां हैं जैसे प्रकृति का अनुपम उपहार, उनकी हँसी में छिपा है जैसे, प्यार का अनमोल संसार। उनके हृदय की धड़कनें, कहानी सुनातीं मीठी-मीठी , हर पल हर क्षण में झलकें, जीवन की मधुर सी प्रीति। हँसती हुई स्त्रियां अनायास ही मन को हैं छू लेतीं, बिन कहे ही प्रेम की भाषा, संसार को सिखा देतीं। उनकी मुस्कान में बसी है, खुशियों की अनगिनत बातें, प्रेम का संदेश लाती हैं, जैसे रंगीन तितलियों के पंख। हँसती हुई स्त्रियों में संसार हँसता है, भूल जाती है अपने गमों को और अपनों के साथ ठहाकों में दुखों को तिलांजलि देते हुए सबका जीवन सुगंधित करती हैं ।

रेनू ' शब्द मुखर
जयपुर
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मेरी पहल मेरे मन का डर
डॉ. मधुप / सीपिकाएँ.

तेज़ आवाज़ें ...
लोगों की पंचायतें...
आपस की ग़लतफहमियां ...
वो चीखना चिल्लाना, जमाने को भी सुनाना
फिर भी मेरा धीरे से बोलना
वो मेरी भली पहल,
गलती न होते हुए भी
अपनी गलती मान लेना


फोटो : डॉ मधुप.
तुम्हें खोने के डर से संभालते संभालते
मैं स्वयं को भुला चुका हूँ, अनु
हर बार बार
करूं मैं अपनी तरफ़ से कोशिश हज़ार
फिर डर है वैसे ही हालात बन जाए
और तुम न समझ पाए
तो मैं क्या करूँ
डॉ. मधुप / सीपिकाएँ.

कुछ ख़्वाब पड़े थे ख़्वाब कहाँ सुनने वाले थे
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सम्पादकीय : दृश्यम : चले थे साथ मिलके चलेंगे साथ मिल के : ४ / १
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संपादन :


डॉ. सुनीता ' शक्ति ' प्रिया.
नैनीताल डेस्क.
प्रस्तुति : शक्ति मधुर
साभार
शब्द चित्र : दृश्यम विचार :



दोस्ती : त्रिशक्ति : कुछ पल ऐसे होते हैं जो यादों में बस जाते हैं
 

रचना श्रीवास्तवा : तुम्हारी जिंदगी में मैं कहाँ पर हूँ


मेरी तक़लीफ़ मेरी ख़ामोशी कैसे समझ पाओगी ?

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मैं आपके साथ अब हर रास्ते पर चलूंगी , ले चलेंगे न 


मुझे दुनियाँ को नहीं बताना : रचना श्रीवास्तवा

तू साथ है तो सबकुछ ख़ास है मेरे लिए 

रचना श्रीवास्तव : दृश्यम : अपना ख़्याल रखना 

रचना श्रीवास्तव : चाहना नहीं छोड़ा
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शब्द चित्र विचार. दिल से : पृष्ठ : ४ / १ / १ .
प्रस्तुति : ' शक्ति ' मधुर
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किसी ने पूछा प्रेम क्या है
दूसरे का होकर भी अपना हो जाना ही प्रेम है.
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रचना श्रीवास्तवा : शक्ति.
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रचना श्रीवास्तवा : शक्ति.
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मेरे ह्रदय का रास्ता
जो सिर्फ़ तुम्हारे लिए बना है


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दोपहरी भी कम पड़ जाती है


आबरू

एक ज़िद की कहानी तू मेरी
हर हाल में बिठाया हैं मैंने पलकों पर तुझे
गिरने न दूंगी कभी मैं पलकों से तुझे


तू ही आबरू हैं मेरी
तू ही मेरी आँखों का पानी हैं, जिंदगी !

डॉ.सुनीता मधुप ' शक्ति ' प्रिया.
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तुम्हारे पीछे पीछे चलना : रचना श्रीवास्तव 


ख़ामोश दिल मैं वो क़िताब हूँ जिसके पहले पन्ने पर

लिखा है प्रेम और आख़िर पर प्रतीक्षा
क्या ऐसा हो नहीं सकता हम तुमको मांगे तुमसे 


और तुम मुस्कुरा कर कह दो दिल से हमसे
कि अपनी चीज़ें माँगा नहीं करते, अरे ! रख लो ख़ुद से

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रचना श्रीवास्तव :


प्रेम का अर्थ : उन वादों को निभाना
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कोई मिल जाए

हम जैसा मुमकिन भी नहीं

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तेरा साथ है तो मुझे क्या कमी है.


अंधेरों में मिल रही रोशनी हैं
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' कृष्ण ' मिल जाए तो मैं ' गोकुल ' में बस जाऊं


प्रेम एक साधारण इंसान को.

ईश्वर सा रूप देता है : रचना श्रीवास्तवा

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शब्द चित्र : नहीं देख सकता तुझे रोते हुए

फोटो : विदिशा. 

आज से कभी आप को हम सपने में भी न रुलायेंगे
क़सम से चुप से सह लेंगे सब कष्ट ,छुप के रो लेंगे
रोते हुए भी हँस हँस के बात करेंगे हम आपसे
आपके होठों पर हँसी ला कर के ही दम लेंगे

डॉ. मधुप.
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शब्द चित्र : कल आज और कल / डॉ. मधुप.

मीडिया फोटो : कोमल : बनारस 

' इतिहास ' के पन्नें में छिपा मैं ही ' वर्तमान ' हूँ
कल क्या होना था यह तो मैंने कल ही देख लिया था न ?
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शब्द चित्र : वह बोली डूब जाने दो.


कृष्ण चन्दर : हिंदी नामा.
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शब्द चित्र : खुली किताब / डॉ. मधुप

साभार फोटो 

तुम्हारे दिल की भावनाओं की
मैं वो खुली क़िताब हूँ
जिस प्रेम कहानी की इबारत सिर्फ़ तुम ही समझ सकती हो, कोई और नहीं

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शब्द चित्र : ' यकीन '

साभार फोटो 

' परख ' से कब जाहिर हुई है छिपी ' शख़्सियत ' किसी की
हम तो बस उन्हीं के हैं जिन्हें हम पर ' यकीन ' है और हम
उनपर यकीन रखते हैं
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शब्द चित्र : विचार : ' तमन्ना '. 
साभार फोटो 

मेरी मनभावन ' प्रेम कहानी ' का एक खूबसूरत ' पन्ना ' हो तुम
ख़्वाब ही सही मगर ये दिल और उनकी हमारी ' तमन्ना ' हो तुम
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शब्द चित्र : विचार :  प्रीत. 

साभार फोटो 

' धागा ' हो तो तोड़ भी दूँ ' प्रीत ' न तोड़ी जाए
 जिन ' नैनों ' में तुम आन बसे ' दूजा ' कौन समाय  

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शब्द चित्र : दृश्यम.

साभार फोटो 


लोग ' रूप ' देखते है हम ' दिल ' देखते हैं
लोग ' पैसा ' देखते है हम सिर्फ़ ' प्यार ' देखतें हैं
लोग दुनिया में ' दोस्त ' देखते है, हम दोस्तों में ' दुनियाँ ' देखते हैं.
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शब्द चित्र : अमरप्रेम .

साभार फोटो 

' प्रेम ' अग्नि के समक्ष लिए लिए गए सात फेरों का मात्र ' बंधन ' नहीं
जनम जनम तक़ ' दिल से ' साथ ' निभाने ' का बंधन है.
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शब्द चित्र : गुरूर


' गुरूर ' होगा तुम्हें कि इस दुनियाँ में तुम्हारे ' चाहने ' वाले बहुत हैं
मुझे गुरुर है ख़ुद पर कि ' मेरी तरह ' तुम्हें इस जहाँ में इतना चाहने वाला कोई ' दूसरा ' नहीं होगा.

शब्द चित्र : वो मैं नहीं.

साभार फोटो 


मैं कभी भी मेरे अपनों ' तुमसे ' : मैं के ' अहम ' से नहीं मिला
जब कभी भी ' तुमसे ' मिला ' मैं ' मैं कहा रहा मैं तो ' हम ' हो कर ' तुम ' में विलीन हो गया.

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सम्पादकीय समाचार :लघु फिल्म : आपने कहा : खबरें : छाया चित्र : समाचार : पृष्ठ : ४ / १.
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सम्पादकीय समाचार :लघु फिल्म :

छाया चित्र : संपादन
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मीना सिंह.
मुक्तेश्वर . नैनीताल.
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छाया चित्र : संपादन मीना सिंह. मुक्तेश्वर .नैनीताल.
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हनुमान गढ़ी , नैनीताल में पहाड़ी के पीछे डूबता सूरज : फोटो : कमल : लखनऊ
लोक सभा मतदान महापर्व की तैयारी सबकी है अपनी अपनी साझेदारी : कोलाज : विदिशा

अपनी ही सरकार : है मत देना अधिकार : लोकतंत्र महापर्व मतदान में हिस्सेदारी : फोटो : डॉ.मधुप. 
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संक्षिप्त समाचार : आस पास : पृष्ठ : ४ / १ / २
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इस लोक तंत्र के महापर्व के सातवें अंतिम चरण में कई प्रत्याशियों के भाग्य के फैसले होने हैं

पटना : संवाद सूत्र : लोक सभा मतदान के महापर्व में सातवें और अंतिम चरण की आठ सीटों यथा नालन्दा , पटना साहिब ,पाटलिपुत्र ,आरा , बक्सर ,जहानाबाद , सासाराम ,काराकाट में आज दिनांक १ जून २०२४ को लोकतंत्र का तापमान चरम पर है।
७ बजे पूर्वाह्न से अपनी ही सरकार : है मत देना अधिकार : लोकतंत्र महापर्व मतदान में सब की हिस्सेदारी देखी गयी। लोग बढ़ चढ़ कर इस मतदान महापर्व में भाग ले रहें हैं। इस लोक तंत्र के महापर्व के सातवें अंतिम चरण में कई प्रत्याशियों के भाग्य के फैसले होने हैं।
इधर २९ नालंदा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र अंतर्गत स्वच्छ ,पारदर्शी,निष्पक्ष, स्वतंत्र एवं भयमुक्त वातावरण में सभी मतदान केंद्रों पर मतदान प्रारंभ हो चुका है, जिसमें हमने भी ख़ुशी से मताधिकार का प्रयोग किया।
नगर निगम , बिहारशरीफ में अवस्थित आदर्श मतदान केंद्र संख्या २३१ / २३२ / २३३ / २३४ / २३५ / २३६ पर वृद्धजन मतदाता प्रोफेसर राजेंद्र शर्मा, मोहम्मद फैसल इमाम,मो मोहिद्दीन आजाद एवं फर्स्ट टाइम वोटर सुश्री संजना सिन्हा ,सुश्री नीपाली मिश्रा, मोहम्मद शहजाद परवीन, शाहीन परवीन आदि को नगर आयुक्त , बिहार शरीफ, नालंदा द्वारा पौधा देकर सम्मानित किया गया ।
इस मतदान केंद्र पर मतदाताओं के लिए यथा ठंडा शरबत/ पेयजल ,बैठने की सुविधा, सेल्फी प्वाइंट, सुरक्षा व्यवस्था आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की गई है ।

मीडिया न्यूज़ डेस्क
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सम्पादकीय : पृष्ठ : ०
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डॉ. राजीव रंजन : शिशु रोग विशेषज्ञ समर्थित :
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ये जीवन है इस जीवन का.
ये न सोचो इसमें अपनी हार है की जीत है : उसे अपना लो जो भी जीवन की रीत है
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सम्पादकीय : पृष्ठ : ०
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प्रधान संपादक.

रेनू शब्द मुखर : जयपुर.
अनुभूति सिन्हा : शिमला.
नीलम पांडेय : वाराणसी.
शिमला डेस्क.
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कार्यकारी संपादक.

डॉ. सुनीता ' शक्ति ' प्रिया.
नैना देवी डेस्क.नैनीताल.
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सहायक कार्यकारी संपादक.
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महालक्ष्मी. महासरस्वती.
कोलकोता डेस्क.
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फोटो संपादक.
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बी. गुप्ता. शक्ति / देहरादून.
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अतिथि संपादक.

मानसी कंचन / नैनीताल.

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नेत्री .
डॉ. भावना माधवी.

 उज्जैन.
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कला संपादक.


अनुभूति शक्ति. 
शिमला.

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वरिष्ठ संपादिका.



डॉ. मीरा श्रीवास्तवा / पूना.  
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क़ानूनी संरक्षण.

सीमा कुमारी.  
डिप्टी चीफ लीगल एड डिफेंस काउंसिल 

विदिशा.


अधिवक्ता / नई दिल्ली.  

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अभिभावक / संरक्षक.

 

चिरंजीव नाथ सिन्हा.
ए.एस.पी. लखनऊ.
रश्मि श्रीवास्तवा.
ए.एस.पी.
कर्नल सतीश कुमार सिन्हा.
सेवा निवृत.हैदराबाद.
अनूप कुमार सिन्हा.
व्यवसायी. नई दिल्ली.
मुकेश कुमार. पुलिस.उपाधीक्षक.रांची 
राज कुमार कर्ण.
सेवा निवृत वरिष्ठ पुलिस. उपाधीक्षक.पटना
विजय शंकर.
सेवा निवृत वरिष्ठ पुलिस. उपाधीक्षक.पटना
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दिग्दर्शक / मंडल.
रवि शंकर शर्मा. संपादक. दैनिक भास्कर.नैनीताल.
डॉ. नवीन जोशी.संपादक. नवीन समाचार .नैनीताल.
मनोज कुमार पांडेय.संपादक.ख़बर सच है.नैनीताल.
अनुपम चौहान.संपादक.समर सलिल.लख़नऊ.
अनिल लढ़ा .संपादक. टूलिप टुडे.राजस्थान.
डॉ.आर. के. दुबे. लेखक ,संपादक.नई दिल्ली.
रंजना : स्तंभ कार स्वतंत्र लेखिका. हिंदुस्तान :नई दिल्ली.
अशोक कर्ण : फोटो संपादक. पब्लिक एजेंडा. नई दिल्ली.
डॉ. मीरा श्रीवास्तवा / पूना.
रीता रानी : जमशेदपुर.
नमिता सिंह : रानीखेत 
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मीडिया कोर्डिनेटर.


वनिता शक्ति
शिमला डेस्क.



शिमला डेस्क पत्रिका : विषय सूची : २.


संपादन
रेनू अनुभूति नीलम.
शिमला डेस्क पत्रिका : पृष्ठ : ५
नव शक्ति. विचार प्रस्तुति. शिमला डेस्क : दृश्यम पृष्ठ : ५ / ० .
नव शक्ति. विचार प्रस्तुति. शिमला डेस्क : शब्द चित्र : विचार : पृष्ठ : ५ / १ .
नव शक्ति. विचार प्रस्तुति. मीरा : डेस्क : दृश्यम : पृष्ठ : ५ / २
नव शक्ति. मीरा : डेस्क : विचार प्रस्तुति. : पृष्ठ : ५ / ३
नव शक्ति. विचार प्रस्तुति.  पद्मावत : डेस्क : सम्मान : शौर्य : दृश्यम : विचार : पृष्ठ : ५ /४   
नव शक्ति. विचार प्रस्तुति.  पद्मावत : डेस्क : सम्मान : शौर्य :  : विचार : पृष्ठ : ५ /५ .
नव शक्ति. रुक्मणि : विचार प्रस्तुति : विदर्भ : डेस्क : दृश्यम : पृष्ठ : ५ /६ .
नव शक्ति. रुक्मणि : : विदर्भ : डेस्क : विचार प्रस्तुति : पृष्ठ : ५ / ७ .
तारे जमीन पर : गद्य संग्रह : सम्पादकीय लेख : आलेख : संग्रह. पृष्ठ : ६ . 
आपने कहा : संदेशें आते हैं : क्लिप्स : संक्षिप्त समाचार : कतरनें : शॉर्ट रील : पृष्ठ : ७

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नव शक्ति. विचार प्रस्तुति. शिमला डेस्क : दृश्यम पृष्ठ : ५ / ०
--------------
संस्थापना वर्ष : १९९९. महीना : जनवरी . दिवस : ५
संपादन :



रेनू ' अनुभूति ' नीलम.
शिमला डेस्क
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नव शक्ति. विचार प्रस्तुति. शिमला डेस्क : दृश्यम पृष्ठ : ५ / ० .
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संस्थापना वर्ष : १९९९. महीना : जनवरी . दिवस : ५
संपादन : रेनू ' अनुभूति ' नीलम.
साभार : दृश्यम पृष्ठ : १ / ० .

कालातीत कल्याण कल्पानकान्तकारी : शिव


आपको परस्पर के सुख दुःख का ख़्याल रखना होगा


मैथली ठाकुर : गौरव शाली बिहार


हमरा घरवा जनक नगरियां

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मिथिला का कण कण खिला


जँवाई राजा राम मिला.

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नव शक्ति. विचार प्रस्तुति. शिमला डेस्क : शब्द चित्र : विचार : पृष्ठ : ५ / १ .
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संस्थापना वर्ष : १९९९. महीना : जनवरी . दिवस : ५
संपादन :
संपादन : रेनू ' अनुभूति ' नीलम.

अमृता प्रीतम : सभ्यता का युग : औरत की मर्जी

देख तुझे सब है पता


सुनता है तू सब की सदा.
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नव शक्ति. विचार प्रस्तुति. मीरा : डेस्क : दृश्यम : पृष्ठ : ५ / २
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संस्थापना वर्ष : २०१६ . महीना : अगस्त. दिवस : ३.
संपादन.


जया सोलंकी / जोधपुर.राजस्थान.

रंगीलो राजस्थान.

साभार.

एक राधा एक मीरा : दोनों ने श्याम को चाहा.


जया : दृश्यम : हमें रख लेना श्री श्याम तेरी दरबारी में.


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नव शक्ति. मीरा : डेस्क :
विचार प्रस्तुति. : पृष्ठ : ५ / ३ .
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संपादन / जोधपुर
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नव शक्ति. विचार प्रस्तुति.  पद्मावत : डेस्क : सम्मान : शौर्य : दृश्यम : विचार : पृष्ठ : ५  /४    .
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संस्थापना वर्ष : २०२४. महीना : मई. दिवस : २३.
संपादन
ज्योति सिद्धांत 
जयपुर 

साभार :

मीनाक्षी राठौर : राजस्थानी घूमर नृत्य


रंगीलो राजस्थान : तू मारो कौन लागे रे.

पाखा पर लिखूं थारो सन्देश रे.

राजस्थानी संगीत :  मेवाड़


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नव शक्ति. विचार प्रस्तुति.  पद्मावत : डेस्क : सम्मान : शौर्य :  : विचार : पृष्ठ : ५  /५ .
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संस्थापना वर्ष : २०२४. महीना : मई. दिवस : २३.
संपादन
ज्योति सिद्धांत 
जयपुर 
१६ मई : पृथ्वी राज चौहान : जयंती.


चार बांस चौबीस गज अंगुल अष्ट प्रमाण 
ता ऊपर सुल्तान है मत चुको चौहान 
ता

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नव शक्ति. रुक्मणि : विचार प्रस्तुति : विदर्भ : डेस्क : दृश्यम : पृष्ठ : ५ /६ .
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मुम्बा देवी / मुम्बई डेस्क
संस्थापना वर्ष : १९७० . महीना : जनवरी . दिवस : ६ .
संपादन.


डॉ. सुनीता शक्ति .
नैनीताल.
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साभार.

दृश्यम : रुक्मिणी : सत्यभामा : जाम्बन्ती


गोविन्द : संयम ही जीवन का आधार है

सुनने का सामर्थ्य जिनमें हैं वो श्री कृष्ण हैं 
मिथिला का कण कण खिला : जँवाई राजा राम मिला.

जय देव जय देव मंगल मूर्ति गण पति बप्पा मोरिया

एक हजारों में मेरी बहना है

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नव शक्ति. रुक्मणि : : विदर्भ : डेस्क : विचार प्रस्तुति : पृष्ठ : ५ / ७ .
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मुम्बा देवी / मुम्बई
संस्थापना वर्ष : १९७० . महीना : जनवरी . दिवस : ६ .
संपादन.
डॉ. सुनीता शक्ति . नैनीताल.


सुविचार

साधु ' जन ' अन्य किसी को बार बार माफ़ तो कर देते हैं
लेकिन ' विश्वास ' एक बार ही करते हैं


ये कैसी प्रीत है मेरा मन बेबस खुद को पाता है
छूट कर हाथों से मन मेरा जा कर तुझ से ही बंध जाता है


' इतिहास ' हम दोनों ' के मध्य ' मैत्री पूर्ण ' सम्बन्धों का अद्भुत ' साक्षी ' बनेगा
दिखना एक दिन ये ' कहानी ' बनेगी
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तारे जमीन पर : गद्य संग्रह : सम्पादकीय लेख : आलेख : संग्रह. पृष्ठ : ६ . 
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संपादन : नीलम शक्ति   
वाराणसी. रंजना 


प्रथम / एम एस / एम / टाइम्स संयुक्त मीडिया समूह की तरफ़ से  
आप सबों को हिंदी पत्रकारिता दिवस की हार्दिक बधाई.
 
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आपने कहा : संदेशें आते हैं : क्लिप्स : संक्षिप्त समाचार : कतरनें : शॉर्ट रील : पृष्ठ : ७.
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संपादन : अनुभूति.
 
 
शिमला .

शॉर्ट रील : पृष्ठ : ७ / ०

शॉर्ट रील : कितनी ख़ूबसूरत ये कश्मीर है

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ख़बरें : आस पास की.

नैनीताल स्थित कैंची धाम  पहुंचे उपराष्ट्रपति  जगदीप धनकड़ , बाबा के दर्शन कर की पूजा अर्चना.
मनोज पांडेय / संपादक / ख़बर सच है / नैनीताल

उप राष्ट्रपति जगदीप धनकड़ की अगवानी में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह : फोटो : मनोज.  

मनोज पांडेय / नैनीताल. उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ आज कैंची धाम पहुंचे यहां उन्होंने बाबा नीब करौरी महाराज के दर्शन कर पूजा अर्चना की। स्थानीय युवतियों में मीरा तिवारी और भावना तिवारी ने तिलक चंदन लगाकर स्वागत किया।
उपराष्ट्रपति ने कैंची धाम में एक घंटे तक पूजा अर्चना करी। मंदिर समिति और प्रशासन की ओर से उपराष्ट्रपति को बाबा की मूर्ति देकर स्वागत किया। उपराष्ट्रपति के मंदिर में पूजाअर्चना के कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालुओं का आवागमन बंद रखा गया।
इससे पूर्व आज उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ एक दिवसीय उत्तराखण्ड भ्रमण कार्यक्रम के अंतर्गत हल्द्वानी कैंट स्थित हेलीपैड पहुंचे, जहां राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ( से नि ) ने उनका स्वागत एवं अभिवादन किया।
इस दौरान कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, एडीजी अमित सिन्हा, आयुक्त कुमाऊं दीपक रावत सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने भी उपराष्ट्रपति का स्वागत किया।

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दून स्कूल ने डी.एम. स्विंग मेमोरियल हॉकी ट्रॉफी पर किया कब्जा.

डॉ. अतुल कुमार सक्सेना. मसूरी :

दून स्कूल की टीम ने ३ -१ से ओक ग्रोव स्कूल को हराकर ट्रॉफी अपने नाम की।

मसूरी : अप्रैल २८ ओक ग्रोव स्कूल मैदान में आज ओक ग्रोव स्कूल और द दून स्कूल देहरादून के बीच डी.एम. स्विंग मेमोरियल इंटर स्कूल हॉकी टूर्नामेंट का फाइनल मैच खेला गया। फाइनल मैच का उद्घाटन डॉ. के. श्रीधर, प्रधान मुख्य चिकित्सा निदेशक, उत्तर रेलवे और ओक ग्रोव स्कूल के प्रधानाचार्य श्री नरेश कुमार ने संयुक्त रूप से किया। दून स्कूल की टीम ने ३ -१ से ओक ग्रोव स्कूल को हराकर ट्रॉफी अपने नाम की।
दून स्कूल की ओर से मैच का पहला, दूसरा और तीसरा गोल कर्मा, जय राणा और सुशील काशी ने मारा। ओक ग्रोव स्कूल की ओर से एकमात्र गोल अर्पित कुमार सिंह ने किया। टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी की ट्रॉफी जयवीर ग्रेवल को और सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर की ट्रॉफी दून स्कूल के यशवीर तेवतिया को दी गई। टूर्नामेंट के मोस्ट प्रॉमिसिंग प्लेयर ओक ग्रोव स्कूल के अनीश कुमार रहे।
इस अवसर के मुख्य अतिथि डॉ. के. श्रीधर एवं नरेश कुमार ने विजेता टीम को सबसे प्रतिष्ठित ट्राफी प्रदान की। डॉ. के. श्रीधर ने इस तरह के अच्छे हॉकी टूर्नामेंट के आयोजन के लिए स्कूल के प्रयासों की सराहना की। ओक ग्रोव स्कूल के प्रधानाचार्य नरेश कुमार ने कहा कि हॉकी के प्रति बच्चों में आज भी पहले की तरह जुनून है। नरेश कुमार ने आगे कहा कि टूर्नामेंट के आयोजन का मुख्य उद्देश्य हॉकी को बढ़ावा देना और खिलाड़ियों को एक मंच प्रदान करना है और उन्होंने विजेता टीम के सभी सदस्यों को बधाई भी दी। धन्यवाद ज्ञापन जी.डी. रतूड़ी ने दिया मैचों के राष्ट्रीय स्तर के रेलवे रेफरी विजय किशोर, गौरव भारद्वाज, रजनीश पांडे और विवेक धर थे। इनमें से गौरव भारद्वाज उत्तर रेलवे के अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी रहे हैं। श्रीमती सविता कुमारी, ज्योति श्रीधर, कुसुम कंबोज, विनय कुमार, धैर्य नागपाल, विपुल रावत, आर.के. नागपाल अतुल कुमार सक्सेना,एस.के. रजा, अनुपम सिंह,आरएन यादव, मनीषा शर्मा, केतन खुले, दीपमाला सिंह, , जीडी रतूड़ी शादाब आलम, अभिषेक रावत, , प्रमोद कुमार, मधु टम्टा और स्कूल के अन्य फैकल्टी सदस्य इस अवसर पर मौजुद रहे।



हाई : फाय :पावर ट्रोनोनिक्स : समर्थित


 
महाशक्ति :डेस्क
नैनीताल
विषय सूची. ३

प्यार : जीवन : व्यवहार 
विषय सूची. ३
 नैनीताल. पृष्ठ : ८  .
महाशक्ति. डेस्क प्रस्तुति / नैनीताल. पृष्ठ : 
महाशक्ति वंदना दृश्यम पृष्ठ : ८ / ० .
महाशक्ति दृश्यम विचार. पृष्ठ : ८ / १.
 महाशक्ति : सत्यम शिवम् सुंदरम : विचार : पृष्ठ : ८ / २.
अंत नहीं प्रारंभ : कभी कभी मेरे दिल में ख़्याल आता है : पृष्ठ : ९
छोटी छोटी सी बात : न जाने क्यों : दृश्यम : तुम्हारे लिए : पृष्ठ : १० .
दिल के झरोखें तुझको बिठा कर : रखूँगा मैं तुमको पास : फ़िल्मी नामा : पृष्ठ : ११ .
दिल की बातें : सुबह और शाम : पल पल दिल के पास : तुम रहते हो : विचार : दृश्यम : पृष्ठ : १२ .
आपने कहा : दिल से यादें न जाए : : संक्षिप्त समाचार : कतरनें : शॉर्ट रील : पृष्ठ : १३
क्लिप्स : संक्षिप्त समाचार : कतरनें : शॉर्ट रील : पृष्ठ : १३ /०
आपने कहा : दिल से : यादें न जाए : चलते चलते : हिंदी अनुभाग : पृष्ठ : १३ / १

डॉ. आर के आर्थो आश्रम समर्थित.
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जीवन : धर्म : अध्यात्म : कर्म. और दर्शन सार .
महाशक्ति. डेस्क प्रस्तुति / नैनीताल. पृष्ठ : ८  .
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संस्थापना वर्ष : २००३. महीना : जनवरी : ६ 
संपादन.


डॉ. सुनीता ' शक्ति ' प्रिया.
 नैना देवी डेस्क.नैनीताल.

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 महाशक्ति : वंदना :  दृश्यम : पृष्ठ : ८ / १.
संस्थापना वर्ष : २००३. महीना : जनवरी. दिवस : ६.  
संपादन.
डॉ. सुनीता ' शक्ति ' प्रिया.
 नैना देवी डेस्क.नैनीताल.
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महाशक्ति वंदना : पृष्ठ : ८ / १ .


सरस्वती शक्ति लक्ष्मी : एकीकृत शक्तियों की वंदना 

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महाशक्ति  : दृश्यम : साभार : पृष्ठ : ८ / २ 
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संपादन.
डॉ. सुनीता ' शक्ति ' प्रिया.
 नैना देवी डेस्क.नैनीताल.
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चित्रलेखा : दृश्यम : राम ने मर्यादा सिखाई.

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बाबा केदारनाथ : शिव की शक्ति पूजा 


तू मेरा सहारा है मैं तेरा सहारा हूँ 


महेंद्र सिंह धोनी : पहले अव्यवस्था बनाओ


फिर व्यवस्था बनाओ : यही ज़िंदगी है

शिव : महा उत्तरदायित्व तो उठाना ही होगा गौरी 


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 महाशक्ति : सत्यम शिवम् सुंदरम :  विचार : पृष्ठ : ८ / ३.
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संस्थापना वर्ष : २००३. महीना : जनवरी. दिवस : ६. 
 नैना देवी डेस्क.नैनीताल. 
संपादन.

डॉ. सुनीता ' शक्ति ' प्रिया. 
 महाशक्ति अधिकृत : शब्द चित्र : साथ. 
   


महाशक्ति : रक्षा सूत्र विचार.
मेरी अभिलाषा ' शक्ति '

येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबलः।
तेन त्वाम् अभिबध्नामि रक्षे मा चल मा चल॥

भावार्थ. 

जिस रक्षा सूत्र से महान शक्तिशाली दानवेन्द्र राजा बलि को बांधा गया था, 
उसी सूत्र मैं तुम्हें बांधती हूं, जो तुम्हारी रक्षा करेगा, हे रक्षा तुम स्थिर रहना, स्थिर रहना.
त्रि शक्ति समर्थित नव शक्ति विचार.

....' समय 'और ' साथ ' तथा स्वयं के ' व्यवहार ' को ही साबित करने दें कि
   किसने कितना अपनों के लिए ' समर्पण ' ,' संस्कार ', ' संयम ' , ' सहिष्णुता ', संबंधों का 
संरक्षण ' अगाध ' विश्वास ', असीम ' प्रेम ', और ' वाणी ' पर नियंत्रण  रखा...? ,
.....सुख दुःख में सम भाव रखते हुए आपसी सम्बन्धों का निर्वाह किया.. "
अपनी प्यारी सी जिंदगी में मेरे अपनों के लिए की गयी बातचीत को  दिल से स्वीकार करें 
...अपनी तरफ से भी मीठी प्यारी पहल करें....' मदिर ' और ' मधुर ' द्वैत संबंधों का आधार 
एक दूसरे को ' प्रेम पूर्वक ' समझना ही है 
एक तरफा प्रयास और संबंधों के मध्य ठहरी लम्बी ख़ामोशी संबंधों को ' निष्प्राण ' कर देती हैं 
शक्तियां विचार करें 

डॉ. सुनीता मधुप शक्ति प्रिया 
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    ये न सोचो कि कितने ' लम्हें ' है शेष  'जिंदगी 'में 
    ये सोचो कितनी ' जिंदगी ' बची है हर ' लम्हों ' में 


समझ शक्ति : सहन शक्ति
ऐ ' जिन्दगी ' जब बाह्य ' नकारात्मक शक्तियां ' तुम पर प्रवल और प्रभावी हो जाए
तो तुम तत्क्षण अपनी ' सकारात्मक शक्तियों ' को स्मृत कर लेना
' मन ' शांत कर अपने ' व्यवहार ' में अपनी ' समझ शक्ति ' और ' सहन शक्ति ' को अपना लेना
देख लेना तुम्हारे ' अंतः मन ' की ' दिव्य ' प्यारी शक्तियां तेरा मार्ग प्रशस्त कर ही देंगी

©️®️ डॉ. सुनीता मधुप ' शक्ति ' प्रिया / नैनीताल डेस्क. विचार.

वक़्त से है दिन और रात वक़्त से कल और आज 
वक़्त ' से न कोई ' जीत ' सका  है न कोई उसे 'अपने ' वश में कर सकता है 
 समय आने पर वक़्त सब को केवल सबक ही सीखा जाता है 

यह जरुरी नहीं की सभी ' लोग ' आप को ' भली भांति ' समझ ही पाए जान पाए
क्योंकि ' तराजू ' सिर्फ़ ' वजन ' ही बताती है ' क़्वालिटी ' नहीं


अगर तुम किसी के ' दिल ' के क़रीब , ' प्रिय ' बनना चाहते हो तो बस
उस प्रिय के ' अकेलेपन ', ' सुख दुख ' का ' दिल से ' ' भरोसेमंद ' , ' हमराज '
बन जाए ...पूर्णतः ' व्यक्तिगत ' हो जाए .
अपने जीवन की आखरी साँस तक़ आपस के राज को अपने सीने के भीतर दफ़न रखें
...देख लेना ....वो तुम्हारे बिना जी नहीं पाएगा ...वह आपका सर्वाधिक प्रिय होगा
याद रखें : आपस का ' मान ', ' सम्मान ', ' प्यार ' , ' लगाव ' आपकी ' व्यक्तिगत निजी सम्पति ' हैं ' सार्वजानिक ' नहीं...
कभी तुम्हें मेरी ' हिमालय ' जैसी ज़िद पर अत्यंत गर्व होगा की ' क़यामत ' तक सब कुछ छूट जाएगा
लेकिन हमारा आपका मधुर समबन्ध ' ताउम्र ' जन्म जन्मांतर तक़ अटूट ही रहेगा

कबीर वाणी
कबीर यहु घर प्रेम का, ख़ाला का घर नाँहि।
सीस उतारै हाथि करि, सो पैठे घर माँहि॥

भावार्थ.
परमात्मा का सतलोक तो प्रेम का घर है, यह कोई मौसी रिश्तेदार का घर नहीं है
जहाँ मनचाहा प्रवेश मिल जाए। जो साधक अपने सीस को उतार कर अपने हाथ में ले लेता है
वही इस घर में प्रवेश पा सकता है।

----------- अंत नहीं प्रारंभ : कभी कभी मेरे दिल में ख़्याल आता है : पृष्ठ : ९ --------- संपादन.
रेनू अनुभूति नीलम. शिमला डेस्क. -------------- प्रस्तुति : शक्ति : मधुर. नैनीताल डेस्क. ⭐
मेरी : आपकी : पसंद.
डॉ. सुनीता मधुप ' शक्ति ' प्रिया.
ये मेरा गीत जीवन संगीत कल भी कोई दोहराएगा.

फिल्म : कटी पतंग.१९७०.
लोकेशंस : नैनी झील. नैनीताल
सितारे : राजेश खन्ना आशा पारेख
गाना : जिस गली में तेरा घर न हो बालमा
गीत : आनंद बख्शी. संगीत : आर डी वर्मन. गायक : मुकेश.


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फ़िल्म : सेहरा. १९६३.
लोकेशन : राजस्थान
सितारे : प्रशांत संध्या
गाना : तुम तो प्यार हो सजनी
गीत : हसरत जयपुरी . संगीत : राम लाल . गायक : रफ़ी लता.


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फ़िल्म : एक नज़र. १९७२.
गाना : पत्ता पत्ता बूटा बूटा हाल हमारा जाना है
सितारे : अमिताभ बच्चन. जया भादुड़ी.
गीत : मजरूह सुल्तानपुरी. संगीत : लक्ष्मी कांत प्यारे लाल. गायक : रफ़ी लता.

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फ़िल्म : बटवारा .१९८९.
सितारे : डिम्पल. धर्मेंद्र. अमृता सिंह. विनोद खन्ना.
गाना : मैं तो नहीं तोडूं तेरे प्रेम धागे तू मारो कौन लागे


गीत : हसन कमाल .संगीत : लक्ष्मी कांत प्यारे लाल.
गायिका : अनुराधा पॉण्डवाल अलका यागनिक कविता
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फिल्म : वो कौन थी. १९६४.
गाना : लग जा गले फिर ये हसीन रात हो न हो
शायद फिर इस जनम में मुलाकात हो न हो
सितारे : साधना. मनोज कुमार.
गीत : राजा मेहंदी अली खान. संगीत : मदन मोहन. गायिका : लता.

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https://www.youtube.com/watch?v=y2fgw1Oqz28
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फ़िल्म : संगम.१९६४.
सितारे : राज कपूर बैजंती माला राजेंद्र कुमार
गाना : ओ मेरे सनम : एक दिल दो अरमान हैं हम
गीत : शैलेन्द्र संगीत : शंकर जय किशन गायिका : लता.


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फ़िल्म : धुंध. १९७३.
सितारे : संजय खान. नवीन निश्चल. जीनत अमान. डैनी.
गाना : संसार की हर शय का इतना ही फ़साना है .
गीत : साहिर लुधियानवी. संगीत : रवि. गायिका : महेंद्र कपूर .


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फ़िल्म : धुंध. १९७३.
सितारे : संजय खान. नवीन निश्चल. जीनत अमान. डैनी.
गाना : उलझन सुलझे न रास्ता सूझे न.
गीत : साहिर लुधियानवी. संगीत : रवि. गायिका : आशा भोसले.


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फिल्म : नागिन. १९७६.
गाना : तेरे संग प्यार मैं नहीं तोड़ना
सितारे : सुनील दत्त. रेखा. रीना रॉय.
गीत : वर्मा मलिक. संगीत :लक्ष्मी कांत प्यारे लाल. गायिका : लता.


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फ़िल्म : साथी. १९६८.
सितारे : राजेंद्र कुमार. बैजंती माला.
गाना : मेरा प्यार भी तू है ये बहार भी तू है
गीत : मजरूह सुल्तानपुरी संगीत : नौशाद गायक : मुकेश कुमार. सुमन कल्याणपुर.


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फ़िल्म : तेरे नाम.२००३
सितारे : सलमान खान. भूमिका चावला.
गाना : तुमसे मिलना बातें करना
गीत : समीर. संगीत : हिमेश रेशमिया. गायक : उदित नारायण. अलका याग्निक.


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फिल्म : जानी दुश्मन. १९७९.
सितारे : सुनील दत्त. रीना रॉय.
गाना : ले मैं तेरे वास्ते सब छोड़ के आ गयी.
गीत : वर्मा मलिक. संगीत : लक्ष्मी कांत प्यारेलाल. गायिका : लता.


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फ़िल्म : आप की क़सम.१९७४.
गाना : करवटें बदलते रहें सारी रात हम.
सितारे : राजेश खन्ना. मुमताज. संजीव कुमार.
गीत : आनंद बख्शी. संगीत : आर डी वर्मन. गायक : किशोर कुमार. लता.

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साभार :
फ़िल्म : एक सपेरा एक लुटेरा.१९६५
सितारे : फ़िरोज खान. कुमकुम.
गाना : वादे नहीं भूलेंगे क़समें नहीं तोड़ेगे.
गीत : अशद भोपाली संगीत : उषा खन्ना गायक : रफ़ी.


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साभार : यश राज फिल्म.
फिल्म : दूसरा आदमी.१९७७.
सितारे : ऋषि कपूर. नीतू सिंह. शशि कपूर.
गाना : नजरों से कह दो मिलने का मौसम आ गया.
गीत : मजरूह सुल्तानपुरी. संगीत : राजेश रौशन. गायक : किशोर कुमार. लता.



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फ़िल्म : पिया का घर.१९७४.
गीत : ये जीवन है इस जीवन का यहीं है यहीं.
सितारे : जया भादुड़ी. अनिल धवन.
गीत : आनंद बख़्शी .संगीत : लक्ष्मी कांत प्यारेलाल. गायक : किशोर कुमार.


गाना सुनने के लिए दिए गए लिंक को दवाएं.

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फ़िल्म :प्रेम कहानी.१९७५.
सितारे : राजेश खन्ना. मुमताज. शशि कपूर.
गाना : प्रेम कहानी में एक लड़का होता है
गीत : आनंद बख्शी. संगीत : लक्ष्मी कांत प्यारेलाल. गायक : किशोर कुमार. लता.
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छोटी छोटी सी बात : न जाने क्यों : दृश्यम : तुम्हारे लिए : पृष्ठ : १० .
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संपादन.
राधिका : कृष्ण : रुक्मणि.
इस्कॉन डेस्क. नैनीताल..
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साभार.

तराने : जब जब बजाए मोहन मुरलियाँ..
सुध बुध गवाई नीदें उड़ाई जो करने बैठी थी.


तराने : माई रे माई मुंडेर पर बोल रहा है कागा

तेरे वास्ते रे सजना नैन मेरे जागे रे जागे.

दृश्यम : कृष्ण : संयम की डोर को मत खोना, सखी.


नहीं तो तुम्हारा कृष्ण खो जायेगा.
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रचना श्रीवास्तव : मुझसे प्यार करने का हक़ सिर्फ़ तुम्हें है


दृश्यम : होता है ये मेरी जिंदगी के साथ


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विश्वास भी है मेरे कान्हा आज भी है ऐसे.

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दिल के झरोखें तुझको बिठा कर : रखूँगा मैं तुमको पास : फ़िल्मी नामा : पृष्ठ : ११ .
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संपादन. 


शक्ति प्रिया / नैनीताल डेस्क.

ये रस्में ये कसमें सभी तोड़ कर तू चली आ चुनर प्यार की ओढ़ कर : डॉ. सुनीता शक्ति  प्रिया. नैनीताल.
कोई किसी को चाहे तो क्यों गुनाह समझ ते हैं लोग : कोलाज : डॉ. सुनीता शक्ति  प्रिया. नैनीताल.

संसार की हर शय का इतना ही फ़साना है इक धुंध में जाना है : डॉ. सुनीता शक्ति  प्रिया. नैनीताल.
मेरे दिल का अँधेरा हुआ और घनेरा क्या होना है मेरा : डॉ. सुनीता शक्ति  प्रिया. नैनीताल.
ये जीवन है इस जीवन का यही है : थोड़ी खुशियाँ थोड़े गम है : डॉ. सुनीता शक्ति  प्रिया.नैनीताल.

नींद मुझसे ...नींद से मैं भागती छुपती रही : डॉ. सुनीता शक्ति  प्रिया.नैनीताल.  
सारे रिश्तें नातें छोड़ के आ गयी लो मैं तेरे वास्ते सब छोड़ के आ गयी : डॉ. सुनीता शक्ति  प्रिया.  

मेरे नयना सावन भादों फिर भी मेरा मन प्यासा : डॉ. सुनीता शक्ति प्रिया . नैनीताल. 
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दिल की बातें : सुबह और शाम : पल पल दिल के पास : तुम रहते हो : विचार : दृश्यम : पृष्ठ : १२ .
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संपादन.


डॉ. सुनीता ' शक्ति ' प्रिया.
नैनीताल.डेस्क.
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तराने : एक तेरा साथ हमको दो जहाँ से प्यारा है


पारुल : बाजीगर ओ बाजीगर तू है बड़ा जादूगर


पारुल : कोई देख ले अगर , ग़म न कर.
पारुल : मगर मेरे दिल ने मुझे धोखा दे दिया.

तीन देवियां : मोरनी बागा में बोले आधी रात में

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पारुल : मगर मेरे दिल ने मुझे धोखा दे दिया.
मैं बावरियां सब कुछ भूली
पारुल : मेरा सब कुछ तेरा है : कान्हा
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पारुल : शार्ट रील : तू रूठा मैं रो दूंगी सनम

शॉर्ट रील : तेरा मेरा प्यार अमर
फिर क्यों मुझको लगता है डर
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पारुल : लखनवी : मस्ती : छेड़छाड़

अजनवी कौन हो तुम जब से तुम्हें देखा है
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लाल दुपट्टा उड़ गया मेरा हवा के झोंकें से
पहाड़ी : नृत्य : दृश्यम
गुजरा हुआ जमाना आता नहीं दोबारा

दिल की बातें दिल वाले नज़रों से ही पहचानते.

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दृश्यम : मन जोगी संग लागा

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मेरी जिंदगी सवारी मुझको गले लगा के

बैठा दिया पलक पर मुझे ख़ाक से उठा के
कैसी लागी लगन : दृश्यम : न देखो ऐसे झुका के पलकें
आपकी आँखों में कुछ महके हुए अंदाज है
बन के दुल्हनियां आज चली हूँ मैं साजन के द्वारे
दृश्यम : मैं तुम्हें ढूँढ़ती रहूं , बेहतर है

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आपने कहा : यादें न जाए : क्लिप्स : संक्षिप्त समाचार : कतरनें : शॉर्ट रील : पृष्ठ : १३
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संपादन. 

स्मिता ' शक्ति ' / पाटलिपुत्र डेस्क.
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क्लिप्स : संक्षिप्त समाचार : आपने कहा : कतरनें : शॉर्ट रील : पृष्ठ : १३ /०
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लोग धार्मिक आस्था के नाम पर
पता नहीं क्या कर जाते हैं


डॉ. नवीन जोशी : केदार नाथ : रिपोर्ट
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गौरव शाली : बिहार
मैथिली ठाकुर : मेरी जिंदगी के सारे दुःख मिट जायेंगे


शॉर्ट रील : दिखाई दिये यूं के बेख़ुद कर दिया.
रखा करो नजदीकियां जिंदगी का कोई भरोसा नहीं 
फ़िर कहोगे चुपचाप चले गए और बताया भी नहीं 

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मातृ दिवस : तुम्हारी याद आएगी : रितू सिंह

ऐतिहासिक : पेशवा की प्रेम कथा.


फ़िल्म : बाजीराव मस्तानी से साभार

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आपने कहा : दिल से : यादें न जाए : चलते चलते : हिंदी अनुभाग : पृष्ठ : १३ / ०
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संयोजिका.


वनिता शक्ति.
शिमला

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न्यूज़ क्लिप : मजखाली : वादियाँ मेरा दामन : डॉ. मधुप


रचना श्रीवास्तवा : वो बुलाने से आए


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आपने कहा : दिल से : तुम्हारे लिए : पृष्ठ : १३ / १
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संपादन



एंजेल
मुक्तेश्वर / नैनीताल

इस ब्लॉग / मीडिया चैनल से जुड़कर बेहद अच्छा लगा है।
एक रचनात्मक ऊर्जा के स्रोत से जुड़ना जैसा ही अनुभव है इस ब्लॉग से जुड़ना।
मुझे नैनीताल डेस्क के अंतर्गत एक स्तम्भ संपादक की जो जिम्मेदारी दी गई है उसका मैं सहर्ष स्वीकार करती हूँ । इसका मैं पूरे एहसास के साथ निर्वहन करती रहूँगी।
नारी सशक्तिकरण को केंद्र में रखकर पठनीय सामाग्री का इंद्रधनुष पेश करता हुआ यह ब्लॉग-मीडिया पेज अत्यंत उपयोगी है


भारती कैड़ा. संजीवनी, मल्लीताल, नैनीताल.

रखा करो ' नजदीकियां ' जिंदगी का कोई भरोसा नहीं 
फ़िर कहोगे चुपचाप चले गए और बताया भी नहीं 

' वक़्त ' निकल जाने पर ' अफ़सोस ' करने से क्या फायदा
समय रहते कर ले मीठी दिल की बातें ,लगा ले उनको अपने दिल से,
जो जीते हैं अपनी जिंदगी तुम्हारी साँस से

कभी कभी ' अल्फाज ' नहीं मिलते अपने दिल का ' हाल ' और ' शब्द ' बयान करने के लिए
बस दिल करता है कोई ' समझ ' ले ' संभाल' ले और ' समेट ' लें

 ⭐

मैं पल दो पल का शायर हूँ 

मेरी उदासी तुम्हें कैसे नज़र आएगी
तुम्हें देख कर जो हम मुस्कुराने लगें हैं
 ⭐

 पांचवी पुण्य तिथि : दुःख भंजन प्रसाद.
पिता के सद्गुणों की याद : निर्वहन ही हमारी श्रद्धांजलि है 
 
आप हम सबों के मध्य दुनियां वालों के समक्ष सदैव अपने स्पष्टवादी विचारधारा,उच्च संस्कारों,सम्यक कर्म,अपनी सम्यक सोच व सम्यक दृष्टि के लिए याद किए जायेंगे। आप अत्यंत अल्पभाषी,स्वाभिमानी किस्म के पृथक व्यक्ति थे ,आपने कभी किसी से कुछ माँगा नहीं सदैव दूसरों को दिया ही। आप जैसे गाँधी वादी विचार धारा के लोग अब कहाँ रहते हैं. 

डॉ. सुनीता मधुप ' शक्ति ' प्रिया  
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 पांचवी पुण्य तिथि 
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दुःख भंजन प्रसाद.
 १२.०२.३४ - ०५.०५.२०१९. 

भावभीनी श्रद्धांजली.
पुण्य तिथि : 
०५.०५.२०१९ 


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 English Section. Magazine 
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Talk of the Day : Our Town Games & Sports.


English Section. Magazine 
supported by 
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English Section. Editorial : Page : 1
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Chief Editor.

Prof. Dr. Roopkala Prasad.
Department of English.
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English Section
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Editorial Page : English Section : Page : 0
---------------
Editor :


Priya Shakti.
Darjeeling.
-----------
a Short Poem.
Waiting for an unknown dream.
Photo : Vidisha. 

Lines : Priya . Darjeeling.

The days are beyond the limit waiting for an unknown dream,
No idea where it's going to take me with this folded path,
It seems everything is finished and over but no where the answers are found,
Everything turned blue and black within the thoughts of every single wrath.
Somewhere in the corner of my heart lies the deepest thought unknown to the world,
Seemed muddled and confused within the boundaries that I was bound to,
The distance that parted with the sorrows has now mingled with thoughts,
To reconcile and unite with the tragedy that once took me down to sorts.
My words are less to express the sentiments and show the feelings
But are very sure to be bound with the connection of the twin flame,
No sugar coating nor the suppression of feelings or embellishment of thoughts
It’s as simple as to understand the tie of two beautiful connections of hearts.
May the time favour and heal the journey that fate had decided what should be next
May the departed soul reunite with the golden thoughts with the wisdom of an angel with a bless
May the cherishing moments flourish again with happiness and peace
It’s the ultimate wish that my heart has always and ever wished.

Priya. Darjeeling.
Page Composition : Dr. Sunita Madhup ' Shakti ' Priya
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You Said It : Thought of the Day : English Page : 1
---------------
Editor :


Mahalaxmi : Maha Saraswati.
Foundation Year : 2 June. 2023.
Kolkotta Desk.

Shakti's : Thought : Forever
Nainital Desk

The Only ' Way ' to Do Desirous Great Work is to ' Love '
Whatever You Do With Your Strong Passion ..

The Unjust Man.


I visited this Blog Magazine Page and I liked it very much
going through this Blog Magazine Page.
The contents are too good and worth reading.
Short Films are worth watching .Thanks a lot to the
Editors Shakti's Group for publishing and editing this blog magazine page and presenting before us in a nice way.

Komal Prabha . Amateur Photographer. Ranchi.


Advocate. Soumya Adarsh. Bhagalpur.
It's a very nice blog magazine page and everyone should enjoy
visiting the link of this blog Magazine page...
Thanks a lot to the Shakti Group Editors for promoting the women empowerment through this blog magazine page which I have already visited and liked it too much....

Satyam. Vinayak .Ankita. Jodhpur.Rajasthan.

I saw the each and every angle of the short films ,sir.
the voiceover in actor's section is very good.
The voice quality is very echoing , that I enjoyed listening and watching the  short film of the actor Navin Nischol . However in the actress section like Kumkum and Kumud Chhugani the voiceover and script  is too impressive. In fact I want to say that I  really  enjoyed watching this short film section too much.


Thanks a lot to you Shakti Editors Group for promoting such short films for updating us.
Skill,dedication and interest of Dr.Raman in this field
is commendable and appreciable.
Nice voiceover and great work.
Respect..


It is a marvellous page, Madhur Shakti's Short Film presentation
is very nice and worth watching .
Thanks Dr. Raman for making and editing of such a short film based on Actor's and Actress' life.Short Films of Navin Nischol and Bihar Born actress Kumkum are too good...interesting and more entertaining... Please keep making such pages...
Ankita.Vinayak.Jodhpur.Rajasthan
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Tweet of the Day. Forever : Tumhare Liye. English : Page 2.
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Editor
Dr. Sunita ' Shakti ' Priya.
Nainital Desk.



powered by Tri - Shakti & Nav Shakti
M.S.Media. Page 1.
©️®️ M.S.Media.
only.
for 24.Hours.


Write Up : Dr. Sunita Madhup.
R.M. ( Relationship Manager )
-------------
Tweet : 0.
When Silence Stretches More in Your Life.
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With a meaningful talking Cartoon.


Be ' Sensitive ' Be ' Polite ' Be ' Answerable ' and Be Bold and Fearless for your sweet pious and innocent relationship.


If we feel that relationship is necessary for us we should take bold initiative from our sides if someone is being justified in your eyes, then come ahead and support him as you were doing ....earlier...

I always try to restore the sweet relationship amongst us. Even I wish to talk to our closed one in a very nice way in a sweetened voice. But what happens when you take initiatives, you start with a humble talk but from another side the proper and justified answer does not come.
If some one is loud while talking you feel awkward before other. Then after you hesitate some what....
Then it breaks you. A gap creates and occurs unnecessarily in your relationship. In fact that should not be...
We should try to establish the interactive and well communicative relationship between us . People are very watchful to us, no problem it is important to us how much we are sensitive and responsive to each other.
We should be quite humble and highly personalised to one another. We should take much care in giving answer properly in a very slow, sweet tone with a balanced statement....
If we feel that relationship is necessary for us we should take bold initiative from our sides or someone is being justified in your eyes, then come ahead and support him as you were doing ....Be ' Sensitive ' Be ' Polite ' Be ' Answerable ' and Be ' Bold 'enough and Fearless for your sweet pious and innocent relationship.

to be continued....
only.
for 24.Hours.
Write Up : Dr.Sunita Madhup.
R.M. (Relationship Manager)

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Tweet :1. My Feelings : My Words : My Lines :
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Where the mind is free and fearless
a Short Poem. : Dr. Madhup.


Where the mind is free and fearless
Works without any mental restrictions and congestions
Where the head is held high
Where heart is filled with lots of love and respect
Where the goodness existing
Where the angels living in
Where the evil forces are not realised
Where the Shakti 🌹 of promises, peace and progress lives
Let me live there, only God
Where all Goodness found...living

Dr. Madhup.

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Photo Gallery : Traveler's Click : English : Page : 3
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Editor
Madhavi Shakti.


Nainital : Desk.


My Clicks for seeking beauty around Dharan : Nepal : with the clouds:photo :Soni.Delhi.

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Incredible  India : News Clippings : Nature  Short Reel : English : Page : 4.

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Editor.



Simran ' Angel ' ' Shakti '
 Correspondent : Short Reel Maker  
Mukteshwar : Nainital.

 
Mukteshwar : a Short Reel : the Heaven in Nainital.
Simran : Angel : Mukteshwar : Nainital.
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Tere Mere Sapne Ab Ek Rang Hai : Dr. Madhup.


Nature : Short Reel : Jhilmil Sitaron Ka Aangan Hoga : Link 
Concept & Making : Dr. Madhup.
Press the given youtube link.
You Tube Channel : Tumhare Liye 
M S Media : Travel Based Channel : Like , Subscribe and Share  It. 

सच कहें तो ' इन्सान ' को ' अलार्म ' नहीं 
' जिम्मेदारियां ' ही ' जीवन ' में जगाती हैं 

Comments

  1. A very nice beginning. A worth seeing page for everyone full of emotions, love and passions.

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  2. It is a marvellous page, Madhur Shakti's Short Film presentation is very nice and worth watching . Thanks Dr. Raman for making and editing of such a short film based on Actor's and Actress' life. Short Films of Navin Nischol and Bihar Born actress Kumkum are too good...interesting and more entertaining... Please keep making such pages...
    Ankita.Vinayak.Jodhpur.Rajasthan

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  3. Skill,dedication and interest of Dr.Raman in this field is commendable and appreciable.
    Nice voiceover and great work.
    Respect.
    Satyam.Ankita.Jodhpur Rajasthan

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  4. It is a very nice page everyone should enjoy visiting this page. Thanks a lot to the Shakti Editorial Group for its nice presentation and editing. Dinesh Kumar. Advocate.

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    1. It's a very nice blog magazine page and everyone should enjoy visiting the link of this blog Magazine page... Thanks a lot to the Shakti Group Editors for promoting the women empowerment through this blog magazine page which I have already visited and liked it too much.... Advocate. Soumya Adarsh. Bhagalpur.

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    2. It's a very nice blog magazine page and everyone should enjoy visiting the link of this blog Magazine page... Thanks a lot to the Shakti Group Editors for promoting the women empowerment through this blog magazine page which I have already visited and liked it too much.... Advocate. Soumya Adarsh. Bhagalpur.

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  5. I saw the each and every angle of the short films ,sir. the voiceover in actor's section is very good. The voice quality is very echoing , that I enjoyed listening and watching the short film of the actor Navin Nischol . However in the actress section like Kumkum and Kumud Chhugani the voiceover and script is too impressive. In fact I want to say that I really enjoyed watching this short film section too much.

    Thanks a lot to you Shakti Editors Group for promoting such short films for updating us.
    Ankita .Vinayak.Jodhpur.Rajasthan.

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  6. I visited this blogs and I liked it very much going through this blogs magazine.The contents are too good and worth reading.Thanks a lot to the Sakti Editors Group for publishing and editing this blog magazine page.
    Komal Prabha (Ranchi)

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  7. I visited this Blog Magazine Page and I liked it very much going through this Blog Magazine Page.The contents are too good and worth reading. Short Films are worth watching .Thanks a lot to the Editors Shakti's Group for publishing and editing this blog magazine page and presenting before us in a nice way.
    Komal Prabha . Amateur Photographer. Ranchi.

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  8. It is an excellent and worth reading Blog Magazine page. Lots of thanks to the ' Shakti ' Editorial Team for it's nice editing.
    Sunil Kumar,Retd. Sr.GM, Powergrid.Patna.

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  9. It is a very nice 👍 page for everyone

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  10. I used to go through this page regularly. I always like visiting this page. This page completely stands for women empowerment, thanks a lot Shakti Editor Group for promoting such a page. Thanks are also due to Dr. Raman. Shikha, Patna.

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  11. It is a fabulous and marvelous 💕 page for everyone, Ravi Ranchi

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  12. It is a very nice page, and I like visiting this page too much. S.Singh. Nalanda.👍👍

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  13. I went through this blog magazine page, it was very interesting, thankyou Dr. Madhup Raman sir

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  14. It's a nice page 👌 too much interesting for the readers & visitors. Er.Yashwant. Ranchi.

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  15. I liked this magazine page too much after visiting . As it seems that it favours the women empowerment . Ekta. Business Enterpreneur. Ranchi.

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  16. It's a very nice page. thank you sir for creating a nice blog magazine page

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  17. It is a very nice page, Dr. Raman.Archana. Balia.

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  18. इस ब्लॉग/मीडिया चैनल से जुड़कर बेहद अच्छा लगा है। एक रचनात्मक ऊर्जा के स्रोत से जुड़ना जैसा ही अनुभव है इस ब्लॉग से जुड़ना। मुझे नैनीताल डेस्क के अंतर्गत एक स्तम्भ संपादक की जो जिम्मेदारी दी गई है उसका मैं सहर्ष स्वीकार करती हूँ । इसका मैं पूरे एहसास के साथ निर्वहन करती रहूँगी।नारी सशक्तिकरण को केंद्र में रखकर पठनीय सामाग्री का इंद्रधनुष पेश करता हुआ यह ब्लॉग-मीडिया पेज अत्यंत उपयोगी है।
    भारती कैड़ा
    संजीवनी, मल्लीताल, नैनीताल

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